पता भोपाल का दिया ट्रांजेक्शन आगरा में हुआ

डिजिटल डेस्क, यवतमाल। ऑनलाइन एप पर कम पैसे में फ्रिज देने का लालच देकर एक फर्निचर विक्रेता की 50 हजार रुपए से ठग लिया गया था। मामला 12 जनवरी को प्रकाश में आया था। इस विक्रेता के पैसे 50 हजार यूनियन बैंक की भोपाल शाखा में ट्रांजेक्शन होने की बात ज्ञात हुई थी। इससे पीड़ित चंद्रशेखर जोशी शुक्रवार काे भोपाल पहुंचे थे। वहां पर प्रताप नगर यूनियन बैंक शाखा में मैनेजर से मिले तो उन्होंने जोशी का 50 हजार रुपए का ट्रांजेक्शन कम्प्यूटर में देखा तो उन्हंे आश्चर्य हुआ। क्योंकि वह राशि उनके बैंक के खाते में नहीं आई थी। सिर्फ पता उनके बैंक का भोपाल का दिया हुआ था, जबकि यह राशि ट्रांजेक्शन में देखने के बाद पता चला कि यह राशि उनके राणा प्रताप नगर बैंक के खाते में न आते हुए आगरा के कालिंदी शाखा में गई है। वह खाता अभी भी शुरू है। अखिलेश सिंह के नाम पर यह खाता बताया गया है।
पीड़ित ने इस मामले में वड़गांव जंगल थाने में 3-4 बार चक्कर लगाए थे। फिर भी शिकायत नहीं ली जा रही थी। इस मामले में ऊपर से दबाव आने पर 18 जनवरी को अपराध दर्ज किया गया था। उसके बाद पुलिस की ओर से इस मामले में कोई छानबीन आगे नहीं की गई है। इस कारण पीड़ित ही शुक्रवार को भोपाल की शाखा में पहुंचे थे। इसमें आॅनलाइन ट्रांजेक्शन में आरोपी का नाम संदीप त्रिपाठी बताया जा रहा था। भोपाल पहुंचने पर बैंक मैनेजर से इसकी जानकारी मांगने पर उन्होंने अखिलेश सिंह का नाम से यह 50 हजार उनके खाते में जाने की बात आॅनलाइन जानकारी के आधार पर बताई है। इसमें पीड़ित का नाम अकोला बाजार निवासी चंद्रशेखर जोशी (35) है। वे फर्निचर बिक्री का काम करते हैं। साथ में इलेक्ट्राॅनिक चीजें भी बेचते हंै। आॅनलाइन एप पर बाजार दाम से सस्ते में फ्रिज मिलने की बात इन ठगों ने बताई थी। उसी के चलते यह 50 हजार आरटीजीएस से भेजे गए थे। यह आरटीजीएस का ट्रांजेक्शन आगरा की कालिंदी शाखा में हुआ है। आरोपियों के खिलाफ वडगांव जंगल थाने में भादंवि की धारा 420 के तहत अपराध दर्ज है।
Created On :   21 Jan 2023 5:56 PM IST