मध्यप्रदेश में पिछड़ों की पंचायत बिगाड़ सकती है बीजेपी का खेल, नरेंद्र सिंह तोमर को वोट न देने का किया फैसला!
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्यप्रदेश में अगले साल होने वाले चुनाव को देखते हुए ग्वालियर चंबल में जातियों में चुनावी टकराव होने की जमीन तैयार हो रही है। ओबीसी महासभा और क्षत्रिय महासभा ने एक दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। हाल ही में ओबीसी महासभा ने श्योपुर में बीजेपी के खिलाफ महापंचायत बुलाई। जिसमें मुरैना श्योपुर सांसद नरेंद्र सिंह तोमर को 2024 के लोकसभा चुनाव में हराने की शपथ ली । इसे लेकर महापंचायत ने एक प्रस्ताव भी पारित किया है। महापंचायत ने भगवा झंडे का विरोध कर जलाने का फैसला किया है।
ओबीसी महासभा राज्य के कई हिस्सों में पंचायत कर उन मुद्दों को उठा रही है जिनमें सवर्णों ने ओबीसी का अपमान किया है। ओबीसी महासभा पिछड़े वर्गों को साधने का काम कर रही है। श्योपुर जिले की विजयपुर जनपद पंचायत में बीजेपी नेता गुड्डू उर्फ अरविंद जादौन ने ओबीसी के दो कर्मचारियों के साथ बदसलूकी की, उनके साथ मारपीट की। पिछड़े वर्ग से तालुल्क रखने वाले इन कर्मचारियों के समर्थन में मप्र,राजस्थान और यूपी से आकर ओबीसी के हजारों समर्थक कार्यकर्ताओं ने बीजेपी नेता का विरोध किया।
ओबीसी महासभा ने आगामी चुनावों में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को हराने की शपथ दिलाई है। महापंचायत में एससी,एसटी और ओबीसी वर्ग के लोग शामिल हुए। महापंचायत में विरोधस्वरूप भगवा गमछा आग के हवाले किया गया। महापंचायत के विरोध प्रदर्शन को लेकर बौखलाई क्षत्रिय महापंचायत ने नाराजगी जाहिर की है।
इससे पहले भी ग्वालियर चंबल में जातियों का संघर्ष देखने को मिला, जिसका नुकसान बीजेपी का उठाना पड़ा था। 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले एससी एसटी एक्ट को लेकर इलाके में जमकर उत्पात मचा था। साथ ही आरक्षण पर सीएम चौहान के माई के लाल बयान को लेकर जाती संघर्ष खुलकर सामने आया था। जिसका खामियाजा भाजपा को हार के रूप में उठाना पड़ा था। अब महापंचायत का खुलकर का विरोध करना बीजेपी के लिए चिंता का विषय बना हुआ है।
Created On :   25 Nov 2022 1:56 PM IST