भारतीय जनता पार्टी कुशाभाऊ ठाकरे की राह पर
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी का संगठन कुशाभाऊ ठाकरे की राह पर चल पड़ा है। ठाकरे ने अपनी संपर्क और संवाद की शैली के जरिए कार्यकतार्ओं के दिलों में जगह बनाई थी, अब राज्य का संगठन भी उनके जन्मशताब्दी वर्ष पर उसी शैली केा आत्मसात करने में जुट गया है। कार्यकतार्ओं से संवाद और संपर्क की ठाकरे की परंपरा केा आगे बढ़ने के लिए बूथ विस्तारक अभियान इन दिनों प्रदेश संगठन चला रहा है। प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा खुद तो इस अभियान के दौरान गांव-गांव घूम ही रहे है साथ मे पार्टी के बड़े नेताओं को उस कार्यकर्ता के घर तक पहुॅचाने की मुहिम छेड़ी है, जो पार्टी की रीढ़ है।
बूथ और पन्ना समितियों की बैठक में राजा और रंक का फर्क मिटता नजर आया, जब बड़े-बड़े नेता आम कार्यकर्ता के साथ जमीन में बैठकर संवाद करते दिखे। हीं उस बुजुर्ग कार्यकर्ता का सम्मान किया जा रहा है जिसकी वर्षो से किसी ने खबर ही नहीं ली थी। इतना ही नही जनजातीय वर्ग और अनुसूचित वर्ग के कार्यकर्ता के घर भोजन भी किया जा रहा है। कार्यकर्ता और नेताओं के बीच की खाई को पाटने की प्रदेश संगठन की यह कोशिश कार्यकतार्ओं में नया जोश भरने वाली है। यह कई बार नजर भी आया, बात खरगोन की करें जहां कार्यकतार्ओं ने प्रदेशाध्यक्ष शर्मा से बैलगाड़ी की सवारी का आग्रह किया तो उन्होंने न केवल सवारी की बल्कि बैलगाड़ी की लगाम भी थाम ली।
ग्वालियर से नाता रखने वाले भाजपा के बुजुर्ग कार्यकर्ता और ठाकरे के साथ काम करने वाले गजेंद्र गड़कर का कहना है कि कुशाभाऊ ठाकरे एक आदर्श व्यक्तित्व रहे हैं। उनका हर पल और हर क्षण संगठन की मजबूती के साथ कार्यकतार्ओं से संपर्क बनाए रखने में बीतता था, वे जब भी भोपाल से ग्वालियर की सड़क मार्ग से यात्रा करते थे तो रास्ते में जितने भी कार्यकतार्ओं के गांव आते थे वे एक-एक कार्यकर्ता से मिलना अपना धर्म समझते थे। भाजपा के बूथ विस्तारक अभियान को लेकर गड़कर का कहना है कि यह प्रयास तो अच्छा है मगर इस निरंतर जारी रखा जाना चाहिए, जिससे नेताओं और कार्यकतार्ओं में नजदीकी बढ़े। अपनों के करीब पहुॅचना ही तो ठाकरे की शैली थी।
कुशाभाऊ ठाकरे के साथ लंबे समय तक काम करने वाले वेद प्रकाश शर्मा का कहना है कि कुशाभाऊ ठाकरे कार्यकर्ता को अपने से जुड़ने के महारथी थे क्योंकि वह हर कार्यकर्ता के सुख दुख में उसके साथ खड़े नजर आते थे। उनका संवाद और संपर्क अभियान पूरे जीवन चला। यह बात सही है कि पार्टी को और भी ठाकरे की जरूरत है मगर ठाकरे बनना आसान भी नहीं है। राजनीति के क्षेत्र में आ रहे बदलाव पर वेद प्रकाश शर्मा चिंता जाहिर करते हैं और कहते हैं कि वर्तमान दौर में नेता खुाद को चाणक्य और चंद्रगुप्त दोनों ही बताने की केाशिश करता है, जबकि ऐसा हो ही नहीं सकता।
राज्य में भाजपा ने वर्तमान में बूथ विस्तारक अभियान के जरिए 65 हजार बूथों तक हर कार्यकर्ता से संपर्क बनाने की मुहिम चलाई है। प्रदेश संगठन की इस केाशिश का ही परिणाम है कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा से लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व तमाम केंद्रीय मंत्री भी इस अभियान में बीते 10 दिनों से जुटे हुए हैं। यह अभियान अभी पांच फरवरी तक चलने वाला है। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि पार्टी के कई अभियान चलते रहते हैं।
बीते डेढ़ दशक से राज्य में पार्टी सत्ता में है और कई बार तो सत्ता व संगठन से जुड़े लोगों में घालमेल भी नजर आता है मगर पहली बार संगठन ने गांव-गांव और घर-घर तक पहुंचने की कोशिश की है। यही ठाकरे की शैली थी। यह सिलसिला सिर्फ 10 या 15 दिन तक न रहकर निरंतर जारी रहा तो तय मानिए कि संगठन की जड़े तो गहरी होंगी ही, साथ में कार्यकतार्ओं में आपसी संपर्क और संवाद बढ़ेगा जिससे पार्टी और ताकतवर होगी।
(आईएएनएस)
Created On :   31 Jan 2022 2:00 PM IST