फडणवीस सरकार के 4 साल पूरे, दैनिक भास्कर को बताई अपनी सफलताएं

CM devendra fadnavis interview over four year completion of fadnavis govt
फडणवीस सरकार के 4 साल पूरे, दैनिक भास्कर को बताई अपनी सफलताएं
फडणवीस सरकार के 4 साल पूरे, दैनिक भास्कर को बताई अपनी सफलताएं

डिजिटल डेस्क, मुंबई। बतौर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवनीस आगामी 31 अक्टूबर को अपने चार साल का कार्यकाल पूरा कर रहे हैं। इन चार वर्षों के दौरान किए गए कामकाज को लेकर उनके पास बताने को भरपूर आंकड़े हैं। इन आंकड़ों के अनुसार फडणवीस सरकार ने चार वर्षों में जितना काम किया, आघाडी सरकार 15 सालों में नहीं कर सकी। मुख्यमंत्री अपने इन्हीं विकास कार्यों के बल पर आगामी लोकसभा और फिर विधानसभा चुनाव जीतने का दावा करते हैं।

हाल ही में किसान आंदोलन का सामना कर चुके मुख्यमंत्री बताते हैं कि मेरी सरकार के चार वर्षों के कार्यकाल में खेती पर खर्च में दोगुनी बढ़ोतरी हुई है। 2009 से 2014 के दौरान आघाडी सरकार ने खेती पर 2740 करोड़ रुपए खर्च किए तो फडणवीस सरकार ने 2014 से 2018 के दौरान 4 वर्षों में 22 हजार 191 करोड़ खर्च किए। इसी तरह के आकड़े स्वास्थ्य, शिक्षा व आवास के क्षेत्र में भी दिखाई देते हैं। शिवसेना से खराब होते रिश्तों को लेकर मुख्यमंत्री जरा भी चिंतित नहीं दिखाई देते। उद्धव ठाकरे की दशहरा रैली का उल्लेख करते हुए कहते हैं कि उन्होंने राम मंदिर बनाने की बात कह हमारे ही मुद्दे को आगे बढ़ाया है। इससे पता चलता है कि हम अब भी साथ-साथ हैं।

सरकार के चार वर्षों की उपलब्धियों, आगामी एक वर्ष में सरकार की प्राथमिकताएं, शिवसेना के साथ गठबंधन, किसान आत्महत्या व मंत्रिमंडल विस्तार सहित विभिन्न मसलों पर दैनिक भास्कर के प्रमुख संवाददाता विजय सिंह ‘कौशिक’ ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से लंबी बातचीत की...

  • अगले एक वर्ष में सरकार की प्राथमिकताएं क्या होगी?

फिलहाल सूखे से निपटना हमारी पहली प्राथमिकता होगी। राज्य में सूखे की हालत गंभीर होने वाली है। मराठवाडा में 50 फीसदी ही बारिश हुई है। पर वहां जलयुक्त शिवार अभियान से काफी लाभ हुआ। इसके अलावा जो परियोजनाएं शुरु की गई हैं, उन्हें पूरा करना करने का प्रयास करेंगे। इन चार वर्षों के दौरान हमनें सभी जरूरी प्रोजेक्ट पर काम शुरु कर दिया है। अब उन्हें जल्द से जल्द पूरा करना है।

  • मुंबई-नागपुर समृद्धि महामार्ग के निर्माण में रोड़े आते रहते हैं। क्या यह परियोजना अपने तय समय में पूरी हो सकेगी?

समृद्धि महामार्ग के निर्माण में अब कोई अड़चन नहीं है। जमीन अधिग्रहण का कार्य पूरा हो चुका है। भूमिपूजन से पहले ही इस प्रोजेक्ट का काम शुरु हो चुका है। इस परियोजना के लिए निधि की भी कोई समस्या नहीं है। इसका निर्माण तय समय 2020 तक पूरा कर लिया जाएगा।

  • विपक्ष में रहते आपकी पार्टी ने सिंचाई घोटाले को बड़ा मुद्दा बनाया था। अब अजित पवार कह रहे हैं कि चार वर्षों में सिंचाई घोटाले की जांच में क्या मिला?

सिंचाई घोटाले के 113 मामलों में आरोप पत्र दाखिल किए गए हैं। इतने बड़े पैमाने पर होने वाले घोटाले का यदि संबंधित विभाग के मंत्री को कुछ पता नहीं होता तो मंत्री उसमें शामिल होगा या फिर वह इतना आयोग्य होगा कि उसे अपने विभाग के बारे में कुछ पता नहीं। मामला अदालत में है और हम अदालत को जरूरी सूचनाएं दे रहे हैं।

  • आपकी सरकार के आंकड़ों के अनुसार कृषि पर खर्च दोगुना किया गया है, उसके बावजूद किसान आत्महत्या की घटनाएं क्यों नहीं रुक सकी?

