छात्रों के भारी विरोध के बाद बांग्लादेश का हतजारी मदरसा बंद
- छात्रों के भारी विरोध के बाद बांग्लादेश का हतजारी मदरसा बंद
ढाका, 18 सितम्बर (आईएएनएस)। बांग्लादेश के शिक्षा मंत्रालय ने चट्टोग्राम (चटगांव) स्थित अल-जमीअतुल अहलिया दारुल उलुम मोइनुल इस्लाम, जिसे लोकप्रिय हतजारी मदरसा के रूप में जाना जाता है, को बंद कर दिया है। मदरसा में विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर अगले नोटिस तक इसे बंद करने का फैसला लिया गया है।
मदरसे के छात्रों ने बुधवार को चट्टोग्राम-खग्राचारी सड़क पर प्रदर्शन किया था और मदरसे के अंदर फर्नीचर की तोड़फोड़ की। वे हेफाजत-ए-इस्लाम बांग्लादेश के प्रमुख शाह अहमद शफी के बड़े बेटे अनस मदनी को हटाने की मांग कर रहे हैं।
शिक्षा मंत्रालय के तहत तकनीकी और मदरसा शिक्षा डिविजन के सहायक सचिव, सैयद असगर अली द्वारा हस्ताक्षरित एक आदेश में कहा गया है, शैक्षिक गतिविधियों और परीक्षाओं को फिर से शुरू करने के लिए कवमी मदरसों को 24 अगस्त को सशर्त अनुमति दी गई थी। हालांकि शर्तों को ठीक से पूरा नहीं किया गया, जिसके कारण अल-जमीअतुल अहलिया दारुल उलुम मोइनुल इस्लाम को अगले नोटिस तक बंद कर दिया गया है। आदेश तुरंत प्रभाव से लागू होगा।
अपनी छह सूत्री मांग को लेकर बुधवार को हतजारी मदरसे के कई सौ छात्र विरोध प्रदर्शन करने लगे।
स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रदर्शन शफी और हेफाजत के महासचिव जुनैद बाबूनागरी के समर्थकों के बीच विवाद का परिणाम था।
हालांकि पुलिस ने बाद में छात्रों को हाईवे से हटा दिया, लेकिन गुरुवार को मदरसे के बाहर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने कहा कि तनाव अंदर ही अंदर सुलग रहा है।
हिंसक विरोध प्रदर्शन बाबूनागरी और अनस मदनी के बीच दरार का हालिया प्रमाण था। यह खुलकर सामने तब आया, जब बाबूनागरी को इस साल जून में मदरसा के सहायक निदेशक के पद से हटा दिया गया था।
छात्रों के उग्र विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर, शिक्षण संस्थान की शूरा कमिटि (बड़े निर्णय लेने वाली संस्था) ने बुधवार रात एक आपातकालीन बैठक की और मदरसे में अनस मदनी को उनके कर्तव्यों से राहत देने का फैसला किया।
अनस मदनी कट्टरपंथी इस्लामवादी मंच के पब्लिसिटी सेक्रेटरी और सदियों पुराने मदरसा के सहायक निदेशक के रूप में कार्य कर रहे हैं।
हाल के महीनों में शफी के कई बार बीमार पड़ने के बाद हतजारी मदरसे में तनाव बढ़ गया है।
एमएनएस-एसकेपी
Created On :   18 Sept 2020 11:30 AM IST