बाघ के हमले में चरवाहे की मृत्यु

डिजिटल डेस्क, सिंदेवाही (चंद्रपुर)। तहसील मुख्यालय से लगभग 12 किमी दूर ग्राम कच्चेपार में एक ही दिन में बाघ के हमले की अलग-अलग दो घटना घटित होने से गांव में दहशत का माहौल है। प्राप्त जानकारी के अनुसार कच्चेपार गांव से सटा घना जंगल है। गुरुवार को शाम 5.30 बजे मवेशियों को चराकर लौट रहे कच्चेपार गांव निवासी चरवाहा बाबूराव लक्षण देवतले (55) पर बाघ ने अचानक हमला किया। इस हमले में घायल चरवाहे को अस्पताल में भर्ती किया गया, लेकिन उसकी हालत गंभीर होने से उसे जिला सरकारी अस्पताल रेफर किया गया, परंतु चंद्रपुर ले जाते समय बीच रास्ते में उसकी मौत हो गई। इसी दिन स्थानीय निवासी नरेंद्र पिपरे के गौशाला में रात 12 बजे से 1 बजे के बीच बाघ ने बैल को अपना शिकार बनाया।
एक ही दिन में बाघ के हमले की दो घटनाओं से गांव में दहशत का माहौल है। चरवाहा बाबूराव देवतले की मृत्यु की सूचना मिलने पर सिंदेवाही पंचायत समिति के उपसभापति विरेंद्र जैस्वाल के हाथों मृतक के परिवार को 25 हजार रुपए की तत्काल सहायता दी गई। इस अवसर पर पूर्व सरपंच सचिन नाडमवार, सामाजिक वनीकरण विभाग के वनपरिक्षेत्र अधिकारी महेश गायकवाड, सिंदेवाही उपवन परक्षेत्र के क्षेत्र सहायक दीपक हटवार आदि उपस्थित थे। गुरुवार को गांव में हुए बाघ के हमले की घटना से गांववासियों ने वन विभाग से तत्काल बाघ का बंदोबस्त करने पिंजरा लगाने और पशुपालक नरेंद्र पिपरे काे आर्थिक सहायता देने की मांग की है।
Created On :   25 Feb 2023 4:32 PM IST












