पत्नी की मृत्यु के बाद पति ने अस्पताल में बनवाया आईसीयू यूनिट 

After the death of the wife, the husband got the ICU unit built in the hospital.
पत्नी की मृत्यु के बाद पति ने अस्पताल में बनवाया आईसीयू यूनिट 
चंद्रपुर पत्नी की मृत्यु के बाद पति ने अस्पताल में बनवाया आईसीयू यूनिट 

मेहूल मनियार। मूल (चंद्रपुर) । आज भी कई जगह पर अस्पताल तथा अत्याधुनिक आवश्यक सुविधा उपलब्ध नहीं होने के कारण कई लोगों को जान गंवानी पड़ रही है। अत्यावश्यक स्वास्थ्य सेवा न मिलने से किसी की मृत्यु न हो ऐसा सोचते हुए मूल निवासी हिरेन गोगरी ने खुद के पैसों से ग्रामीण उपजिला अस्पताल में आईसीयू यूनिट की स्थापना कर दी। यह यूनिट उन्होंने अपनी पत्नी की याद में बनाया। उन्होंने अपनी धर्मपत्नी के साथ करीब छह महीनों का समय हैदराबाद के निजी अस्पताल में बिताया। वहां उन्होंने अपनी पत्नी के साथ और अन्य मरीजों की पीड़ा देखी। जहां उन्हें स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का एहसास हुआ। उन्होंने मूल उपजिला अस्पताल में आईसीयू यूनिट बनाने का फैसला लिया। हाल ही में छह माह पूर्व उनकी पत्नी की बीमारी के चलते अस्पताल में मृत्यु हुई थी, जिसके चलते उन्होंने खुद के पैसों से ग्रामीण उपजिला अस्पताल में आम नागरिकों के लिए यह सुविधा उपलब्ध कर एक मिसाल पेश की है।

बता दें कि विकासशील शहर के नाम से पहचान बनाने वाले मूल शहर में सभी आधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं। इसमें संपूर्ण शहर में कांक्रीट रास्ते,नालियां, स्विमिंग पूल, वातानुकूलित सभागृह, नवीनतम निर्माण हुए सभी सरकारी इमारत एवं अस्पताल शामिल है। लेकिन सभी सुख सुविधाओं के बावजूद शहर के उपजिला अस्पताल मंे गहन देखभाल इकाई (आईसीयू) की कमी थी, जिस कारण गंभीर मरीजों को चंद्रपुर अथवा नागपुर ले जाना पड़ता था। इस परेशानी काे देखते हुए शहर के प्रतिष्ठित राइस मिल उद्योजक हिरेन गोगरी ने अपनी धर्म पत्नी की स्मृति में स्वयं के खर्च से आईसीयू का यूनिट (सभी उपकरणों सहित) स्थापित करने का प्रस्ताव दिया, जो अस्पताल प्रशासन ने मंजूर कर लिया। इसका लोकार्पण बुधवार  गुढ़ी पाड़वा के उपलक्ष्य में प्रभारी वैद्यकीय अधीक्षक डॉ. देवेन्द्र लाडे के हाथों किया गया। आईसीयू यूनिट के अलावा उन्होंने वॉटर कूलर एवं टीवी अस्पताल को भंेट की।

यह सुविधा शहरवासियों के लिए काफी फायदेमंद साबित होगी। ज्ञात रहे, हिरेन गोगरी की धर्म पत्नी हिना हिरेन गोगरी ने हाल ही मे गंभीर अवस्था में करीब छह महीने अस्पताल मंे जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ने के बाद दम तोड़ा था। बहरहाल, निचले तबके के लोग गंभीर परिस्थिति मंे, आईसीयू सुविधा के नहीं होने से, अपनी जान न गंवाये इस सामाजिक दायित्व के उद्देश्य से हिरेन गोगरी ने यह सराहनीय कदम उठाया है। इस अवसर पर हिरेन गोगरी सहित उनके वरिष्ठ पुत्र योग गोगरी, डाॅ. तीरथ ऊराडे, बाजार समिति के पूर्व सभापति राकेश रत्नावार, कांग्रेस के तहसील अध्यक्ष गुरु गुरनूले, विजय केशवानी, डॉ. वसीम शेख, जीवन कोंतमवार, राजू पटेल, सचिन चिंतावार, नितीन राजा, एड. अश्विन पांलीकर, प्रशांत समर्थ, प्रशांत लाडवे आदि उपस्थित थे।
 

Created On :   23 March 2023 2:31 PM IST

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