सत्ता से लेकर संगठन तक, बीजेपी में जल्द होने वाले हैं बड़े बदलाव! चुनावी तैयारियों का यूं होगा आगाज

Keeping in view the upcoming assembly elections in Madhya Pradesh, BJP has prepared for organizational and political changes.
सत्ता से लेकर संगठन तक, बीजेपी में जल्द होने वाले हैं बड़े बदलाव! चुनावी तैयारियों का यूं होगा आगाज
बीजेपी में बड़े बदलाव! सत्ता से लेकर संगठन तक, बीजेपी में जल्द होने वाले हैं बड़े बदलाव! चुनावी तैयारियों का यूं होगा आगाज

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए बीजेपी ने संगठन से लेकर सियासी बदलाव की तैयारी कर ली है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने मंत्रिमंडल में विस्तार करने को लेकर पार्टी नेताओं से विचार विमर्श करने में जुटे हुए है। हालांकि सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शिवराज मंत्रिमंडल में फेरबदल व विस्तार गुजरात चुनाव के बाद दिसंबर माह तक के लिए टाल दिया गया। अब माना जा रहा है ये बदलाव दिंसबर माह में हो सकते हैं। 

शिवराज मंत्रिमंडल पर फोकस करें तो वर्तमान समय में सीएम को शामिल करते हुए मंत्रिमंडल में 31 सदस्य है। जबकि चार पद अभी भी खाली पड़े हुए हैं। अब माना जा रहा है कि इन चारों खाली पदों के समेत करीब 11 से 12 नए चेहरे शिवराज मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं।

सियासी खबरों के मुताबिक मंत्रिमंडल से नॉन परफॉर्मिंग मिनिस्टर को सरकार से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।  कुछ मंत्रियों की शिकायतें  कोर कमेटी तक भी पहुंची हैं। उनकी जगह आने वाले 2023 विधानसभा चुनावों में पार्टी को अधिक फायदा दिलाने वाले विधायक चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा। ऐसे में सुनने में आ रहा है कि सिंधिया समर्थक कुछ विधायकों को शिवराज मंत्रिमंडल से बाहर होना पड़ सकता है। इस समय शिवराज मंत्रिमंडल में सिंधिया कोटे से  6 कैबिनेट और तीन राज्यमंत्री हैं। हालांकि ये कहीं चुनावी मुद्दा न बन जाए, जिससे कांग्रेस को बीजेपी पर हमलावर होने का मौका मिल जाए। इससे बचने के लिए बीजेपी सिंधिया गुट के मंत्रियों के मंत्रिमंडल से बाहर करने से बचना चाहिए। यदि फिर भी ये देखने को मिलता है तो सिंधिया गुट के कुछ मंत्रियों को चेहरे बदले जा सकते है। जैसे कि कमलनाथ सरकार के सत्ता से बेदखल होने के बाद प्रदेश में चौथी बार बनी शिवराज सरकार में मुरैना से दो मंत्रियों को जगह दी गई। लेकिन उसके बाद उपचुनाव में हार जाने के बाद इन मंत्रियों को 6 महीने बाद अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। ऐसे में ये संकेत मिल रहे है कि शिवराज सरकार मुरैना से किसी बीजेपी विधायक को मंत्री बना सकती है। कभी बीजेपी का गढ़ रहा मुरैना धीरे धीरे कांग्रेस का गढ़ बनता जा रहा है। 

मध्यप्रदेश में शीतकालीन सत्र की शुरूआत गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद शुरू हो जाएगी। संभवतः शीतकालीन सत्र के आसपास सियासी बदलाव हो सकता है। केंद्रीय भाजपा की तरफ से हरी झंडी मिल गई है।

ये हो सकते हैं नए चेहरे!

माना जा रहा है कि प्रदेश की राजनीति में आदिवासी वोट बैंक पर ध्यान केंद्रित करने के लिए झाबुआ अलीराजपुर से सुलोचना रावत को मंत्री बनाया जा सकता है। वहीं ब्राह्मण चेहरे के तौर पर  विंध्य में रीवा से राजेंद्र शुक्ला व शरदेंदु तिवारी, कटनी से संजय सत्येंद्र पाठक और भोपाल से रामेश्वर शर्मा शिवराज सरकार में शामिल  हो सकते हैं। वहीं मालवा में ओबीसी वोट बैंक को साधने के लिए महेंद्र हार्डिया का नाम प्रमुखता से सामने आ रहा है। वो पूर्व में भी मंत्री रह चुके है।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बीजेपी के 6 से 8 जिलाध्यक्षों को बदला जा सकता है। जिनमें सिंगरौली, झाबुआ, जबलपुर, शाजापुर, मंडला, डिंडौरी, अनूपपुर, सतना से फीडबैक आ चुका है।

Created On :   16 Nov 2022 10:27 AM GMT

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