महाराष्ट्र एमएलसी चुनाव : एमवीए को बड़ा झटका, भाजपा के अतिरिक्त उम्मीदवार की जीत, कांग्रेसी हारे

Maharashtra MLC elections: Big blow to MVA, additional candidate of BJP wins, Congress loses
महाराष्ट्र एमएलसी चुनाव : एमवीए को बड़ा झटका, भाजपा के अतिरिक्त उम्मीदवार की जीत, कांग्रेसी हारे
महाराष्ट्र महाराष्ट्र एमएलसी चुनाव : एमवीए को बड़ा झटका, भाजपा के अतिरिक्त उम्मीदवार की जीत, कांग्रेसी हारे
हाईलाइट
  • एमएलसी चुने

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के लिए 10 जून को हुए राज्यसभा चुनाव के बाद एक और झटका लगा। सोमवार देर रात विपक्षी भाजपा, कांग्रेस के पहली वरीयता वाले उम्मीदवार चंद्रकांत हंडोरे को पछाड़ते हुए अपने अतिरिक्त उम्मीदवार को एमएलसी चुने जाने में कामयाब हो गई।

भाजपा ने राजनीतिक चमत्कार के लिए प्रार्थना की थी और वैसा ही हुआ। संख्या बल कम होने के बावजूद उसके सभी पांच उम्मीदवार निर्वाचित हो गए, जबकि एमवीए को भी पांच सीटें मिलीं।

दसवीं सीट के लिए मुख्य मुकाबला कांग्रेस के भाई जगताप और भाजपा के प्रसाद लाड के बीच थी। दोनों ने जीत हासिल की।

66 वर्षीय जगताप भारतीय कामगार कर्मचारी महासंघ (बीकेकेएम) के प्रमुख और मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष हैं, जबकि 51 वर्षीय लाड पूर्व एमएलसी और मुंबई बिल्डिंग रिपेयर एंड रिकंस्ट्रक्शन बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष हैं।

288 सदस्यीय निचले सदन में शिवसेना के एक विधायक रमेश लटके का हाल ही में निधन हो गया, जबकि राकांपा के दो विधायक अनिल देशमुख और नवाब मलिक मतदान नहीं कर पाए, क्योंकि दोनों जेल में हैं और अदालत ने उन्हें मतदान करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया।

जीतने का कोटा प्रति उम्मीदवार 26 था और छोटे दलों या निर्दलीय सहित 29 विधायकों के वोट दोनों पक्षों के लिए महत्वपूर्ण थे।

एमवीए के उम्मीदवार - सचिन अहीर और अमाशा पाडवी (शिवसेना), रामराजे नाइक-निंबालकर और एकनाथ खडसे (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) और भाई जगताप (कांग्रेस) जीते हैं।

भाजपा के सभी उम्मीदवार - प्रवीण दारेकर, राम शिंदे, श्रीकांत भारतीय, उमा खापरे और प्रसाद लाड ने जीत हासिल की, हालांकि उनके पास संख्या कम थी। मुंबई और महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों में पार्टी कार्यालयों के बाहर जश्न का माहौल है।

कांग्रेस विधायक दल के नेता और राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट ने स्वीकार किया कि एमवीए के वोट हार गए थे और वह भाजपा पर उंगली नहीं उठाएंगे।

यह भाजपा के बाद एमवीए के लिए दूसरा बड़ा झटका साबित हुआ। इसी तरह की परिस्थितियों में तीन राज्यसभा सीटें मिलीं, जबकि सत्तारूढ़ गठबंधन ने तीन, शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस के लिए एक-एक के साथ, जबकि शिवसेना का दूसरा उम्मीदवार हार गया।

 

सोर्स- आईएएनएस

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Created On :   20 Jun 2022 7:00 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story