9 दिन की बच्ची 2.50 लाख रु. में छत्तीसगढ़ में बेच डाली

9 days old girl Rs 2.50 lakh. I sold in Chhattisgarh
9 दिन की बच्ची 2.50 लाख रु. में छत्तीसगढ़ में बेच डाली
गिरोह का पर्दाफाश 9 दिन की बच्ची 2.50 लाख रु. में छत्तीसगढ़ में बेच डाली

डिजिटल डेस्क, नागपुर। दो बेटियों के बाद तीसरी बेटी पैदा होने पर चिंतित दंपति का बच्चा बिक्री गिरोह की सूत्रधार श्वेता खान से संपर्क हो गया और   श्वेता खान और उसके गिरोह ने सिर्फ 9 दिन की बच्ची को छत्तीसगढ़ में एक धनाढ्य दंपति को 2.50 लाख रुपए में बेच दिया। इस मामले का क्राइम ब्रांच पुलिस ने पर्दाफाश किया। श्वेता और उसके गिरोह पर एक और बच्चा बिक्री का प्रकरण एमआईडीसी बुटीबोरी थाने में दर्ज किया गया है। 

पीड़ित यवतमाल के मजदूर दंपति
पुलिस के अनुसार  यवतमाल के एक मजदूर दंपति को दो बेटियां थीं। तीसरी भी बेटी होने से उसके लालन-पालन को लेकर उनकी चिंता बढ़ गई। वह अपनी 9 दिन की बेटी को किसी को दत्तक देने की सोच रहे थे। इस बीच उनकी मुलाकात सीमा भीम चापरिया से हुई। यह फर्जी नर्स  सीमा बच्चा बिक्री गिरोह की मुखिया  श्वेता आैर उसके पति मकबूल खान के लिए काम करती है। सीमा ने दंपति को भरोसा दिलाया कि, दंपति के साथ मासूम को लेकर श्वेता के घर पहुंची और  मासूम को रायपुर (छग) के एक व्यापारी दंपति को दत्तक दिलाने की बात की। पश्चात ढाई लाख में छग के व्यापारी दंपति बच्ची का सौदा किया।   बूटीबोरी में रायपुर के दंपति को  16 जून 2022 को बच्ची को  खरीदा की और श्वेता को पैसे दिए। यह पैसे श्वेता, मकबूल, सचिन और सीमा ने आपस में बांट लिए।

ऐसे उजागर हुआ मामला
मानव तस्करी विरोधी दस्ते की प्रमुख  रेखा संकपाल ने श्वेता खान को जांच के सिलसिले में हिरासत में लिया था। जांच में छत्तीसगढ़ के एक व्यापारी से श्वेता की चैटिंग के बारे में पता चलने पर उन्हें संदेह हुआ। उन्होंने उस दिशा में जांच शुरू की, तो श्वेता और उसके गिरोह का एक और बच्चा बिक्री का प्रकरण सामने आ गया, तब  श्वेता द्वारा एक ओर बच्चा बेचने का प्रकरण सामने आया।  पुलिस ने बच्ची को कब्जे में लेकर श्वेता और उसके गिरोह पर एमआईडीसी बुटीबोरी में मामला दर्ज कराया है। 

कुछ फर्जी डॉक्टर राडार पर 
श्वेता ने अपने गिरोह में कई डॉक्टर आैर नर्स को शामिल कर रखा है। कई लोगों को क्लिनिक शुरू करने में उसने आर्थिक मदद की है। अभी तक इस गिरोह से जुड़े 10-12 फर्जी डॉक्टरों के नाम सामने आ चुके हैं। कुछ और डॉक्टर पुलिस के राडार पर हैं। इस मामले में क्राइम ब्रांच पुलिस विभाग  के उपायुक्त मुमक्का सुदर्शन के मार्गदर्शन में सहायक पुलिस निरीक्षक रेखा संकपाल, समाधान बजबलकर, लक्ष्मीछाया तांबुसकर, ज्ञानेश्वर ढोके, राजेंद्र अटकाले, मनीष पराये और ऋषिकेश डुंबरे ने कार्रवाई की। 
 

Created On :   25 March 2023 2:57 PM IST

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