मप्र में भाजपा नहीं दोहराना चाहती पिछली चूक
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में आदिवासी वर्ग की खास अहमियत रहने वाली है, क्योंकि इस वर्ग के समर्थन से सत्ता का रास्ता आसान बनता है। वर्ष 2018 के चुनाव में भाजपा के हाथ से इस वर्ग का वोट क्या खिसका कि सत्ता ही पहुंच से बाहर हो गई, लिहाजा भाजपा आगामी चुनाव में इस वर्ग को अपने पास रखने की जुगत में जुट गई है।
राज्य में वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित सीटों पर बड़ा नुकसान हुआ था और यही परिणाम उसके लिए घातक सिद्ध हुए थे। परिणाम स्वरूप भाजपा को सत्ता से बाहर होना पड़ा था। भाजपा इस बार किसी भी तरह की चूक करने को तैयार नहीं है , यही कारण है कि आदिवासी वर्ग को लुभाने में सरकार कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है।
राज्य की सियासी स्थिति पर गौर करें तो एक बात साफ हो जाती है कि राज्य की 230 विधानसभा सीटों में से 47 सीटें आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित हैं। इतना ही नहीं 84 सीटों पर आदिवासी वोट निर्णायक है। आंकड़े इस बात की गवाही देते हैं कि राज्य की सत्ता उसी राजनीतिक दल के हाथ में रही है, जिसे इस वर्ग का साथ मिला है।
राज्य में लगभग 23 फीसदी आदिवासी वोट बैंक है और इसका असर चुनावी नतीजों पर भी नजर आता है। वर्ष 2013 और 2018 के चुनाव नतीजों पर गौर करें तो आदिवासी वोट बैंक की अहमियत को समझा जा सकता है। वर्ष 2013 में जहां भाजपा को ज्यादा सीटें मिली थी 47 में से 31 पर भाजपा को जीत हासिल हुई थी परिणाम स्वरूप सरकार बनी तो वहीं 2018 में कांग्रेस को 30 सीटें मिली और कांग्रेस सत्ता में आई। कुल मिलाकर यह बात साफ हो जाती है कि आदिवासी क्षेत्रों में जिस दल ने जीत पाई, सरकार उसी दल की बनी। यही कारण है कि भाजपा ने इस वर्ग को लुभाने की कोशिशें और तेज कर दी हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आगामी 15 नवम्बर को बिरसा मुंडा जयंती पर जनजातीय गौरव दिवस मनाया जाएगा। प्रदेश की सभी पंचायतों में यह कार्यक्रम होगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कार्यक्रम में नवनिर्मित कन्या शिक्षा परिसरों का वर्चुअली लोकार्पण होगा। संपूर्ण स्वास्थ्य कार्यक्रम, पेसा एक्ट, मित्र-24 घंटे 7 दिन कॉल सेंटर और ट्राइबल डिजाइन सेंटर- एनआईडी भोपाल का शुभारंभ होगा। साथ ही जेईई, नीट और क्लेट के विद्यार्थियों का सम्मान होगा। इससे पहले भाजपा इस वर्ग को लुभाने और भरवाने के लिए लगातार कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है, वही प्रमुख स्थानों के नाम इस पर के नायकों के नाम पर किए जा रहे हैं।
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Created On :   27 Oct 2022 3:30 PM IST