भावना गवली के निवास सहित 5 संस्थानों पर ईडी का छापा, खंगाले जा रहे दस्तावेज
- बालाजी पार्टिकल बोर्ड सहकारी कारखाने की बिक्री-खरीदी को लेकर मिली शिकायत
डिजिटल डेस्क, वाशिम। शिवसेना सांसद भावना गवली से जुड़े कुछ संस्थानों की जांच के लिए सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय ईडी की टीमें वाशिम पहुंची हैं। इस बीच, भाजपा नेता किरीट सोमैया ने दावा किया है कि भावना गवली के घर और कार्यालय को जब्त करने का नोटिस जारी किया गया है। उल्लेखनीय है कि कभी भावना गवली के पिता के मित्र रहे शिवसैनिक हरीश सरदाने ने ईडी में शिकायत दर्ज कराई है। उसके बाद इस मामले को भाजपा नेता किरीट सोमैया ने अपने हाथ में लिया। इतना ही नहीं सोमैया ने वाशिम आकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। भावना गवली के खिलाफ 100 एकड़ जमीन में स्थित बालाजी पार्टिकल बोर्ड के सहकारी कारखाने की बिक्री-खरीदी में गैर व्यवहार का मामला दर्ज किया गया है। जांच पड़ताल और दस्तावेजों को खंगाला जा रहा है।
40 सदस्यों वाले ईडी के 5 दलों ने सुबह रिसोड़ और मालेगांव तहसील में भारी पुलिस बंदोबस्त के बीच छापेमार कार्रवाई शुरु की। सूत्रों ने बताया कि ईडी की ओर से दस्तावेजों की जांच सहित लेन-देन को लेकर भी पूछताछ की जा रही है। इस कार्रवाई को गोपनीय तरीके से अंजाम दिया जा रहा था, लेकिन खबर आग की तरह फैली, संबंधित संस्थाओं के सामने भीड़ जुट गई थी, जिसे संभालने में पुलिस को काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा। इन संस्थाओं में किसी भी बाहरी व्यक्ति का प्रवेश प्रतिबंधित था।
कुछ ऐसा है मामला
देगांव में सांसद भावना गवली का श्री बालाजी पार्टीकल बोर्ड कारखाना है। कारखाने के लिए राष्ट्रीय सहकार महामंडल ने 29 करोड़ और राज्य शासन ने 14 करोड़ रुपए का अनुदान दिया था, लेकिन 43 करोड़ रुपए का अनुदान लेने के बावजूद गवली ने कारखाना शुरु नहीं किया था और इसके विपरीत 7 करोड़ रुपए दिखा कारखाना गवली ने अपनी ही एक अन्य संस्था को बेच दिया। आरोप लग रहे है कि गवली ने सीए पर गलत रिपोर्ट बनाकर देने के लिए दबाव भी डाला था। इस मुद्दे को लेकर बीजेपी के पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने जांच की मांग की थी।
शिवसेना सांसद गवली ने किया 100 करोड़ रुपए का घोटाला
किरीट सोमैया ने शिवसेना सांसद भावना गवली पर 100 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि ईडी ने गवली के कई संस्थानों ने छापेमारी की है। आगामी दिनों में गवली की सीबीआई, आयकर विभाग समेत जांच एजेंसियों की कार्रवाई होगी। सोमैया ने कहा कि गवली ने अपने बालाजी सहकारी पार्टिकल बोर्ड कारखाने के लिए 44 करोड़ केंद्र सरकार का कर्ज लिया है। 11 करोड़ रुपए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और अन्य जगहों से कर्ज लिया है। गवली ने 55 करोड़ रुपए के कारखाने को अपनी ही बेनामी कंपनी भावना एग्रो प्राइवेट लिमिटेड को सिर्फ 25 लाख रुपए में दे दिया है। इस नई कंपनी ने 11 करोड़ रुपए का कर्ज लिया। गवली और उनके नौ संस्थानों से 18 करोड़ रुपए नकदी निकाली गई है। इस तरह से गवली ने 100 करोड़ रुपए कर्ज लेकर डूबा दिया है। सोमैया ने कहा कि गवली को बचाने के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय ने फर्जी एफआईआर दर्ज करवाया। जिसमें गवली कार्यालय के कार्यालय से 7 करोड़ रुपए चोरी का दावा किया गया है।
Created On :   30 Aug 2021 3:32 PM IST