कोरोना का खतरा: कपल्स ने टाली बच्चे की प्लानिंग
डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना का खौफ दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी रही है। ऐसे में शहर के कई कपल्स ने बच्चों की प्लानिंग टाल दी है। कई दंपति कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए बच्चों की प्लानिंग को टाल रहे हैं। कई महिलाओं को थॉयराइड, बीपी और शुगर की समस्या भी है। ऐसे में कोरोना काल में गर्भधारण नहीं करना चाहती हैं। महिलाओं का कहना है कि मातृत्व सुख से बड़ा कोई सुख नहीं है, लेकिन कोरोना संक्रमण का खतरा कम होने के बाद वे बच्चे की प्लानिंग करेंगे
दे रहे रुकने की सलाह
शहर में मार्च महीने में कोरोना की शुरुआत हुई। कई कपल्स पहले से ट्रीटमेंट ले रहे थे। काउंसलिंग कर उनको समझाया कि वे कुछ समय के लिए बच्चे की प्लानिंग टाल दे। कोरोना पीरियड कब तक है, इस संबंध में कुछ बताया नहीं जा सकता है। जो ट्रीटमेंट की शुरुआत कर रहे हैं, उनका ट्रीटमेंट शुरू किया है, लेकिन बेबी प्लानिंग के लिए उन्हें रुकने को कहा है। मुझे तो लगता है कि कोरोना में गर्भधारण से बचें, तो बेहतर होगा -डॉ. वैदेही मराठे, गायनेकोलॉजिस्ट
केस-1 : शंकरनगर निवासी दंपति ने बताया कि उनके विवाह को 4 वर्ष हो गए हैं। कुछ समय पहले से पत्नी का उपचार चल रहा है। महिला की फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक होने से वो कंसीव नहीं कर पा रही थी। फरवरी में ऑपरेशन हुआ और महिला की ट्यूब ओपन की गई। इसके बाद कोरोना आ गया। डॉक्टर का कहना था कि अभी तक गर्भवती मां से बच्चे को कोरोना होने के केस नहीं है, लेकिन सावधानी बरतना जरूरी है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए हमने बच्चे की प्लानिंग रोक दी है।
केस-2 : एक दंपति के विवाह को दो वर्ष हो गए हैं। पति की उम्र 34 वर्ष तथा पत्नी की उम्र 32 वर्ष है। शादी के 2 वर्ष बाद बच्चे की प्लानिंग की थी। महिला कोे थॉयराइड की समस्या है। उन्होंने डॉक्टर से सलाह ली। कोरोना के बढ़ते संक्रमण देखते हुए दंपति ने इस वर्ष बच्चे की प्लानिंग टाल दी है।
Created On :   14 Aug 2020 7:43 AM GMT