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औरंगाबाद में तेज बारिश से 7 गांव खतरे में , 40 प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित, विदर्भ में हालात बिगड़े

डिजिटल डेस्क, औरंगाबाद । शहर में तेज मूसलाधार बारिश से कई गांव खतरे में आ गए हैं। मात्र एक घंटे में 87.6 मिमी पानी गिरने के समाचार हैं। शुरुआत के तीन मिनट यानी 7.10 बजे से 7.12 बजे के दौरान तो बारिश का औसत वेग 166, 75 मिमी दर्ज किया गया। कई इलाकों में मोटर साइकिलें बह जाने की खबरें हैं । पिसादेवी में नाला फूट जाने से आंबेडकर नगर में पानी घुस गया है। सातारा, रोशन गेट, किराड़पुरा, रहमानिया कालोनी, शरीफ कालोनी के पुलों से ऊपर पानी बह निकला। इन इलाकों में एक मीटर तक पानी भरा है। इस बीच, शहर की सुखना और खाम नदी में बाढ़ जैसी स्थिति दिखाई दी। बुधवार सुबह तक हर्सूल तालाब के भी ओवरफ्लो हो जाने की आशंका है जिसके चलते, नजदीक के इलाके के लोग रात को जाग कर पहरा देने में जुट गए हैं। उधर, देर रात तक आधे से ज्यादा शहर के अंधेरे में डूबे रहने से नागरिकों के लिए परिस्थतियां और भी विकट हो गईं।
मौसम विभाग के सूत्रों के अनुसार मंगलवार को सुबह 8.30 से रात 8.30 बजे तक 124.6 मिमी बारिश हुई है। दिन में कई बार 60 से 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं भी चलती रहीं। जिला प्रशासन की ओर से देर रात जिले के 7 गांवों को अति प्रतिबंधित, 7 गांवों को खतरे में तो 40 गांवों को प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित किया गया। मंगलवार को दिन भर में जिले की कन्नड़, पैठण, सोयगांव व खुलताबाद तहसील में अतिवृष्टि हुई
6 दिन में 12 व्यक्तियों की गई जान
चिकलथाना वेधशाला के सूत्रों ने दैनिक भास्कर को बताया कि मराठवाड़ा संभाग में एक सप्ताह से बारिश का जोर कायम है। मराठवाड़ा में गत छह दिन में 12 व्यक्तियों की बाढ़ में बह जाने से मौत हुई। इसमें बीड़ जिले में 4, नांदेड़ में 3, औरंगाबाद में 2 और हिंगोली, लातूर और उस्मानाबाद जिले में एक-एक व्यक्ति के जान गंवाने की खबर है। छोटे-बड़े मिलाकर 664 पशुधन और 598 मुर्गियाें की बारिश से जान चली गई। 12 व्यक्तियों की मौत हुई। अब तक 2 लाख, 22 हजार हेक्टेयर कृषि भूमि प्रभावित हुई है।
मराठवाड़ा की अधिकांश नदियों में बाढ़
विभाग में छह जलाशयों निम्न दुधना, येलदरी, सिद्धेश्वर, माजलगांव, विष्णुपुरी और मानार का जलसंचय 90 प्रतिशत तक पहंुच गया है। 5 जलाशयों से पानी छोड़ा गया। इसके चलते छोटी-बड़ी अधिकांश नदियाें में बाढ़ की स्थिति बन गई है। नदी के किनारे बसे हुए देहातों को अलर्ट किया गया है। 50 से ज्यादा मध्यम और लघु प्रकल्प मेें जल संचय सौ प्रतिशत तक पहंुच गया है। बारिश जारी रहने पर यहां से भी पानी छोड़े जाने की स्थिति में मराठवाड़ा के जल-थल होने की आशंका सूत्रों ने व्यक्त की है।
विदर्भ के कई बांध लबालब, खोले गए गेट
पिछले दो दिन से विदर्भ के कई हिस्सों में हो रही मूसलाधार बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। लबालब हो जाने से बांधों के गेट खोलने पड़े हैं। गड़चिरोली में गोदावरी नदी तट तथा वर्धा में नदी किनारे बसे गांवों के लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी गई है। कई स्थानों पर बारिश से फसलें खराब हो गई हैं। यवतमाल तहसील के ग्राम वाई, हातोला, आनंदनगर में ओलावृष्टि होने से किसानों में भय व्याप्त है।
चंद्रपुर के मूल के विहिरगांव में कई घरों में बारिश का पानी घुस गया। अमरावती मेंे विदर्भ नदी का पुल टूट जाने से अंजनसिंगी से दुर्गवाड़ा व धारवाड़ा गांवों का संपर्क टूट गया है। गड़चिरोली जिले की वैनगंगा नदी के गाेसीखुर्द बांध के 33 में से 7 गेट 0.50 मी. तक खोल दिए गए। चामोर्शी तहसील के चिचडोह बैराज के पूरे 38 दरवाजे, वर्धा के निम्नवर्धा के 31, बेबला बांध के 18, सेलू तहसील के बोर बांध के 7 दरवाजे खोले गए हैं। अमरावती के ऊर्ध्व वर्धा प्रकल्प के 13 में से 2 दरवाजे 5 सेमी तक खोले गए हैं। उधर, नागपुर में सोमवार रात व मंगलवार की सुबह हुई मूसलाधार बारिश से जगह-जगह मिनी तालाब जैसी स्थिति बनी रही। कई क्षेत्रों में पेड़ गिरने से आवागमन में परेशानी हुई। पूरे जिले में 87.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। सोमवार रात को 62.2 मिमी व मंगलवार सुबह 25 मिमी बारिश दर्ज की गई।
यवतमाल और गोंदिया में सात लोग बहे, दो के शव मिले
बारिश के कारण यवतमाल में तीन और गोंदिया में चार व्यक्ति पानी में डूब गए। इनमें से दो के शव बरामद कर लिए गए हैं और पांच की तलाश जारी है। यवतमाल की दिग्रस तहसील के काली दौलत मार्ग पर मंगलवार को वसंतनगर पुलिया पर पानी के बहाव में दो बाइक सवार बह गए। इनमें से ज्ञानेश्वर जाधव (28) का शव बरामद कर लिया गया जबिक सुरेश महिंद्रा (27) की तलाश जारी है। इसी तरह मंगलवार सुबह बाभुलगांव तहसील के ग्राम यावली-राणी अमरावती के नाले पर मछली पकड़ते समय संतोष श्रीराम पारिसे (35) की मौत हो गई। गोंदिया की आमगांव तहसील के मुंडीपार गांव स्थित बाघ नदी के घुबड़ घाट पर कालीमाटी निवासी संतोष अशोक बहेकार (19), रोहित नंदकिशोर बहेकार (18), मयूर अशोक खोब्रागड़े (21) एवं सुमित दिलीप शंेडे (17) नदी के तेज बहाव में बह गए। ये लोग मंगलवार सुबह मारबत लेकर घुबड़ घाट पहुंचे थे और नदी में स्नान करने के दौरान हादसा हो गया। शाम 6 बजे तक खोज अभियान के बाद भी चारों का पता नहीं चल सका था। बुधवार सुबह से दोबारा खोज मुहिम शुरू की जाएगी।



Created On :   8 Sept 2021 10:43 AM IST