- Dainik Bhaskar Hindi
- Sports
- hardik pandya hit six took a cricket fans to hospital in 4th odi against australia
दैनिक भास्कर हिंदी: हार्दिक पांड्या के शॉट से घायल हुआ दर्शक, जानें कब-कब क्रिकेट में हो चुका है ऐसा

डिजिटल डेस्क, भोपाल। इंडिया टीम के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या का छक्का एक दर्शक को काफी महंगा पड़ गया। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बैंग्लोर के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए चौथे वनडे में हार्दिक पांड्या का छक्का स्टैंड पर बैठे एक दर्शक को लग गया, जिस वजह से वो घायल हो गया। मैच देखने आए इस दर्शक का नाम तोसित अग्रवाल बताया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हार्दिक पांड्या ने जब एक छक्का मारा तो तोसित उसे कैच करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन वो ठीक से बॉल को जज नहीं कर पाए, जिस वजह से वो बॉल उनके होंठ पर जा लगी।
होंठ पर बॉल लगने की वजह से तोसित के होंठ और जबड़े में कट लग गया है और उन्हें टांके लगाने पड़े। चिन्नास्वामी स्टेडियम के मेडिकल कमांड सेंटर के प्रेसिडेंट अजीत बेनेडिक्ट का कहना है कि, 'तोसित को लोअर लिप्स और जबड़े में बड़ा कट लगा है, निचले जबड़े में कट लगने से उनका दांत ढीला हो गया है।' उन्होंने बताया कि, 'तोसित बॉल की लाइन से हटने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन वो बॉल की स्पीड को जज नहीं कर पाए। फिलहाल वो खतरे से बाहर हैं, लेकिन उन्हें टांके लगाने पड़े हैं।'
पहले भी क्रिकेट में होता रहा है ऐसा
क्रिकेट में जब कोई बैट्समैन लंबे-लंबे छक्के मारता है, तो स्टेडियम में मौजूद दर्शक उन छक्कों का खूब मजा लेते हैं, लेकिन कई बार ये लंबे-लंबे शॉट दर्शकों के लिए काफी महंगे साबित हो जाते हैं। इससे पहले भी कई ऐसे मौके आए हैं, जब क्रिकेट में ऐसा हो चुका है। आज हम आपको कुछ ऐसे ही कुछ वाकये बताने जा रहे हैं, जब बैट्समैन के शॉट से दर्शक घायल हो चुके हैं।
1. क्रिस गेल के शॉट से बच्ची को लगी चोट
वेस्टइंडीज के ताबड़तोड़ बैट्समैन क्रिस गेल का नाम सुनते ही अच्छे-अच्छे बॉलर के पसीने छूट जाते हैं। एक बार IPL के एक मैच के दौरान बैंग्लोर के चिन्नास्वामी स्टेडियम में क्रिस गेल खेल रहे थे। इसी दौरान गेल ने एक शॉट खेला, वो बॉल सीधे हवा में उड़ती हुई एक 11 साल की बच्ची के नाक पर जा लगी। इस बच्ची का नाम टीना भाटिया था। टीना को तुरंत माल्या हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। इसके बाद क्रिस गेल ने उस बच्ची से माफी मांगी और अपना मेडल जो उन्हें ज्यादा छक्के लगाने पर दिया गया था, वो भी उस बच्ची को गिफ्ट कर दिया।
2. सौरव गांगुली के शॉट से चोटिल हुआ दर्शक
साल 2002 में हुए एक मैच में सौरव गांगुली और सचिन तेंदुलकर क्रीज़ पर टिके हुए थे। दोनों ही बहुत अच्छा खेल रहे थे। तभी सौरव गांगुली ने एक छक्का मारा तो एक दर्शक वो बॉल पकड़ने के लिए खड़ा हो गया, लेकिन वो बॉल उस दर्शक के हाथ से छूट गई और उसके मुंह पर लग गई। जिससे वो घायल हो गया था।
3. वॉर्नर ने 4 साल के बच्चे को किया घायल
2015 वर्ल्ड कप का एक मैच ऑस्ट्रेलिया और अफगानिस्तान के बीच खेला जा रहा था। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया के खतरनाक बैट्समैन डेविड वॉर्नर खेल रहे थे। उन्होंने इस मैच में एक छ्क्का मारा तो वो बॉल एक 4 साल के अफगानी बच्चे को जा लगी। डेविड वॉर्नर के इस शॉट से इस बच्चे को प्लास्टर भी लगाना पड़ा था, लेकिन उसके बावजूद भी ये बच्चा रोया नहीं था। बच्चे की बहादुरी से वॉर्नर इतना प्रभावित हुए कि उन्होंने अपने ग्लव्स देकर बच्चे से माफी मांगी।
4. जाधव ने किया चीयरलीडर को घायल
बैट्समैन के शॉट से न केवल दर्शक बल्कि चियरलीडर भी सेफ नहीं है। IPL मैच के दौरान चीयरलीडर्स को आपने शॉट से बचते हुए कई बार देखा होगा, लेकिन कई बार बॉल की स्पीड इतनी तेज होती है कि उससे बचने का टाइम ही नहीं मिलता। ऐसा ही बार IPL मैच के दौरान दिल्ली डेयरडेविल्स की तरफ से खेलते हुए केदार जाधव ने एक शॉट खेला। ये शॉट चीयरलीडर के सर पर जाकर लग गई, जिससे वो घायल हो गई।
5. डेविड मिलर की बॉल 10 साल के बच्चे की छाती पर लगी
IPL मैच लंबे-लंबे छक्कों के बिना अधूरा है। यहां एक भी ऐसा मैच नहीं है, जब छक्के न लगे हों। ये छक्के देखकर दर्शकों को काफी मजा भी आता है, लेकिन ये छक्के कई बार दर्शकों के लिए खतरनाक साबित हो जाते हैं। एक बार मोहाली स्टेडियम में डेविड मिलर के शॉट से एक 10 साल का बच्चा बुरी तरह घायल हो गया था। किंग्स इलेवन पंजाब के बैट्समैन डेविड मिलर ने एक शॉट खेला और वो शॉट एक 10 साल के बच्चे की छाती पर जा लगा। जिसके बाद वो बुरी तरह घायल हो गया। हालांकि बाद में बच्चे की सेहत में सुधार आ गया।
