पीओएस मशीन से उड़ा लाखों राशन कार्ड धारकों का डाटा

Data of lakhs of ration card holders blown away from POS machine
पीओएस मशीन से उड़ा लाखों राशन कार्ड धारकों का डाटा
अधिकांश नाम हुए गायब पीओएस मशीन से उड़ा लाखों राशन कार्ड धारकों का डाटा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। नागपुर सहित राज्य भर के लाखों राशन कार्ड धारकों का पीओएस  मशीन में फीड डाटा उड़ गया है। कई बार सर्च करने के बावजूद उनके नाम नहीं मिल रहे हैं। कुछ परिवार के सभी सदस्यों के नाम उड़ गए हैं, तो अनेक परिवार ऐसे हैं, जिनके कुछ सदस्यों का नाम नहीं मिल रहा है। जिनके नाम पीओएस मशीन में है, वे अब इस दुनिया में नहीं हैं। कुछ सदस्य नागपुर में नहीं हैं। मशीन में अंगूठा लगाने वाला जगह पर मौजूद नहीं है। लगभग हर परिवार के किसी न किसी सदस्य का नाम डाटा से गायब है। पीओएस मशीन में डाटा उपलब्ध नहीं होने से अब लाभार्थियों को सरकारी अनाज लेने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अनेक परिवारों को अब तक अनाज नहीं मिला है। कोरोना काल में सरकार द्वारा मुफ्त में उपलब्ध कराया गया राशन भी नवंबर के बाद नहीं मिलेगा। ऐसे में परेशानी और बढ़ गई है। 

ऐसी है व्यवस्था : फिलहाल सरकार ने अनाज की कालाबाजारी रोकने के लिए सभी लाभार्थियों का डाटा ऑनलाइन फीड किया है। जितने सदस्य हैं, उनके हिसाब से अनाज दिया जा रहा है। इसके लिए परिवार के प्रत्येक सदस्य की जानकारी  पीओएस मशीन में डाली गई है। परिवार के जितने सदस्यों का डाटा मशीन में डाला गया है, उसमें से किसी एक सदस्य का अंगूठा लगने पर राशन मिल जाता है। प्रत्येक सदस्य का ई-केवायसी द्वारा प्रमाणित आधार डाटा मशीन में डाला गया है। नवंबर के पहले सप्ताह में दिवाली होने से इस बार सरकार ने 4 तारीख से ही राशन उपलब्ध कराना शुरू कर दिया। लेकिन जैसी ही राशन बांटना शुरू किया गया, मशीन में तकनीकी समस्या आनी शुरू हो गई। अनेक लोगों के नाम गायब दिखे। कुछ परिवार में सभी सदस्यों के नाम गायब हैं तो कहीं कुछ सदस्यों के नाम दिख नहीं रहे हैं। सदर में कनोजिया परिवार में पांच सदस्य है। यह परिवार जब राशन लेने दुकान पर गया तो चार सदस्यों के नाम गायब थे। सिर्फ एक सदस्य मनीष कनोजिया का नाम था, लेकिन उसकी अक्टूबर महीने में मृत्यु हो गई है। इस तरह की समस्या दूसरे परिवारों के साथ भी है। जिन सदस्यों के नाम मशीन में है, वे नागपुर में मौजूद नहीं हैं। ऐसे में जिनके नाम नहीं हैं, उन्हें राशन उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। 

शहर में 683 राशन दुकान 
शहर में 683 राशन दुकानें हैं। प्रत्येक दुकान में 560 से 1000 कार्ड धारक हैं। सरकारी रिकार्ड पर शहर में 44 हजार 733 परिवार अंत्योदय में और 3 लाख 37 हजार 171 परिवार प्राथमिकता सूची में है। ये सभी कार्ड धारकों को अनाज उपलब्ध होता है। अंत्योदय परिवार को 35 किलो अनाज का वितरण होता है, जबकि प्राथमिकता सूची में शामिल परिवार को सदस्य के अनुसार राशन उपलब्ध होता है। फिलहाल लॉकडाउन के कारण सरकार द्वारा राशन कार्ड में शामिल सदस्य को 5-5 किलो अनाज मुफ्त उपलब्ध कराया जा रहा है। नवंबर के बाद इन्हें मुफ्त अनाज मिलना बंद हो जाएगा। इसके अलावा 2 लाख 70 हजार 800 परिवार को गैर-प्राथमिकता सूची में रखा गया है। इन्हें अनाज नहीं मिलता है। इनकी आमदनी सालाना 59 हजार से 1 लाख रुपए तक होने से इन्हें पात्र नहीं माना गया है। 

कार्ड धारक कर रहे हैं विवाद 
राशन नहीं मिलने से कार्ड धारक भी दुकानदार से विवाद कर रहे हैं।   डाटा उपलब्ध नहीं होने से राशन दुकानदार भी अनाज देने में असमर्थता जता रहे हैं। दुकानदार उन्हें सत्यापन किए बिना अनाज देने में असमर्थ हैं। यह समस्या सिर्फ नागपुर नहीं, बल्कि राज्य भर में बताई जा रही है। राशन दुकानदार संघ ने इसकी शिकायत अन्न धान्य वितरण अधिकारी से की है। वितरण अधिकारी तकनीकी समस्या बताकर इससे हाथ झटक रहे हैं। कब तक समस्या हल होगी, इसकी कोई गारंटी भी नहीं दे रहा है। इससे राशन कार्ड धारकों को अनाज से वंचित रहने की नौबत आ गई है। एक तरह से यह अन्न सुरक्षा कानून का भी उल्लंघन है, जिसमें सरकार ने प्रत्येक परिवार को अन्न सुरक्षा की गारंटी दी है। 

प्रशासन से शिकायत की है 
पीओएस मशीन से सदस्यों का नाम गायब होने की शिकायत अन्न धान्य वितरण अधिकारी से की है। कार्यालय को इससे अनेक बार अवगत कराया गया है। अभी तक डाटा उपलब्ध नहीं हुआ है। कार्ड धारक बार-बार दुकानों के चक्कर लगा रहे हैं। बिना सत्यापन किए हम अनाज देने में असमर्थ हैं। प्रशासन से कार्ड धारकों का डाटा त्वरित पीओएस मशीन में उपलब्ध कराने का निवेदन किया है। अगर डाटा उपलब्ध नहीं होता है, तो बिना सत्यापन किए अनाज वितरण करने की अनुमति भी मांगी है।  -रितेश अग्रवाल, सचिव, राशन दुकानदार संघ 

तकनीकी समस्या है, सरकार को अवगत कराया है 
पीओएस मशीन से डाटा उड़ने की तकनीकी समस्या है। यह नागपुर नहीं संपूर्ण राज्य भर में है। राज्य सरकार को समस्या से अवगत कराया गया है। फिलहाल यह समस्या कब तक हल होगी, इसकी गारंटी हम भी नहीं दे सकते हैं। लेकिन जिन्हें अनाज अभी नहीं मिला है, उन्हें आगे उपलब्ध कराने का प्रयास करेंगे। सरकार यह तारीख बढ़ा सकती है।  -भास्कर तायडे, अन्न धान्य वितरण अधिकारी, जिला प्रशासन

Created On :   22 Nov 2021 5:12 AM GMT

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