अमेरिकी चुनावों में दंगो, हिंसक झड़पों की आशंका

Riot in US elections, fear of violent clashes
अमेरिकी चुनावों में दंगो, हिंसक झड़पों की आशंका
अमेरिकी चुनावों में दंगो, हिंसक झड़पों की आशंका
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न्यूयॉर्क, 3 नवंबर (आईएएनएस)। अमेरिका में मंगलवार को राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान होने के मद्देनजर दंगों और हिंसक झड़पों की आशंका मंडरा रही है। महीनों के प्रचार और गहराते ध्रुवीकरण के बीच देश में मंगलवार को मतदान है।

न्यूयॉर्क शहर और अन्य जगहों पर इस वर्ष के शुरू में देश को हिलाकर रख देने वाली हुई हिंसा को ध्यान में रखते हुए एहतियात के तौर पर संभावति दंगों और लूटपाट के खिलाफ व्यवासियक प्रतिष्ठानों को प्लाईवुड से ढंक दिया गया है।

अंतिम चुनाव परिणामों की अनिश्चितता जो संभवत: कई दिनों तक नहीं जानी जाएगी, ने ऐसे परि²श्य बनाए हैं जहां दोनों पक्ष अधूरे परिणामों पर प्रतिक्रिया देना शुरू कर सकते हैं।

यूएसएटुडे के एक सर्वेक्षण ने दर्शाया कि चार में से तीन अमेरिकी चुनाव के दिन हिंसा के बारे में चिंतित हैं और केवल चार में से एक को भरोसा था कि अगर डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को हरा देते हैं तो सत्ता का हस्तांतरण शांतिपूर्ण होगा।

मिल्रिटी डॉट कॉम के मुताबिक, 10 राज्य सक्रिय रूप से चुनाव से संबंधित मिशनों के लिए नेशनल गार्ड को तैनात करने की योजना बना रहे हैं और 15 ने संकेत दिए हैं कि वे संभवत: ऐसा कर सकते हैं।

पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की सरकार में होमलैंड सिक्योरिटी सेक्रेटरी रहे जेह जॉनसन ने चुनावी अशांति की संभावना के बारे में चेतावनी दी है।

उन्होंने सीबीएस नेटवर्क के एक कार्यक्रम में कहा कि वह तनाव की संभावना से इनकार नहीं कर सकते, चुनाव के दिन और इसके तुरंत बाद कुछ अशांति हो सकती है। उन्हंोने कहा कि संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) इस मुद्दे पर बहुत ध्यान दे रही है।

नस्लवाद-विरोध के दौरान हिंसा से परे हुई हालिया कई घटनाओं ने चिंता को बढ़ा दिया है।

पिछले दिनों डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडन की प्रचार बस को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों के एक काफिले ने पीछे कर दिया, वे अपने झंडे लहरा रहे थे जिन्होंने कभी-कभी बसों को हाईवे पर घेर लिया।

एफबीआई उस घटना को देख रही थी जिसमें बाइडन ने कहा था कि उन लोगों ने बस को सड़क से हटाने की कोशिश की थी।

ट्रंप के कई समर्थकों ने रविवार को शहर के पास एक पुल पर यातायात बाधित कर दिया और साथ ही न्यूजर्सी में एक राजमार्ग को भी बाधित कर दिया।

25 अक्टूबर को, ट्रंप के यहूदी समर्थकों के शांतिपूर्ण काफिले पर बाइडन के समर्थकों द्वारा पथराव किया गया था जब वे न्यूयॉर्क शहर से होकर गुजर रहे थे।

सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों जिन्हें एंटीफा (एंटी-फासिस्ट) के रूप में जाना जाता है, जिन्होंने वाशिंगटन और ओरेगन राज्यों के कुछ शहरों के कुछ हिस्सों पर कब्जा करने के लिए पुलिस विरोधी प्रदर्शनों का लाभ उठाया है, ने प्राउड बॉयज जैसे चरम दक्षिणपंथी समूहों का सामना किया है।

बिडेन ने एंटिफा के अस्तित्व को विवादित कर दिया है, हालांकि कुछ मुद्दों पर उनका प्रत्यक्ष समर्थन एक ही पक्ष में नहीं है, जबकि समूह के सदस्य, जिनमें से एक ने ट्रंप समर्थक की गोली मारकर हत्या कर दी, समूह के अस्तित्व पर जोर देते हैं।

अमेरिका के लिए एक बड़ी चिंता अधिकांश लोगों के पास बंदूक होना है।

चुनाव से पहले ही बंदूक की खरीद में उछाल आ गया था, शायद डर और अनिश्चितताओं के कारण ऐसा हुआ जो कोविड-19 महामारी द्वारा पैदा हुई।

नेशनल पब्लिक रेडियो के अनुसार, 2019 की तुलना में कानूनी तौर पर बंदूकों की खरीद के बारे में एफबीआई बैकग्राउंड ने पाया कि इस साल खरीद में 69 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

जबकि ट्रंप समर्थकों पर फोकस है, जो बंदूक रखने के संबंध में किसी भी नियंत्रण का विरोध करते हैं और बंदूकें लहराते हैं।

2017 में कांग्रेस के रिपब्लिकन सदस्यों के एक समूह पर एक व्यक्ति ने हमला किया था जिसने सीनेटर बर्नी सैंडर्स के प्रचार अभियान के लिए काम किया था, जो डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार नामांकित होने के लिए चुनाव लड़ रहे थे।

पुलिस द्वारा हमलावर को मारने से पहले रिपब्लिकन व्हिप स्केलाइस और दो पुलिस अधिकारियों सहित पांच लोग घायल हो गए।

वीएवी-एसकेपी

Created On :   3 Nov 2020 12:30 PM IST

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