भोपाल: स्कोप कॉलेज में विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना
डिजिटल डेस्क, भोपाल। स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग ने अपने छात्र -छात्राओं के भविष्य को संवारने के लिये भारत के आटोमोबाइल क्षेत्र में अग्रणी कम्पनी हीरो मोटोकार्प के साथ एक करार किया जिसमें ऑटोमोबाइल क्षेत्र में स्किल डेवलपमेंट के लिये एक विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना संस्था के प्रांगण में की गई है। ये अपने आप में एक अद्वतीय पहल है तथा सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। इसमें सभी नवीनतम कम्प्यूटराइज्ड मशीन के द्वारा टू-व्हीलर ऑटोमोबाइल कार्यशाला प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस वर्कशाप में उद्घाटन के अवसर पर कम्पनी के जनरल मैनेजर सर्विसेज श्री राकेश नागपाल, श्री मनीष मिश्रा जोनल सर्विस हेड - सेंट्रल जोन, श्री देवकुमार दास गुप्ता - डी जी एम सर्विस, एरिया मैनेजर श्री राम सभी उपस्थिति थे। साथ ही संस्था के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. अजय भूषण, डॉ. देवेंद्र सिंह, डॉ. मोनिका सिंह, अभिषेक गुप्ता आदि उपस्थित थे। संस्था के सभी शिक्षकगण तथा छात्र-छात्रायें उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना से की गई , डॉ. मोनिका सिंह ने अतिथियों का संक्षिप्त परिचय दिया। डॉ. अजय भूषण ने सभी का स्वागत किया और बताया कि आने वाला समय कौशल विकास आधारित शिक्षा का है। कर्यक्रम में आईसेक्ट ग्रुप के कौशल विकास के नेशनल हेड अभिषेक गुप्ता ने ग्रुप के बारे मे विस्तार से बताया कि किस तरह हमेशा से आईसेक्ट ग्रुप ने कौशल विकास को हमेशा प्राथमिकता से लिया है। कार्यक्रम में एएसडीसी के सीईओ श्री अरिंदम लहिरी ऑनलाइन आकर सभी को बधाई दी तथा छात्र - छात्राओं को उनके उज्जवल भविष्य के लिये शुभाषीस भी दी।
कार्यक्रम में डॉ. देवेंद्र सिंह ने बताया कि कौशल विकास आधारित शिक्षा सनातन काल से भारतवर्ष में चली आ रही है मध्यकालीन समय में कौशल विकास पर ध्यान नही दिया गया परंतु आज के तेजी से बदलते हुए परिवेश में विश्व भर में इसकी आवश्यकता महसूस की जा रही है। इसी आवश्यकता को देखते हुये स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में कुछ ही समय में विभिन्न क्षेत्रों के सात सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की गई है जो की विभिन्न क्षेत्रों मे छात्र- छात्राओं के कौशाल विकास मे महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे।
भोपाल: सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों की बुलेट यात्रा का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में हुआ आगमन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। इंडिया गेट से जगदलपुर के लिए 1848 किमी की लंबी बुलेट यात्रा पर निकलीं सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने विश्वविद्यालय परिसर में आगमन पर भव्य स्वागत किया। लगभग 300 स्वयंसेवकों तथा स्टाफ सदस्यों ने गुलाब की पंखुड़ियों से पुष्प वर्षा करते हुए स्वागत किया। वहीं उनके स्वागत में एन एस एस की करतल ध्वनि से पूरा विश्वविद्यालय परिसर गुंजायमान हो उठा। इस ऐतिहासिक बाइक रैली में शामिल सभी सैन्यकर्मियों का स्वागत विश्वविद्यालय के डीन ऑफ एकेडमिक डॉ संजीव गुप्ता, डिप्टी रजिस्ट्रार श्री ऋत्विक चौबे, कार्यक्रम अधिकारी श्री गब्बर सिंह व डॉ रेखा गुप्ता तथा एएनओ श्री मनोज ने विश्वविद्यालय की तरफ से उपहार व स्मृतिचिन्ह भेंट कर किया। कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए डिप्टी कमांडेंट श्री रवीन्द्र धारीवाल व यात्रा प्रभारी श्री उमाकांत ने विश्वविद्यालय परिवार का आभार किया। इस अवसर पर लगभग 200 छात्र छात्राएं, स्वयंसेवक व एनसीसी कैडेट्स समस्त स्टाफ के साथ स्वागत में रहे मौजूद।
खबरें और भी हैं...
दैनिक भास्कर हिंदी: धोनी के बावजूद बार-बार पांड्या पर भरोसा क्यों करते हैं कोहली?
दैनिक भास्कर हिंदी: ये हैं इंडियन क्रिकेट टीम के अब तक के 5 बेस्ट ऑलराउंडर
दैनिक भास्कर हिंदी: अब क्रिकेट में बदतामिजी नहीं होगी बर्दाश्त, ICC 28 से लागू करेगा नए नियम
दैनिक भास्कर हिंदी: गावस्कर से लेकर विवियन रिचर्ड्स तक, इन खिलाड़ियों के बेटे क्रिकेट में नहीं कर पाए 'कमाल'