10वीं बोर्ड एग्जाम : स्टूडेंट्स के लिए शिक्षकों ने शुरू की हेल्पलाइन

10th board exam, teachers started helpline for students
10वीं बोर्ड एग्जाम : स्टूडेंट्स के लिए शिक्षकों ने शुरू की हेल्पलाइन
10वीं बोर्ड एग्जाम : स्टूडेंट्स के लिए शिक्षकों ने शुरू की हेल्पलाइन

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राज्य शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं की शुरुआत 1 मार्च से हाे रही है। इस बार 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के लिए नागपुर विभाग से 1 लाख 64 हजार 878 विद्यार्थियों ने आवेदन भरा है। ये विद्यार्थी विभाग के 690 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा देंगे। ये विद्यार्थी पहली बार बोर्ड की परीक्षा से गुजरने वाले हैं। तनाव स्वाभाविक है, पर काउंसलिंग के जरिए तनाव और चिंता को दूर करने का प्रयास शिक्षक वर्ग की ओर से किया गया है। शिक्षक अनिल शिवणकर व अन्य कुछ  शिक्षकों ने मिल कर विद्यार्थियों के लिए हेल्पलाइन नंबर शुरू किया है। इस हेल्पलाइन नंबर पर गणित, अंग्रेजी, सायंस जैसे विविध विषयों की शंकाएं दूर की जा सकती हैं। विद्यार्थी 9423402856, 9423484046, 9766638177, 9420856146, 915806388 नंबर पर  सुबह 9 बजे से रात 10 बजे तक संपर्क करके अपनी शंकाओं का समाधान पास सकते हैं। 

तिरपुडे समाजकार्य महाविद्यालय को मिला ऑटोनॉमस संस्थान का दर्जा
सिविल लाइंस स्थित तिरपुडे समाजकार्य महाविद्यालय को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की ओर से ऑटोनॉमस संस्थान का दर्जा प्राप्त हुआ है। संस्थान को नैक के मूल्यांकन में लगातार तीन बार ए ग्रेड मिलने के बाद यह ऑटोनॉमी प्राप्त हुई है। अब स्वायत्ता मिलने के बाद संस्थान ने अपने यहां कई नए पाठ्यकम (डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स) शुरू करने का निर्णय लिया है। जल्द ही कॉलेज स्तर के जरूरी प्राधिकरणों का गठन होने के बाद इस दिशा मंे कार्य शुरू होगा। 

पत्रकार परिषद में संस्था अध्यक्ष राजकुमार तिरपुडे ने यह जानकारी दी। इस दौरान  संस्था महाचवि गणेश गौरखेडे, सचिव जयंत कुंभाडे, प्राचार्य डॉ. केशव पाटील और उपप्राचार्य डॉ. विजय शिंगणापुरे की उपस्थिति थी। तिरपुडे ने कहा कि उनका कॉलेज देश का पहला समाजकार्य कॉलेज है, जिसे ऑटोनॉमी प्राप्त हुई है। इसके कारण अब पाठ्यक्रमों का अपग्रेडेशन किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि पारंपारिक पद्धति में कई बार पाठ्यक्रम पुराने हो जाते हैं, समायानुरुप वे अपडेट नहीं हो पाते। लेकिन ऑटोनॉमी मिलने के बाद संस्था अपनी तरह से पाठ्यक्रम डिजाइन कर सकेगी। जिसका लाभ िवद्यार्थियों को मिलेगा। उन्होंने कॉलेज में आयोजित नए उपक्रमों की भी जानकारी दी। उन्होंने दावा किया है कि ऑटोनॉमस संस्था के रूप में कार्य करने के लिए उनके यहां पूरा मनुष्यबल और क्षमता है। इस कार्य को संस्थान जिम्मेदारी के साथ निर्वाह करेगा। 
 

Created On :   27 Feb 2019 5:48 AM GMT

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