अर्जुन अवार्ड, द्रोणाचार्य अवार्ड के लिए दिल्ली के बाहर देखें

Outside Delhi for Arjuna Award, Dronacharya Award
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चेन्नई, 11 जुलाई (आईएएनएस)। राष्ट्रीय शतरंज टीम के पूर्व मुख्य चयनकर्ता और ग्रैंड मास्टर आर.बी. रमेश ने शनिवार को कहा कि खेल मंत्रालय को अर्जुन अवार्ड और द्रोणाचार्य अवार्ड के लिए शीर्ष 50 खिलाड़ियों के बीच सर्वे करना चाहिए।

रमेश ने उम्मीद जताई है कि खेल मंत्रालय अर्जुन अवार्ड और द्रोणाचार्य अवार्ड के लिए दिल्ली से बाहर के खिलाड़ियों को भी देखें। उन्होंने साथ ही कहा कि जो कैश स्कीम है वो दिल्ली के इर्द गिर्द ही नहीं बल्कि पूरे भारत के खिलाड़ियों को इसका फायदा पहुंचना चाहिए।

रमेश ने कई ट्वीट्स करते हुए लिखा है, खेल मंत्रालय को शीर्ष-50 भारतीय खिलाड़ियों से पूछना चाहिए कि उनके हिसाब से अर्जुन अवार्ड और द्रोणाचार्य अवार्ड के लिए सबसे काबिल कौन है और इस पर विचार भी करना चाहिए ताकि अतीत में हुए अन्याय को सुधारा जा सके।

उन्होंने कहा कि 2010 से 2020 तक कुल 16 ग्रैंड मास्टर तमिलनाडु से निकले हैं, लेकिन अजुर्न अवार्ड की संख्या जीरो है।

रमेश ने हाल ही में अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (एआईसीएफ) की चयन समिति के इस्तीफा दिया है।

रमेश ने बताया कि दिल्ली की तानिया सचदेवा को 2009 में, दिल्ली के परिमार्जन नेगी को 2010, राजस्थान के अभिजीत गुप्ता को 2013 में अर्जुन अवार्ड मिले हैं लेकिन इसके बाद शतरंज में किसी और को यह अवार्ड नहीं मिला।

रमेश ने लिखा, मुझे उम्मीद है कि खेल मंत्रालय अर्जुन और द्रोणाचार्य अवार्ड के लिए दिल्ली से बाहर के खिलाड़ियों के बारे में भी सोचेगा। उम्मीद है कि खिलाड़ियों को मदद देने वाली कैश स्कीम दिल्ली तक ही सीमित नहीं रहेगी और पूरे भारत तक पहुंचेगी।

उन्होंने लिखा, जब तक खेल मंत्रालय हितधारकों की सुनेगा नहीं, जो जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं, उनकी जगह अधिकारियों की सुनेगा जिनके अपने हित सधे हैं, तब तक कुछ भी नहीं बदलेगा।

Created On :   11 July 2020 2:00 PM GMT

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