मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के इंद्रेश कुमार ने की विश्व शांति की अपील, बोले- जंग नहीं रुकी तो होंगे सब बर्बाद
- अरबों खरबों की संपत्ति का सर्वनाश
नई दिल्ली, 19 मार्च (आईएएनएस)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संस्थापक एवं मुख्य संरक्षक इंद्रेश कुमार ने कहा है कि सभी को धर्म, मजहब और जाति से ऊपर उठ कर भारत, भारतीय और भारतीयता को अपनाते हुए देश को विकास और खुशहाली के रास्ते पर ले जाना चाहिए और बेहतर भविष्य के निर्माण में अपना योगदान देना चाहिए।
शुक्रवार को मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के कर्तकर्ताओं और नेताओं ने देश भर में जोश, उमंग और उत्साह के साथ होली और शब-ए-बरात का जश्न मनाया। इस जश्न में शामिल होने के बाद लोगों को होली और शब-ए-बरात की बधाई देते हुए इंद्रेश कुमार ने विश्व शांति की अपील भी की। उन्होंने रूस और यूक्रेन की जंग पर तत्काल विराम लगाने की अपील करते हुए कहा कि अगर यह जंग नहीं रुकी तो दुनिया भर के करोड़ों मासूमों की जान जायेगी, अरबों खरबों की संपत्ति का सर्वनाश होगा और सब बर्बाद हो जाएंगे।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मीडिया प्रभारी शाहिद सईद ने कहा कि एमआरएम के लिए होली का उत्साह और उमंग पंजाबी के प्रसिद्ध सूफी कवि बाबा बुल्ले शाह की उस रचना की तरह है जिसमें होली का जि़क्र कुछ इस अंदाज में किया गया था कि , होरी खेलूँगी कहकर बिस्मिल्लाह, नाम नबी की रतन चढ़ी, बूँद पड़ी इल्लल्लाह, रंग-रंगीली उही खिलावे, जो सखी होवे फना फी अल्लाह, होरी खेलूंगी कहकर बिस्मिल्लाह..।
एमआरएम के कार्यकतार्ओं ने जहां एक तरफ शुक्रवार को जमकर होली खेली तो वही साथ ही शब-के-बरात में शहीद हुए सैनिकों और कोरोना काल में दुनिया को अलविदा कहने वाले लोगों के लिए विशेष प्रार्थना भी की । दिल्ली में अमर जवान ज्योति पर शहीद सैनिकों के लिए महिला प्रकोष्ठ की टीम ने फातिहा पढ़ा जबकि हजरत निजामुद्दीन औलिया की दरगाह पर खास प्रार्थना सभा हुई जिसमें सभी शरीक हुए।
मंच के बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ हिंदुस्तान फस्र्ट हिंदुस्तानी बेस्ट के राष्ट्रीय संयोजक बिलाल उर रहमान, युवा प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय संयोजक खुर्शीद रजाका, महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय संयोजिका शहनाज अफजल, शालिनी अली, रेशमा हुसैन और निखत परवीन ने इस मौके पर देशवासियों से आग्रह किया कि देश में उन्माद और अराजकता फैलाने वालों के खिलाफ लामबंद होकर देश को एकता, अखंडता, सद्भावना और भाईचारे के रास्ते पर ले चलें। हिजाब प्रकरण पर कर्नाटक उच्च न्यायालय के आदेश के खिलाफ सर्वोच्च न्यायलय में याचिका डाली गई है। जिसकी जल्द ही सुनवाई होनी है। इस मामले पर मंच की तरफ से कहा गया कि मुसलमान को ऐसी बातों पर तवज्जो न देकर शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसे मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए। मंच ने देश के लोगों से डिस्ट्रक्टिव नहीं, कंस्ट्रक्टिव भूमिका निभाते हुए प्रधानमंत्री के हाथ मजबूत करने की अपील की है।
एसटीपी/आरएचए
Created On :   19 March 2022 11:00 AM IST