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नागपुर में स्कूल खुलने के पहले दिन 10 प्र.श. रही उपस्थिति, 34 स्कूल खुले ही नहीं
डिजिटल डेस्क, नागपुर । दस महीने से बंद शहर के स्कूल विवादों के बाद खुले। पहले दिन 10 प्रतिशत विद्यार्थियों ने ही हाजिरी लगाई। 34 स्कूलों ने शासनादेश को पीठ दिखाई। जो स्कूल नहीं खुले, उनसे जवाब-तलब किया जाएगा। कोरोना संक्रमण के चलते बंद स्कूल सरकार के आदेश पर खोले गए। पहले चरण में नौवीं से बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियाें को स्कूल में पढ़ाने की सशर्त अनुमति दी गई। स्कूल खोलने से पहले सैनिटाइजेशन, शिक्षकों की आरटीपीसीआर टेस्ट, विद्यार्थियों का तापमान व ऑक्सीजन लेवल जांच, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन, 6 फीट फासले पर बैठक व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए। स्कूलों में सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन किए जाने का शिक्षा विभाग ने दावा किया।
मनपा स्कूलों में 32% उपस्थिति
मनपा के 25 हाईस्कूल और 4 जूनियर कॉलेज हैं। विद्यार्थी संख्या 3 हजार 896 हैं। 1 हजार 283 विद्यार्थियों ने स्कूल में दस्तक दी। मनपा स्कूलों में विद्यार्थी उपस्थिति का प्रमाण 32 प्रतिशत रहा। निजी स्कूलों के मुकाबले मनपा स्कूलों में विद्यार्थियों की उपस्थिति बेहतर रही।
14 हजार विद्यार्थी पहुंचे : शहर में 593 स्कूल की विद्यार्थी संख्या 1 लाख, 41 हजार 628 हैं। इसमें से 14 हजार 97 विद्यार्थी पहले दिन स्कूल पहुंचे। स्कूल पहुंचने वाले विद्यार्थियों का प्रमाण 10 प्रतिशत रहा।
सीनियर कॉलेज से अटैच 13 जूनियर कॉलेज : शासनादेश को नजरअंदाज कर नहीं खोले गए 34 स्कूलों में 13 ऐसे जूनियर कॉलेज हैं, जो सीनियर कॉलेज से अटैच हैं। सीनियर और जूनियर कॉलेज एक ही प्रबंधन के अधीन रहने से आदेश को नजरअंदाज किया गया।
गफलत में समय पर सैनिटाइजेशन : स्कूल खोलने की तारीख दो सप्ताह पहले दी गई थी। स्कूल खोलने से पहले इमारत व परिसर का सैनिटाइजेशन करने के निर्देश दिए गए थे। इससे पूर्व 13 दिसंबर को स्कूल खोलने के निर्देश दिए गए थे। मनपा आयुक्त ने ऐन वक्त पर मनपा सीमाक्षेत्र में 3 जनवरी तक स्कूल बंद रखने का फरमान जारी किया था। इस बार भी समय पर तारीख बदलने की गफलत में रहकर अनेक संस्थानों ने पहले से सैनिटाइजेशन नहीं किया। अंतिम समय पर सैनिटाइजेशन किया गया।
जगह के अभाव में एक दिन के अंतराल पर स्कूल : जिस स्कूल में विद्यार्थी संख्या ज्यादा है, ऐसे स्कूल में विद्यार्थियों की दो श्रेणियां बनाई गई हैं। इसके अनुसार, विद्यार्थियों को एक दिन के अंतराल पर बुलाने का नियोजन किया गया। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर एक बेंच पर एक विद्यार्थी के बैठने की व्यवस्था की गई। सोशल डिस्टेंसिंग की मार्किंग नहीं : स्कूल परिसर में सोशल डिस्टेंसिंग की मार्किंग करने के निर्देश दिए गए हैं। कई स्कूलों में इसका पालन नहीं किया गया।
सभापति व शिक्षणाधिकारी ने दी भेंट : मनपा के विवेकानंद हिंदी स्कूल को मनपा शिक्षण सभापति प्रा. दिलीप दीवे, उपसभापति प्रमोद तभाने व शिक्षणाधिकरी प्रीति मिश्रीकोटकर ने भेंट दी। विद्यार्थियों के साथ बातचीत की। तभाने ने कहा कि विद्यार्थियों ने खुशी व्यक्त करते हुए नियमों का पालन करते हुए पढ़ाई करने की भावना वक्त की। विद्यार्थियों से सावधानी बरतने का उन्होंने आह्वान किया।
69 शिक्षक, कर्मचारी कोविड पॉजिटिव : स्कूल जाने से पहले शिक्षकों की आरटीपीसीआर टेस्ट कराई गई। शहर के कुल 69 शिक्षक व कर्मचारी की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिसमें 25 शिक्षक व 44 शिक्षकेत्तर कर्मचारी हैं। निजी स्कूलों के 63 तथा मनपा स्कूलों के 6 शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी पॉजिटिव हैं।
सावधानी बरतना जरूरी है
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए स्कूल खोलने से पहले आवश्यक उपाय योजनाएं की गई हैं। इसके बावजूद विद्यार्थियों को सावधानी बरतनी जरूरी है। स्कूल लाने-ले जाने के लिए उपयोग में लाए जा रहे वाहनों का सैनिटाइजेशन का ध्यान रखें। विद्यार्थी, शिक्षक और पालक सुरक्षा की दृष्टि से सावधानी बरतें।- राधाकृष्णन बी. आयुक्त, महानगरपालिका
Created On :   5 Jan 2021 9:38 AM GMT