याकूब के बाद नागपुर जेल में होगी दूसरी फांसी
डिजिटल डेस्क, नागपुर। याकूब मेमन के बाद अब नागपुर मध्यवर्ती कारागृह में जल्द ही दूसरी फांसी हो सकती है । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने शहर के वाड़ी की 4 वर्षीय बालिका से दुष्कर्म करके उसकी हत्या करने के दोषी वसंत संपत दुपारे की दया याचिका खारिज कर दी है। देश की सर्वोच्च अदालत ने 3 मई 2017 को दुपारे की फांसी की सजा काे कायम रखा था, जिसके बाद 28 मार्च 2013 को दुपारे ने राष्ट्रपति से दया की गुहार लगाई थी।
दबालिका से दुष्कर्म के दोषी वसंत दुपारे की दया याचिका खारिज
दुष्कर्म की यह घटना 3 अप्रैल 2008 की है। वसंत पीड़ित बालिका के पड़ोसी का दोस्त था। वह अकसर दोस्त के घर आता रहता था। घटना के दिन वसंत बच्ची को चॉकलेट का लालच देकर अपने साथ ले गया। निर्जन स्थल पर उसके साथ दुष्कर्म किया और अपनी करतूत छिपाने के लिए पत्थर से कुचल कर बच्ची की हत्या कर दी। समाज को शर्मसार कर देने वाले इस मामले में नागपुर सत्र न्यायालय ने 23 फरवरी 2012 को दुपारे को फांसी की सजा सुनाई थी। 26 नवंबर 2014 को नागपुर खंडपीठ ने भी इस फैसले को कायम रखा था। दुपारे इस वक्त नागपुर मध्यवर्ती कारागृह में कैद है। सत्र न्यायालय द्वारा वर्ष 2012 में फांसी की सजा दिए जाने के बाद से ही उसे फांसी वार्ड में रखा गया है। अब राष्ट्रपति द्वारा दया याचिका खारिज की गई है। जानकारी के अनुसार, राष्ट्रपति सचिवालय से जैसे ही फांसी पर अमल का आदेश आएगा, वसंत को फांसी दे दी जाएगी।
Created On :   5 May 2023 10:01 AM IST