महाराष्ट्र में 69 रेलवे स्टेशन पर स्थानीय हस्तकला पर जोर

महाराष्ट्र में 69 रेलवे स्टेशन पर स्थानीय हस्तकला पर जोर
वोकल फॉर लोकल विजन

डिजिटल डेस्क, नागपुर । स्थानीय हस्तकला को बढ़ावा देने के लिए रेल प्रशासन ने कुछ समय पहले स्टेशनों पर ‘वन स्टेशन वन प्रोडक्ट’ के तहत स्टॉल उपलब्ध करने की प्रक्रिया प्रारंभ की है। अब तक पूरे महाराष्ट्र में 69 रेलवे स्टेशनों पर 72 स्टॉल को शुरू कर स्थानीय हस्तकला को बढ़ावा दिया जा रहा है।

रेल मंत्रालय ने भारत सरकार के ‘लोकल फॉर वोकल' विजन को बढ़ावा देने, स्थानीय व स्वदेशी उत्पादों के लिए बाजार उपलब्ध कराने और लोगों के लिए अतिरिक्त आय के अवसर को बढावा देने के लिए भारतीय रेल पर ‘वन स्टेशन वन प्रोडक्ट' (वन स्टेशन वन प्रोडक्ट) योजना शुरू की थी। इस योजना के तहत, रेलवे स्टेशनों पर वन स्टेशन वन प्रोडक्ट आउटलेट्स को स्वदेशी व स्थानीय उत्पादों को प्रदर्शित करने, बेचने और उच्च दृश्यता देने के लिए आवंटित किया गया है। योजना का पायलट प्रोजेक्ट 25 मार्च 2022 को शुरू किया गया था और अब तक महाराष्ट्र राज्य में 69 रेलवे स्टेशनों को 72 वन स्टेशन वन प्रोडक्ट आउटलेट के साथ कवर किया गया है। इन वन स्टेशन वन प्रोडक्ट स्टालों को पूरे भारतीय रेलवे में एकरूपता के लिए राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान, अहमदाबाद द्वारा डिजाइन किया गया है।
‘वन स्टेशन वन प्रोडक्ट' उस स्थान के लिए विशिष्ट है और इसमें स्वदेशी जनजातियों द्वारा बनाई गई कलाकृतियां, स्थानीय बुनकरों द्वारा हथकरघा, विश्व प्रसिद्ध लकड़ी की नक्काशी जैसे हस्तशिल्प, कपड़े पर चिकनकारी और जरी-जरदोजी का काम या मसाले चाय, कॉफी और अर्ध-प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ या उत्पाद शामिल हैं। महाराष्ट्र में रेलवे स्टेशनों पर वन स्टेशन वन प्रोडक्ट आउटलेट में विभिन्न उत्पाद रखे हैं, जिसमें नागपुर में बांस के उत्पाद, परेल में कपड़ा और हथकरघा, पिंपरी में हस्तनिर्मित पर्स बैग (कागज और कपड़े से बने), अहमदनगर में केला, अंगूर, पापड़, अचार, बडनेरा में सांबरवड़ी, छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस मुंबई में चमड़े के उत्पाद, चिंचवाड़ में घर में बनी अगरबत्ती, धूप, साबुन, फिनाइल, चर्चगेट पर चमड़े के उत्पाद शामिल हैं। गोरेगांव में खादी उत्पाद, इगतपुरी में मौसमी फल और खाद्य उत्पाद जैसे पपीता, अंगूर, सेब, अचार, पापड़ आदि, कोल्हापुर में हस्तनिर्मित कोल्हापुरी चप्पल, कंकवली और कुडाल में लकड़ी के खिलौने, लोनावला में चिक्की और फज उत्पाद, नासिक रोड पर पैठानी साड़ी, भगवान विट्‌ठल की मूर्तियां, पंढरपुर में कुमकुम, अगरबत्ती और अन्य पूजा सामग्री, सातारा में कंडी पेड़ा, शेगांव में पापड़, सोलापुरी बेडशीट और सोलापुर में तौलिये, वापी और बोरीवली में वारली कला और शिल्प, वसई रोड और नालासोपारा आदि में सॉफ्ट टॉयज आदि शामिल हैं।

Created On :   17 May 2023 1:45 PM IST

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