विराट, BCCI को मिली सलाह, कड़कनाथ चिकन को डाइट में करें शामिल

Virat Kohli, BCCI get recommendation to include kadaknath chicken in diet
विराट, BCCI को मिली सलाह, कड़कनाथ चिकन को डाइट में करें शामिल
विराट, BCCI को मिली सलाह, कड़कनाथ चिकन को डाइट में करें शामिल
हाईलाइट
  • कड़कनाथ चिकन मप्र के झाबुआ में ही पाया जाता है और मप्र के पास इस प्रजाती के चिकन का पेटेंट भी है।
  • झाबुआ कृषि विज्ञान केंद्र ने BCCI और भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली को पत्र लिखा है।
  • पत्र में 'कड़कनाथ' चिकन को खिलाड़ियों की रेगुलर डाइट में शामिल करने पर विचार करने को कहा गया है।

डिजिटल डेस्क, झाबुआ। मध्य प्रदेश के झाबुआ में स्थित कृषि विज्ञान केंद्र ने बोर्ड ऑफ कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया (BCCI) और भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली को पत्र लिखा है। इस पत्र में कहा गया है कि BCCI लो केलेस्ट्रॉल और फेट कंटेट के चलते "कड़कनाथ" चिकन खिलाड़ियों की रेगुलर डाइट में शामिल करने पर विचार करें। बता दें कि कड़कनाथ चिकन मध्य प्रदेश के झाबुआ में ही पाया जाता है और मध्य प्रदेश के पास इस प्रजाती के चिकन का (जियोग्राफ़िकल इंडिकेशंस) GI टैग भी है। इस चिकन को बेदद पोष्टिक माना जाता है।

क्या है "कड़कनाथ" की खासियत 
आपको बता दें कि कड़कनाथ की सबसे खास बात इसकी पौष्टिकता और स्वाद है। यदि आप पौष्टिक तत्व की तुलना करें तो कड़कनाथ में 25-27 फीसदी प्रोटीन होता है। आम चिकन में यह 18 से 20 फीसदी होता है। वहीं दूसरे चिकन की तुलना में इसमे फेट भी कम होता है। ये मुर्गा विटामिन-बी-1, बी-2, बी-6, बी-12, सी, ई, नियासिन, केल्शियम, फास्फोरस और हीमोग्लोबिन से भरपूर होता है।

मप्र के पास चिकन का GI टैग
कड़कनाथ चिकन का GI टैग मध्य प्रदेश के पास है। "जियोग्राफ़िकल इंडिकेशंस टैग" यानी भौगोलिक संकेतक का मतलब ये है कि अधिकृत उपयोगकर्ता के अलावा कोई भी व्यक्ति, संस्था या सरकार इस उत्पाद के मशहूर नाम का इस्तेमाल नहीं कर सकती। वर्ल्ड इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी ऑर्गेनाइज़ेशन के अनुसार जियोग्राफ़िकल इंडिकेशन ये बताता है कि वह उत्पाद एक ख़ास क्षेत्र से ताल्लुक़ रखता है और उसकी विशेषताएं क्या हैं। साथ ही उत्पाद का आरंभिक स्रोत भी जियोग्राफ़िकल इंडिकेशन से तय होता है।

Created On :   2 Jan 2019 7:25 PM GMT

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