विदर्भ राज्य की मांग को लेकर प्रदर्शन. नागपुर करार की प्रति जलाई

विदर्भ राज्य की मांग को लेकर प्रदर्शन. नागपुर करार की प्रति जलाई
विदर्भ राज्य की मांग को लेकर प्रदर्शन. नागपुर करार की प्रति जलाई

डिजिटल डेस्क, नागपुर। विदर्भ राज्य आंदोलन समिति की ओर से विदर्भ राज्य की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया। संविधान चौक पर प्रदर्शन के समय नागपुर करार की प्रति जलाई गई। इसी तरह का प्रदर्शन विदर्भ में जिला व तहसील स्तर पर किया गया।  प्रदर्शन के समय राज्य सरकार का निषेध कर नारेबाजी की गई। प्रदर्शनकारियों ने एक बैनर पर नागपुर करार लिखकर व नागपुर करार की प्रति बैनर पर लगाकर नारेबाजी की। नागपुर करार का निषेध हो, विदर्भ राज्य होकर रहेगा, अपना राज्य विदर्भ राज्य के नारे लगाए गए। विदर्भवादियों के अनुसार 28 सितंबर 1953 को नागपुर करार किया गया। विदर्भ को महाराष्ट्र में िवलीन किया गया। तब से विदर्भ पर अन्याय हो रहा है।

विदर्भ की बिजली, पानी, काेयला, मैंगनीज, लोहा सहित 23 प्रकार की खनिज संपत्ति का दोहन किया जा रहा है। विदर्भ की  संपत्ति से पश्चिम महाराष्ट्र समृद्ध हो रहा है। नागपुर करार की एक भी शर्त का पालन नहीं किया जा रहा है। विदर्भ राज्य आंदोलन समिति के नागपुर विभागीय अध्यक्ष मुकेश मासुरकर ने संबोधित किया। आंदोलन में रेखा निमजे, विष्णु आष्टीकर, सुयोग निलदावार, नितीन अवस्थी, सुनीता येलने, जे.एस ख्वाजा, रवींद्र भामोडे, गणेश शर्मा, प्रीति दीडमुठे, ज्योति खांडेकर सहित अन्य पदाधिकारी थे। 

Created On :   29 Sep 2020 5:09 AM GMT

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