दरअसल हम आकड़े नहीं छुपाते। 2010 में सबसे ज्यादा आत्महत्या की घटनाएं हुई थी। लेकिन उसमें किसान आत्महत्या की घटनाओं को कम दिखाया गया। हम ऐसा नहीं करते। उनके समय में हर साल 4 हजार आत्महत्या की घटनाएं हुई हैं लेकिन दिखाया 12 सौ-15 सौ। पर हमनें पूरे आकड़े दिए।

  • आपका मित्र दल शिवसेना लगातार भाजपा पर हमले बोल रहा है। उसके बावजूद आप शिवसेना से गठबंधन को लेकर इतने आशांवित क्यों हैं?

देखिए राजनीति में पॉलिटिकल रियलिटी को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। अपने हाथ से कोई अपने घर में आग नहीं लगाता। राजनीतिक वास्तविकता को शिवसेना भी समझती है। हम दोनों दलों के मतदाता एक हैं। अब साथ रहे तो दोनों को फायदा होगा, नहीं तो दोनों दलों को नुकसान उठाना पड़ेगा। नीतिश-लालू और मायावती-अखिलेश जैसे राजनीतिक दुश्मन एक हो सकते हैं तो शिवसेना-भाजपा तो एक विचारधारा वाले मित्र दल हैं।

  • विपक्ष बार-बार आरोप लगाता है कि आप के गृह शहर नागपुर में अपराधों की बाढ़ आ गई है। इस बारे में क्या कहना चाहेंगे?

मेरी सरकार के दौरान नागपुर में अपराध घटे हैं। कानून हाथ में लेने की छूट पूरे राज्य में किसी को नहीं दी जा सकती। विपक्ष अपना काम करता है और हम अपना।

  • आप को नहीं लगता कि राम मंदिर के मुद्दे पर शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भाजपा को मुश्किल में डाल दिया है?

उद्धव जी तो हमारी पार्टी के एजेंडे को आगे बढ़ा रहे हैं। हम खुश हैं कि उन्होंने राम मंदिर बनाने की बात कही है। यानि वे हमारे साथ हैं। राम मंदिर का मसला हमारे लिए कभी भी चुनावी मुद्दा नहीं रहा। अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण दो तरीकों से पूरा हो सकता है। एक अदालत के फैसले से, दूसरा संसद में कानून बना कर। फिलहाल राज्यसभा में हमारी पार्टी का बहुमत नहीं है और विधेयक पारित कराने के लिए कांग्रेस समर्थन देगी नहीं। वैसे अयोध्या में राम मंदिर तो है ही, बस उसे विशाल रुप देना है।
 

  • मंत्रिमंडल विस्तार की अटकले लंबें समय से लग रही हैं। क्या वास्तव में मंत्रिमंडल विस्तार होने वाला है?

हम मंत्रिमंडल विस्तार करना चाहते हैं। कुछ अनुभवी योग्य लोगों को मौका देना चाहते हैं। कुछ लोगों को हटाया भी जा सकता है। विस्तार में क्षेत्रीय संतुलन का भी ध्यान रखना होगा। आगामी 19 नवंबर से शुरु हो रहे विधानमंडल अधिवेशन के पहले मंत्रिमंडल विस्तार होगा।

  • मराठा आंदोलन के दौरान औरंगाबाद के डीएमआईसी में हमले हुए थे। वहां आने वाले निवेशक खुद को कैसे सुरक्षित महसूस कर सकते हैं?

इस मामले में दोषियों को गिरफ्तार किया गया है। निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं है। वे वहां पूरी तरह सुरक्षित हैं और रहेंगे।
 

फडणवीस सरकार के चार साल के आंकड़ें...

कृषि पर खर्च:
आघाडी सरकार-13700 करोड़ (5 वर्ष)
फडणवीस सरकार-22,199 करोड़ (4 वर्ष)

किसानों को सीधी मदद:
आघाडी सरकार-7941 (4 वर्ष)
फडणवीस सरकार-14,691 (4 वर्ष)

किसानों से अनाज खरीद: 
आघाडी सरकार-450 करोड़ (15  वर्षों में)
फडणवीस सरकार-8200 करोड़ (3 वर्षों में)

सिंचाई क्षमता:
2014- 32 लाख हेक्टेयर
2017- 40.58 लाख हेक्टेयर

बाल मृत्यु दर
आघाडी सरकार-12.6 फीसदी
फडणवीस सरकार-6.4 फीसदी

स्वास्थ्य पर खर्च: 
आघाडी सरकार (2009-2014)-40,56,94,700 करोड़
फडणवीस सरकार (2014-2018)-447,46,60,034 करोड़

ग्रामीण क्षेत्र में शौचालय:
1960-2014 तक-50 लाख
2014-2018 तक-60 लाख

अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति: 
आघाडी सरकार (6 वर्ष)-317 करोड़
फडणवीस सरकार (4 वर्ष)-388 करोड़

अल्पसंख्यक छात्रों के लिए हास्टल
आघाडी सरकार-05
फडणवीस सरकार-17 (10 निर्माणाधीन)

Created On :   27 Oct 2018 7:08 PM GMT

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