वणी वेकोलि क्षेत्र में नियमों को ताक पर रखकर हो रहा उत्खनन

Excavation is going on in Vani Wakoli area by ignoring the rules
वणी वेकोलि क्षेत्र में नियमों को ताक पर रखकर हो रहा उत्खनन
अनदेखी वणी वेकोलि क्षेत्र में नियमों को ताक पर रखकर हो रहा उत्खनन

डिजिटल डेस्क,चंद्रपुर।  वेकोलि वणी क्षेत्र की पैनगंगा, मुंगोली, निलजई खदानें कभी कोल वाशरी तो कभी हादसों के लिए जानी जाती हैं। खान सुरक्षा महानिदेशालय (डीजीएमएस) के नियमों को ताक पर रखकर खदानों से ओबी व कोयला का उत्खनन किया जा रहा है, जिससे हादसे बढ़ते जा रहे हैं लेकिन डीजीएमएस के वरिष्ठों की अनदेखी हो रही है। विगत दिनों ही महालक्ष्मी कंपनी अंतर्गत कार्यरत एक कामगार की पीसी मशीन में दबने से मौत हो गई थी।  कुल मिलाकर आए दिन हो रहे हादसों से सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हंै। 

कंपनी के रवैये से कर्मचारियों में रोष
वेकोलि के परियोजनाओं में सुरक्षा दरकिनार कर विविध कंपनियां कार्य कर रहीं हैं। कंपनी कामगारों को घंटों तक काम करवाती हंै। इससे उन्हें आराम भी नहीं मिल पाता। इसकी शिकायत कई बार आला अधिकारियों से की गई कर्मचारियों की शोषण की शिकायत परियोजना के प्रबंधन को देने पर आश्वासन ही दिया गया, लेकिन खदान के नियमों को दरकिनार कर कंपनी द्वारा कर्मचारियों को जोर जबरदस्ती 12 घंटे कार्य करने को दबाव डाला जाता है। महालक्ष्मी कंपनी द्वारा कर्मियों को धमकी दी जाती है। नहीं मानने पर उनकी पिटाई करने का भी आरोप है। ज्यादातर कामगार बाहरी राज्य के होने की वजह से मामला वहीं के वहीं रफा-दफा हो जाता है। कंपनी की कार्यप्रणाली से कर्मियों में भारी असंतोष है।

कंपनी के खिलाफ प्रदर्शन की तैयारी
बेरोजगारी से जूझ रहे युवाओं का शोषण करने वाली कंपनी के खिलाफ आयटक संगठन प्रदर्शन की तैयारी में है। संगठन ने कहा कि कंपनी को श्रम कानूनों का पालन करते हुए नियमानुसार कार्य करने के लिए आगाह किया जाएगा। यदि श्रमिकों के शोषण की शिकायत नहीं रुकी तो वह भी कंपनियों की कार्यप्रणाली को प्रबंधन के समक्ष रखकर नियमों को कड़ाई से पालन करने का दबाव बनाया जाएगा।

डीजीएमएस व वेकोलि अधिकारियों की मिलीभगत
डीजीएमएस के आला अधिकारी समय-समय पर खदानों के मुआयजा तो करते हैं। साथ ही आदेश-निर्देश भी जारी करते हैं परंतु उस पर अमल नहीं होता। वेकोलि के एक जिम्मेदार अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि, नागपुर से आनेवाले अधिकारियों की खातीरदारी बहुत अच्छे से की जाती है, जिससे वे खुश होकर इन्हें क्लीन चिट देने का बताया जाता है। 

सुरक्षा को लेकर बरती जा रही है कोताही
वणी वेकोलि क्षेत्र की परियोजना में कार्यरत महालक्ष्मी, एचडी गौरव, केएलपी, गोलछा, एचआरजी जैसी अनेक कंपनियां कार्यरत हैं। ओबी कंपनी के कर्मियों ने बातचीत के दौरान कंपनी के द्वारा कर्मियों का शोषण किए जाने की जानकारी दी है। कंपनी कम वेतन और सुरक्षा को दरकिनार कर कर्मियों का शोषण कर रही है, जिससे कर्मचारियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। काम का परफॉर्मेंस दिखाने के लिए सुरक्षा और सुविधाओं को ताक पर रखकर कार्य करने से कंपनी कर्मियों ने कई बार शिकायत की है।  

आरोप बेबुनियाद, हम माइन्स एक्ट के तहत काम करते हैं
माइन्स एक्ट के अंतर्गत सूचना व जांच करने का हमारा काम है।श्रम मंत्रालय के अनुसार माइन्स के अंदर सुरक्षा का काम वेकोलि प्रबंधन का है। उनकी सुरक्षा की स्वतंत्र टीम है। उनके द्वारा अलग-अलग टीम नियुक्त की गई है। वह नियमों के तहत काम कर रहे हैं या नहीं? इस पर निगरानी करने का काम हमारा है।  -सगेेश कुमार, डायरेक्टर डीजीएमएस, नागपुर

फोन पर कुछ नहीं बता पाऊंगा
मैं आपको फोन पर कुछ नहीं बता पाऊंगा। आप आकर मिलीये।  कृष्णा सिंह (मुरारी), मैनेजर  महालक्ष्मी कंपनी (केएलपी)

आरोप बेबुनियाद, हम माइन्स एक्ट के तहत काम करते हैं
माइन्स एक्ट के अंतर्गत सूचना व जांच करने का हमारा काम है।श्रम मंत्रालय के अनुसार माइन्स के अंदर सुरक्षा का काम वेकोलि प्रबंधन का है। उनकी सुरक्षा की स्वतंत्र टीम है। उनके द्वारा अलग-अलग टीम नियुक्त की गई है। वह नियमों के तहत काम कर रहे हैं या नहीं? इस पर निगरानी करने का काम हमारा है।  -सगेेश कुमार, डायरेक्टर डीजीएमएस, नागपुर

जानकारी लेकर बताता हूं
अभी मैं बाहर हूं इस विषय की संपूर्ण जानकारी लेकर ही आपको दे पाऊंगा। -नरेंद्र कुमार, जनसंपर्क विभाग प्रमुख  वेकोलि मुख्यालय नागपुर

Created On :   11 Nov 2021 6:42 AM GMT

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