विधायकों के आचरण के लिए तैयार होगी आचार संहिता
डिजिटल डेस्क, मुंबई। विधानमंडल का सम्मान बनाए रखने के लिए इसके परिसर में विधायकों को किस तरह का आचरण करना चाहिए इसकी आचारसंहिता तैयार की जाएगी। विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि जो लोग आचारसंहिता का उल्लंघन करेंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। दूसरी तरफविधानभवन की सीढ़ियों पर सत्तापक्ष के आंदोलन के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तस्वीर को जूते मारने के चलते शुरू हुआ विवाद शुक्रवार को भी जारी रहा। 11 बजे प्रश्नकाल शुरू होते ही कांग्रेस के नाना पटोले ने यह मुद्दा उठाया। पटोले ने यह हरकत करने वाले सदस्य को निलंबित किए जाने की मांग की। इसका विरोध करते हुए भाजपा के आशीष शेलार ने कहा कि मुख्यमंत्री को रोजाना गद्दार बोलने वालों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। इसके बाद विपक्ष और सत्तापक्ष दोनों ओर के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। विपक्षी सदस्य "मोदी सरकार चोर है' के नारे लगा रहे थे, जिससे नाराज भाजपा के सदस्य और आक्रामक हो गए। हंगामे के चलते विधानसभा की कार्यवाही 20-20 मिनट के लिए दो बार और फिर 15 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कहा कि मेरे कार्यालय में बैठक हुई जिसमें मुख्यमंत्री,उपमुख्यमंत्री, कांग्रेस के पृथ्वीराज चव्हाण, बालासाहेब थोरात आदि नेता मौजूद थे। इसमें जो सहमति बनी है उसके मुताबिक मैं आज के कामकाज की जांच करूंगा और जिन लोगों ने आपत्तिजनक नारेबाजी की है उन पर कार्रवाई को लेकर शनिवार को फैसला करूंगा। उन्होंने सदस्यों से आग्रह किया कि दोनों पक्षों के नेताओं का सम्मान किया जाए।इसके बाद कांग्रेस के नाना पटोले ने राहुल गांधी की तस्वीर पर जूते मारने वाले सदस्य पर कार्रवाई की मांग की तो मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि ऐसा है तो सत्तापक्ष के लोगों के खिलाफ आपत्तिजनक नारेबाजी करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए।
सावरकर का बार-बार अपमान देशद्रोह-मुख्यमंत्री
स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर का बार बार अपमान करना देशद्रोह है। कल जो हुआ था उसके बाद आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देना देश का अपमान है। पिछले आठ महीने से मुख्यमंत्री की तस्वीर लगाकर आपत्तिजनक बातें लिखी जा रहीं हैं। विधान भवन परिसर में खोके, गद्दार, मिंदे बोलना कौन सी आचार संहिता है। अगर कार्रवाई होगी तो उन लोगों के खिलाफ भी होनी चाहिए जो ऐसा कर रहे हैं। विपक्ष के हंगामें के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विधानसभा में यह बात कही। उन्होंने कहा कि हमने तस्वीर को जूते मारने का विरोध किया। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को ही इस मामले में साफ कर दिया कि हम इसका समर्थन नहीं करते। लेकिन जब विपक्ष हमारी ओर उंगली उठाता है तो उनकी ओर भी तीन उंगलियां होती हैं। हम बोलते नहीं इसका मतलब यह नहीं कि हम बोल नहीं सकते। प्रधानमंत्री मोदी ने पूरी दुनिया में देश की छवि बेहतर की है। उनका अपमान देश की जनता भी सहन नहीं करेगी। जी-20 में आपके नेता कहते हैं कि देश के भीतर लोकतंत्र खतरे में है। अगर लोकतंत्र खतरे में है तो भारत जोड़ो यात्रा कैसे निकाली गई। हम इंदिरा गांधी की तारीफ करते है लेकिन आप प्रधानमंत्री की बुराई करेंगे तो हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। आप विदेश जाकर देश का अपमान करेंगे, बार-बार सावरकर का अपमान करेंगे तो हम सहन नहीं करेंगे।
Created On :   24 March 2023 6:44 PM IST