पुत्र प्राप्ति का झांसा देकर गुमराह करने वाला भोंदूबाबा पकड़ाया

Bhondubaba, who was misleading on the pretext of getting a son, was caught
पुत्र प्राप्ति का झांसा देकर गुमराह करने वाला भोंदूबाबा पकड़ाया
वाशिम पुत्र प्राप्ति का झांसा देकर गुमराह करने वाला भोंदूबाबा पकड़ाया

डिजिटल डेस्क, वाशिम । गर्भधारणपूर्व तथा प्रसवपूर्व  लिंग जांच पर बैन होने के बावजूद एक ढोंगी बाबा नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए लोगों को झांसे में लेकर बेवकूफ बनाने का काम कर रहा था । मेडिकल टीम और पुलिस ने भोंदू बाबा को पकड़ा है। जानकारीी के अनुसार जिला शल्य चिकित्सक डा. विजय कालबांडे के मार्गदर्शन में मंगरुलपीर तहसील के ग्राम येडशी में भोंदू बाबा पर कारवाई करने हेतु मंगरुलपीर ग्रामीण चिकित्सालय के वैद्यकीय अधीक्षक डा. श्रीकांत जाधव, आइसीटीसी समुपदेशक रमेश आडे, स्वच्छता श्रमिक प्रकाश संगत व मंगरुलपीर पुलिस स्टेशन के पुलिस हेड कान्स्टेबल संतोष मनवर ने एक महिला को फर्जी केस के रुप में सुबह 11 बजे भोंदुबाबा के पास भेजा । महिला को देखकर बाबा ने उससे वहां आने का कारण और समस्या के बारे में पूछा। महिला कर्मचारी ने भोंदू बाबा को स्वयं को एक पुत्री होने की बात कही, जिसके बाद भोंदूबाबा ने महिला से उसे कितने महिने के दिन रहने और क्या वह गर्भवती है, ऐसा प्रश्न पूछा ।  महिला कर्मचारी ने ढ़ाई महिना होने की बात कही । बाद में भोंदूबाबा मंदिर के पास के कमरे में गया और उसने कपूरी नागिली के पान   के नीचे शक्कर के बताशे की दवाई   देकर यह दवाई उसके सामने ही खाने को कहा । महिला कर्मचारी ने औषध, पान व उसमें दिए गए बताशे खा लिए । भोंदूबाबा ने इस दवाई से बेटा होने की झूठी बात महिला से कही । जिसके बाद कुछ दूरी पर रहनेवाले डा. जाधव, आडे, संगत व मनवर  सभी उस भोंदूबाबा के पास पहुंचे । भोंदू बाबा ने उनसे नाम पूछी तो उन्होंने अपने नाम बताए । महिला द्वारा ली गई दवाई से निश्चित ही लड़का होगा क्या, ऐसा पूछने पर बाबा ने निश्चित ही लड़का होने की बात कही । उसने बताया की मेरे पास दवाई के लिए  दूर-दराज़ से लोग आने की बात कही। इस दवाई को लेने से लड़का होता है, इसी कारण इतने दूर से लोग मेरे पास दवाई के लिए आते हैं, ऐसा उस बाबा ने स्वयं कबूल किया । टीम ने भोंदूबाबा से जब दवाई के बदले पैसे लिए जाने के बरे में पूछा तो उसने बताया कि मेरे पास गाय है, उनके लिए लोग ढेप लाकर देते है । इस दवाई को लेकर शिक्षा किससे हासिल की, ऐसा प्रश्न पूछने पर उसने बताया की मैने अपने गुरु हनुमानदास महाराज से यह शिक्षा ली है और उनका वर्ष 2007 में ही निधन होने के बाद से यह दवाई मै स्वयं दे रहा हूं । टीम ने  रुम में जाकर देखा तो सफेद रंग के बोरे में  बताशे, नागीली के पत्ते, रद्दी पेपर और एक स्टील डिब्बे में चार छोटी प्लास्टिक की बोतलें मिली । इन बोतलों में विविध प्रकार की जड़ीबूटी की दवाई मिली । भोंदूबाबा के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच जारी है।

Created On :   16 Feb 2023 4:53 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story