यातायात पुलिस विभाग में भारी आंतरिक तबादले

यातायात पुलिस विभाग में भारी आंतरिक तबादले
घालमेल की जांच-पड़ताल जारी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार के आदेश पर 600 अधिकारी-कर्मचारियों का एक साथ आंतरिक तबादला किए जाने से यातायात पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। कुछ कर्मचारियों का कहना है कि करनी किसी की और भरनी सब को करनी पड़ी।

यातायात पुलिस विभाग के मुख्य कार्यालय में कुछ रजिस्टर के अंदर घालमेल किए जाने की भनक लगने पर पुलिस विभाग के आला-अफसरों ने बड़ा निर्णय लेते हुए सभी यातायात जोन में कार्यरत कर्मचारियों का दूसरी जोन में तबादला कर दिया। सीताबर्डी, सदर, लकड़गंज, कामठी, सक्करदरा, सोनेगांव, काॅटन मार्केट, इंदोरा, अजनी और एमआईडीसी यातायात जोन में करीब 600 कर्मचारियों का इस जोन से उस जोन में तबादला किया गया। कुछ ऐसे भी कर्मचारी मिले हैं, जिनके खिलाफ निलंबन की गाज गिर सकती है। यातायात पुलिस विभाग में चल रही घालमेल के बारे में गहन जांच करने में कई रहस्य उजागर हो सकते हैं। इसमें कई अधिकारी-कर्मचारी भी नप जाएंगे।

सर्विस सीट के दस्तावेज में काट-छांट

सूत्रों के अनुसार सिविल लाइंस स्थित यातायात पुलिस विभाग के मुख्य कार्यालय में सर्विस सीट के रजिस्टर में कुछ काट छांट किए जाने की जानकारी सामने आई है। इसके बारे में पता चलने पर वरिष्ठ अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एक ही दिन में 600 कर्मचारियों का आंतरिक तबादला कर दिया। फिरोज, राहुल और जुनैद जैसे विवादित कर्मचारियों के बारे में बुधवार को दिनभर चर्चाओं का बाजार गर्म था। इन कर्मचारियों के बारे में आला अफसरों को भनक लग चुकी थी कि इन्होंने किस तरह से घालमेल करते थे। यातायात पुलिस मुख्य कार्यालय के कुछ कर्मचारी ताे शहर के अंदर निर्माणकार्य के लिए सामग्री लाने वाले वाहनों से वसूली तक करते थे। चर्चा है कि क्रांकिट के टैंकरों से हर माह 5 और रेत, गिट्टी व अन्य सामग्री लाने वाले वाहनों से करीब 2500 रुपए हर माह वसूल किया जाता था। ऐसे कई अनगिनत कारनामे पुलिस विभाग के आला अफसरों को पता चलने पर बुधवार को एक साथ बड़े पैमाने पर तबादला किया गया। पुलिस आयुक्तालय में सभी यातायात ट्रैफिक जोन में कार्यरत सभी कर्मचारियों के ज्वाइंट होने की तिथि से लेकर उनके कार्यालय का ब्योरा मंगवाया गया था। इसके बाद ही यह बड़ा निर्णय लिया गया। जिन यातायात पुलिस कर्मियों को सेवानिवृत्त होने में 4-5 माह बाकी है। उनको नहीं हटाया गया है। कुछ दागी कर्मचारियों के बारे में पता चलने पर उन्हें पुलिस मुख्यालय में तबादला किया गया है।

Created On :   18 May 2023 12:49 PM IST

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