- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- ऑनलाइन अपॉइंटमेंट ठगी से बचाने के...
ऑनलाइन अपॉइंटमेंट ठगी से बचाने के लिए अस्पताल एक्शन मोड में
मोफीद खान, मुंबई । मुंबई और आस-पास सटे इलाकों में बीते कुछ महीनों में डॉक्टरों का ऑनलाइन अपॉइंटमेंट लेते समय मरीजों के साथ ऑनलाइन ठगी होने के कई मामले सामने आ चुके हैं। इन मामलों को पुलिस के साथ-साथ अस्पतालों ने भी गंभीरता से लिया है। मरीजों को इन ठगी से बचाने के लिए अब कई निजी अस्पताल भी ऐक्शन मोड में आ गए हैं। निजी अस्पताल अपनी वेबसाइट में संशोधन कर उसे सायबर प्रूफ करने के साथ- साथ मरीजों को भी संशोधित वेबसाइट के प्रति जागरूक कर रहे हैं।
महिला वकील और प्रिंसिपल के उड़ाए पैसे
वडाला इलाके में बीते दिनों में एक महिला वकील उस समय ऑनलाइन ठगी का शिकार हुई ,जब वह एक अस्पताल में डॉक्टर के लिए ऑनलाइन अपॉइंटमेंट बुक कर रही थी। इस महिला वकील ने अपॉइंटमेंट बुकिंग के समय सवा लाख रुपए गंवा दिए। इसी तरह की ठगी का शिकार कांदिवली के एक प्रिंसिपल भी हुए। मीरा रोड के एक अस्पताल में ऑनलाइन अपॉइंटमेंट बुक करते समय कॉलेज के प्रिंसिपल के खाते से ठगों ने 17,000 रुपये उड़ा लिए। इन मामलों को देखते हुए अब अस्पताल प्रशासन अपनी वेबसाइट की डिजाइन में बदलाव कर रहे हैं।
अस्पताल हो रहे सजग, मरीजों को कर रहे सतर्क
कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल के सीईओ डॉ. संतोष शेट्टी ने बताया कि हम अपने सभी मरीजों को जागरूक कर रहे हैं। अस्पताल की वेबसाइट से लेकर हमारे सभी सोशल मीडिया हैंडल पर अस्पताल के आधिकारिक नंबर शेयर किए गए हैं और मरीजों से अपील की है कि वे इन्हीं नंबरों पर संपर्क करें। हिंदुजा अस्पताल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जॉय चक्रवती ने बताया कि यह मामला गंभीर होता जा रहा है। उनके यहां भी इस तरह की दो घटनाएं हुई हैं। इन घटनाओं से पुलिस को अवगत कराया गया है। हम अपनी अस्पताल की वेबसाइट को बेहतर बनाने का प्रयास कर रहे हैं। अपॉइंटमेंट लेते समय मरीजों को भी सतर्क रहने की जरूरत है।
ऑनलाइन अपॉइंटमेंट सोच-समझ कर लें
साईं ग्रुप ऑफ अस्पताल के निदेशक डॉ. खालिद शेख ने बताया कि हमने भी अपने मरीजों को ऑनलाइन अपॉइंटमेंट ठगी से बचाने के एहतियाती कदम उठाए हैं। साथ ही, मरीजों को भी सतर्क रहना चाहिए। मरीजों को अनजाने अस्पताल या डॉक्टर के बजाय परिचित अस्पतालों में ही सीधे संपर्क करना चाहिए। ग्लोबल अस्पताल के सीईओ विवेक तलवलिकर ने बताया कि हमारी आईटी टीम लगातार हमारी वेबसाइट पर नजर रखती है। अस्पताल की साइट को कोई हैक नहीं कर सकता। विशेष रूप से अस्पताल की वेबसाइट में और बदलाव करेंगे। मेडिकवर अस्पताल के सेंटर हेड डॉ. नवीन के. एन. ने बताया कि हमारे अस्पताल की वेबसाइट पूरी तरह से सुरक्षित है। इसमें सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इसके अलावा अस्पताल का एक ही कॉल सेंटर नंबर है। इन नंबरों से मरीजों को अवगत कराया जाता है, जिससे कोई भी जालसाज मरीज को ठग नहीं सकता।
इस तरह होते हैं ठगी के शिकार
मरीजों को ठगने के लिए जालसाजों द्वारा प्रसिद्ध अस्पतालों की डुप्लीकेट वेबसाइटें बनाई जाती हैं। इन वेबसाइटों पर जालसाज अपने नंबर आदि की जानकारी देते हैं। मरीज गूगल से प्राप्त नंबर पर संपर्क करते हैं। अपॉइंटमेंट बुक करने की बात कहकर मरीज से पांच रुपये का शुल्क भुगतान करने के लिए कहा जाता है। विश्वास हासिल करने के लिए मरीजों को व्हाट्सएप नंबर पर अपॉइंटमेंट का टोकन नंबर भेजा जाता है। इसी विश्वास के बाद ठगों द्वारा भेजे लिंक पर व्यवहार होते ही मरीज ठगी का शिकार हो जाते हैं।
Created On :   16 May 2023 1:12 PM IST