गड़चिरोली के 22 गांवों के नागरिक बिजली की समस्या से जूझ रहे

Citizens of 22 villages of Gadchiroli are facing electricity problem
गड़चिरोली के 22 गांवों के नागरिक बिजली की समस्या से जूझ रहे
जनता परेशान गड़चिरोली के 22 गांवों के नागरिक बिजली की समस्या से जूझ रहे

डिजिटल डेस्क, अहेरी(गड़चिरोली)।  हर पिछड़े व गरीब तबकों के घर रोशन हो इसलिए केंद्र सरकार प्रयास कर रही है, लेकिन आपूर्ति व तकनीकी खामियां इसमें अड़चन बनती दिखाई दे रही है। जिससे हर घर रोशन करने का सपना अब भी दूर होने की बात अहेरी तहसील के आरेंदा परिसर के 22 गांवों की स्थिति को देखने पर नजर आती है। आजादी के 7 दशक गुजरने के पश्चात भी यहां के ग्रामीण रोशनी के लिए तरस रहे हंै। इस परिसर में बिजली मरम्मत के लिए केवल 2 कर्मचारी कार्यरत हंै। बिजली आपूर्ति खंडित होने पर मरम्मत के लिए इन कर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। 

अहेरी तहसील मुख्यालय से 40 किमी दूरी पर के आरेंदा ग्राम पंचायत अंतर्गत आनेवाले चौडमपल्ली, मिरकल, सकिनगटा,  ताडगुडा समेत  22 गोंवों समावेश है। विशेषत: यह क्षेत्र पूरी तरह नक्सलग्रस्त होकर घने जंगलों से घिरा हुआ है। इन गांवों में आजादी के सात दशक बाद भी बिजली नहीं पहुंच पाने के कारण इस क्षेत्र के आधे से अधिक लोगों को जीवन अंधेरे में बिताना पड़ा। इसी बीच पिछले वर्ष इन गांवों में बिजली आपूर्ति की गई। जिसके कारण क्षेत्र के नागरिकों में आनंद व्यक्त किया गया। मात्र बिजली आपूर्ति होने के कुछ दिनों बाद से ही इस क्षेत्र में बिजली संबंधि समस्या निर्माण हो गयी है। अनेेेक दिनों तक बिजली गुल रहने के कारण इस क्षेत्र के लाेगों को आज भी अंधेरे में जीवन बिताने की नौबत आन पड़ी है। यहां बता दंे कि, इस क्षेत्र की बिजली संबंधी समस्या से राहत दिलाने के लिये केवल दो लाइनमैन की नियुक्ति की गई है।

पहले ही यह क्षेत्र दुर्गम और घने जंगलों से घिरा है, ऐसे में केवल दो कर्मचारियों को 22 गांवों की जिम्मेदारी सौंपी जाने से संबंधित कर्मचारियों को भारी त्रासदि का सामना करना पड़ रहा है। यदि एक बार बिजली गुल हो गयी तो, काफी घंटे तक नहीं आती है। ऐसे में संबंधित दो कर्मचारियों को अपने कर्तव्य का निर्वहन करने के लिये अपनी जान भी जोखीम में डालनी पड़ रही है।  ग्रामीणों द्वारा अनेक बार इस समस्या की ओर बिजली विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का ध्यानार्कषण कराया गया। बावजूद इसके वरिष्ठ अधिकारियोंं द्वारा गंभीरता से संज्ञान नहीं लिए जाने के कारण इस क्षेत्र के लोगों को बिजली की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। पहले ही दुर्गम क्षेत्र में जंगली प्राणियों का भय रहता है। इसलिये रात के समय बिजली की आवश्यकता होती है। वहीं बिजली नहीं हो पाने के कारण छात्र पढ़ाई भी नहीं कर पाते है। जिससे उनका शैक्षणिक नुकसान हो रहा है। इसलिए बिजली विभाग इस ओर गंभीरता से ध्यान देकर तत्काल उपाययोजना करें, ऐसी मांग क्षेत्र के नागरिकों ने की है।

Created On :   14 Nov 2022 9:24 AM GMT

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