उड़ानपुल के जोड़ में दिखने लगीं चार दरारें, एक माह रहेगा बंद
डिजिटल डेस्क, अमरावती। इर्विन से राजापेठ तक बने उड़ानपुल में 4 दरारें दिखाई दीं इसमें सबसे बड़ी दरार राजकमल चौक के पास है। इस कारण रात में पुल से यातायात बंद कर दिया गया। यह बात उस समय ध्यान में आई जिस समय उड़ानपुल के नीचे हजारों रामभक्त रामनवमी शोभायात्रा के दौरान वहां मौजूद थे। गुरुवार की रात से लेकर शुक्रवार की दोपहर तक लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) सहित मनपा के अधिकारियों ने निरीक्षण किया। पुल डिजायन के कार्यकारी अभियंता शेख एम.आई. ने भी पुल का निरीक्षण किया। सुरक्षा की दृष्टि और मेंटेनेंस के लिए एक माह तक पुल से यातायात बंद रहेगा।
जांच रिपोर्ट का इंतजार : पीडब्ल्यूडी को ब्रिज डिजायन के निरीक्षण और मशीनरी जांच के बाद रिपोर्ट का इंतजार बना हुआ है। उसके बाद ही पीडब्ल्यूडी कोई निर्णय ले पाएगा कि आखिर में अब क्या करना होगा ?
जिले में छोटे-बड़े 1500 पुल : अमरावती जिले में छोटे-छोटे पुलों की संख्या 14 सौ के करीब होने का अनुमान है। वहीं, बड़े पुलों की संख्या 100 के करीब बताई गई है। ऐसे में सबसे पहले पीडब्ल्यूडी इन पुल का निरीक्षण करेगी और जिन पुल में आवश्यकता लगेगी उनके ऑडिट का प्रस्ताव बनाएगी। इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद टेंडर निकलेगा और फिर उन पुलों का ऑडिट किया जाएगा।
दरार काे ऐसे समझें : दरार का मतलब यह है कि पुल के दो हिस्सों को जोड़ने वाला एक बिंदू होता है। उसमें सामान्य गैप में रबर लगी रहती है। गुरुवार को वह रबर निकलने के साथ ही उसमें गैप बढ़ गया। सबसे अधिक गैप राजकमल चौक के पास है इसके दूसरे हिस्से पर दूसरा गैप है। तीसरा जोशी मार्केट के पास और चौथा राजकमल के पहले है।
इस सवाल का नहीं मिला जवाब : पुल में जो बड़ा गैप बना है वह हिस्सा राजकमल से जयस्तंभ की ओर मुड़ रहा है। पहली बात तो यह कि ये सही हो सकता है क्या ? दूसरा पुल के दो ज्वाइंट में गैप आगे बढ़ेगा नहीं यह तय हो सकता है क्या ? उड़ानपुल पर स्पीड ब्रेकर होने से वो उसमें धक्का मारने का काम करते हैं इसका कोई असर पड़ता है क्या ? जहां ये गैप बना उसके दोनों तरह स्पीड ब्रेकर हैं।
पुल की गुणवत्ता की जांच हो : भाजपा प्रवक्ता शिवराय कुलकर्णी ने कहा कि श्रीराम नवमी पर हजारों अमरावतीकर भगवान राम की आराधना में चल रहे डीजे की आवाज से पुल में दरार पड़ने की अफवाह विराट जनशक्ति को देखकर राम नाम के विरोधी कर रहे हैं। किसी के घर की खिड़की का कांच भी नहीं फूटा और कांक्रिट के पुल में दरार पड़ने की अफवाह फैलाने वालों पर पुलिस को कार्रवाई करनी चाहिए। साथ ही पुल की गुणवत्ता की जांच हो।
एक नजर में उड़ान पुल का इतिहास : वर्ष 2008 में इर्विन चौक से राजापेठ तक यह उड़ानपुल महाराष्ट्र स्टेट रोड डेवलपमेंट कार्पोरेशन (एमएसआरडीसी) ने बनाया गया था। उस समय तत्कालीन पालकमंत्री डॉ. सुनील देशमुख थे। 15 साल से उसका मेंटनेंस नहीं किया गया। मनपा के शहर अभियंता इकबाल खान का कहना है कि पुल का रखरखाव मनपा के पास नहीं है।
Created On :   1 April 2023 5:43 PM IST