चोराें ने मेट्रो के कामगारों की तरह जैकेट पहनी, खुदाई की और चुरा ले गए केबल

Choreans wore jackets, dug and stole cables like metro workers
चोराें ने मेट्रो के कामगारों की तरह जैकेट पहनी, खुदाई की और चुरा ले गए केबल
चोराें ने मेट्रो के कामगारों की तरह जैकेट पहनी, खुदाई की और चुरा ले गए केबल

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सरकारी कंपनी बीएसएनएल का केबल काटकर ले जाने वाले सीसीटीवी में कैद हुए हैं। इन चोरों ने ऐसी तरकीब अपनाई की, किसी को संदेह भी नहीं हुआ। चोरों ने मेट्रो कामगारों की तरह जैकेट व हेलमेट पहनकर रास्ते पर खुदाई की और लाखों का केबल खुलेआम ले गए। इस प्रकार एक साल में चोर बीएसएनएल का लाखों का केबल काटकर ले जा चुके हैं। बीएसएनएल का केबल भूमिगत (डक्ट) में होता है और इसे काटकर ले जाने के लिए बड़े वाहन की जरूरत होती है। कोराडी रोड मेंटल अस्पताल के पास से हुए लाखों के केबल चोरी के आरोपी अब तक पकड़े नहीं गए हैं। उधर हाल ही में कामठी रोड पर हुए लाखों के केबल चोरी के आरोपियों तक पुलिस  अब तक नहीं पहुंच पाई है। इसी प्रकार सीए रोड, वर्धमाननगर चौक के पास से फिर लाखों का केबल चोरी हो गया है। 

उपभोक्ता 70 हजार, फोन मैकेनिक 100
70 हजार उपभोक्ताआें को सेवा देने में फोन मैकेनिक कम पड़ रहे हैं। फील्ड में फाल्ट दूर करने में सबसे ज्यादा योगदान फोन मैकेनिक का होता है। वर्तमान में 100 फोन मैकेनिक भी नहीं है। कई इलाकों में संचार सेवा प्रभावित है। इसमें कुछ तकनीकी कारण हैं, तो कई जगह केबल की समस्या है। टेंडर जारी हुए हैं, लेकिन आउटसोर्सिंग के माध्यम से फोन मैकेनिक की नियुक्ति में लंबा समय लगने की संभावना है। फिलहाल हर एक्सचेंज में अतिरिक्त 2-3 फोन मैकेनिक देकर फाल्ट जल्द दूर करने की कोशिश हो रही है। 

सिस्टम में वायरस की एंट्री 
हजारों उपभोक्ताओं के यहां ब्राडबैंड व फायबर ऑप्टिकल सेवा है। फिलहाल सिस्टम में वायरस आने की चर्चा है। एक सिस्टम (कम्प्यूटर, लैपटॉप) देश-विदेश की कई साइट व सर्वर से जुड़ा होता है। सिस्टम में वायरस आ सकता है, लेकिन ब्रॉडबैंड व फायबर ऑप्टिकल के माध्यम से वायरस आना मुश्किल होता है। ब्रॉडबैंड में तार के अलावा करंट होता है, जो वायरस को खत्म कर देता है। फायबर ऑप्टिकल यानी लाइट के माध्यम से सेवा मिलती है। लाइट भी वायरस को मारता है। अन्य साइटों से वायरस सिस्टम तक आ सकते हैैं। 

मल्टिलेवल प्रोटेक्शन से लैस है ब्रॉडबैंड 
बीएसएनएल के ब्रॉडबैंड व फायबर ऑप्टिकल में "फायरवाल" होती है। यह मल्टिलेवल प्रोटेक्शन है। वायर में तार व करंट होता है। फायबर ऑप्टिकल सेवा लाइट के माध्यम से चलती है। मल्टिलेवल प्रोटेक्शन होने से वायरस की संभावना नहीं है। अगर आना भी चाहे तो करंट या प्रकाश से मर जाएगा। वायरस डिटेक्ट करने का सयंत्र व सॉफ्टवेयर कंपनी लगा चुकी है। उपभोक्ता का  सिस्टम ब्रॉडबैंड के अलावा कई साइट व सर्वर से जुड़ा होता है। वहां से सिस्टम तक वायरस पहुंच सकता है। फोन मैकेनिक की कमी एक महीने में दूर हो जाएगी। तेजी से आउटसोर्सिंग का काम जारी है। लाखों के केबल चोरी में आरोपी नहीं मिले, लेकिन हाल ही में हुई चोरी के आरोपी सीसीटीवी में कैद हुए है। किसी को संदेह न हो, इस तरह उनकी कार्यप्रणाली दिखाई दी है। -संदीप शेंडे, जनसंपर्क अधिकारी, बीएसएनएल, नागपुर. 

पूर्व नागपुर में संचार सेवा प्रभावित
इन चोरी की घटनाओं से बीएसएनएल को लाखों का चूना लगने के साथ संचार सेवा भी प्रभावित हो रही है। अभी भी पूर्व नागपुर के 700 लैंडलाइन व 2 सौ से ज्यादा ब्राडबैंड कनेक्शन बंद पड़े हुए हैं। इस मामले के आरोपी सीसीटीवी में कैद हुए हैं। चोर हेलमेट व जैकेट पहने हुए हैं। जैकेट पर पट्टी लगी है, जो अंधेरे में चमकती है। लोग इन्हें विकास कार्यों में लगे एजेंसी के कामगार समझे, इस तरह इनका पहनावा व काम करने का इन चोरों का तरीका है। आउटसोर्सिंग से फोन मैकेनिक की नियुक्ति का काम एक महीने में पूरा करने का दावा किया जा रहा है।

Created On :   7 March 2020 10:28 AM GMT

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