गांव तक पहुंच गए 17 बाघ, वनविभाग भी दहशत में

डिजिटल डेस्क, नागपुर। नागपुर विभाग के दक्षिण उमरेड में इन दिनों बाघों की दहशत है। यह दहशत केवल ग्राम निवासियों में ही नहीं, बल्कि वन विभाग में भी है। यही कारण से उनकी ओर से मुख्यालय से अतिरिक्त संसाधन व मनुष्य बल मांगा गया है। बता दें कि इस क्षेत्र में गांव के नजदीक करीब 17 बाघ पहुंच गए हैं।
खेत में जाने से डर : नागपुर विभाग का दक्षिण उमरेड एक बड़ा क्षेत्र है, जहां धामनगांव, धामखेली, बेसूर, खीर्सी जैसे कुल 40 गांव शामिल हैं। इन सभी गांव में लगभग 500 से ज्यादा घर बने हैं, जहां के लोग पूरी तरह से खेती पर निर्भर हैं। आए दिन इनका बाघों से सामना होता है।
अचानक संख्या बढ़ने का कारण : जानकारों के अनुसार, यहां उमरेड करांडला अभयारण्य में पहले से बाघ मौजूद हैं। यहां से ताड़ोबा के लिए वन्यजीव कॉरिडोर बना है। चूंकि यह हरियाली से भरा व बड़ा क्षेत्र है।, इसलिए भोजन-पानी की उपलब्धता के चलते बाघ यहां थम जाते हैं। इसी तरह ठीक ताड़ोबा से निकलने वाले बाघ भी क्षेत्र की तलाश करते हुए समुद्रपुर, चिमूर को पार कर यहां तक पहुंच जाते हैं। ऐसे में लगातार बाघों की संख्या बढ़ रही है।
शासन को भेजा है प्रारूप
परिसर में बाघों को अच्छा संरक्षण है, ऐसे में इनकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इनकी मौजूदगी को लेकर शासन को प्रारूप भेजा गया है, जिसमें अतिरिक्त मैन पावर व संसाधनों की मांग भी की गई है। - नरेद्र चहांदे, सहायक वनसंरक्षक, उमरेड नागपुर विभाग
उमरेड पवनी करांडला अभयारण्य में बुधवार को पर्यटक प्रदीप शिंदे और अन्य वन्यप्रेमियों को जंगल सफारी के दौरान करंडला गेट क्षेत्र के भीतर फेअरी नामक बाघिन अपने 4 नन्हें शावकों के साथ नजर आई। करांडला क्षेत्र में वन्यजीवों के अनुसार वनक्षेत्र का नियोजन किए जाने से बाघ की संख्या मंे इजाफा हो रहा है। इस मौसम में पर्यटकों की संख्या बढ़ने की संभावना आरएफओ आर. निंबेकर, राउंड ऑफिसर वी. सोनवणे ने जताई है। भास्कर छाया : उमरेड
Created On :   3 March 2023 2:10 PM IST












