युवा सेना पदाधिकारी हर्षल काकड़े  सहित 7 पर  धोखाधड़ी का केस दर्ज  

Fraud case registered against 7 including Yuva Sena officer Harshal Kakde
युवा सेना पदाधिकारी हर्षल काकड़े  सहित 7 पर  धोखाधड़ी का केस दर्ज  
नागपुर युवा सेना पदाधिकारी हर्षल काकड़े  सहित 7 पर  धोखाधड़ी का केस दर्ज  

डिजिटल डेस्क, (वाड़ी) नागपुर। अवैध तरीके से फर्जी दस्तावेज बनाकर जमीन की साझेदारी की रकम हजम करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। सूत्रों के अनुसार इस मामले में अब पुलिस सब रजिस्ट्रार कार्यालय से दस्तावेज का रिकॉर्ड खंगालेगी, ताकि सच कौन बोल रहा है और कौन झूठ, सब कुछ सामने आ जाएगा। फिलहाल इस प्रकरण में वाड़ी पुलिस ने 7 आरोपियों के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज किया है। 

यह हैं आरोपी : आरोपियों में युवा सेना का पदाधिकारी व वाड़ी ग्रापं का पूर्व सदस्य हर्षल अनिल काकड़े, दत्तवाड़ी, वर्धा नप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेश भगत, सुधीर दिगांबर सातपुते, गुड़धे ले-आउट, त्रिमूर्ति नगर, प्रकाश विट्ठलराव इखनकर, गोकुलपेठ, प्रीतीश रामराव तायड़े, दिग्रस, यवतमाल, राहुल खरात, अकोला और मोहन सातपुते, गुड़धे ले-आउट निवासी का समावेश है।  हालांकि, इस मामले में हर्षल काकडे, सुधीर सातपुते और मोहन सातपुते को जमानत मिल गई है। 

सरकारी ठेकेदार ने की है शिकायत :गौरतलब है कि, इस मामले की शिकायत पहले क्राइम ब्रांच की आर्थिक विंग के पास की गई थी। मामले में पुलिस पर दबाव बढ़ा, तो वाड़ी थाने में ठगी का मामला दर्ज किया गया। सूत्रों के अनुसार इन आरोपियों के खिलाफ सरकारी ठेकेदार सत्यपाल सिंह अरोरा, गिरीपेठ निवासी ने शिकायत की है। अरोरा ने क्राइम ब्रांच से भी शिकायत की थी, लेकिन क्राइम ब्रांच पुलिस ने मामला सिविल का बताकर दोनों पक्षों को कोर्ट की सलाह दी थी।   

5 साल पहले साझेदारी में शुरू की थी फर्म 
सूत्रों के अनुसार सत्यपाल िसंह अरोरा का करीब 5 वर्ष पहले वर्ष 2018 में वाड़ी में ठेके का काम शुरू था, तब हर्षल, प्रीतिश, राहुल व सातपुते बंधुओं के साथ साझेदारी में एक फर्म शुरू की। अरोरा की शिकायत के अनुसार इखनकर ने जमीन खरीदी का अनुबंध किया। अनुबंध के अनुसार करीब 52.89 लाख का भुगतान किया गया। अरोरा को बाद में आरोपियों ने फर्म से हटा दिया। दूसरी फर्म बना ली। अनुबंध रद्द किए बिना ही शिवराजे इंफ्रा इस्टेट  नामक फर्म बना ली। इखनकर ने नई फर्म के नाम पर जमीन खरीदी। उस दौरान राजेश भगत वाड़ी ग्राम पंचायत में सीओ थे। सातपुते डेवलपर्स में 52 लाख 89 हजार 375 रुपए का िनवेश किया गया। आरोपियों की करतूत पता चलने पर अरोरा ने पुलिस की मदद ली। पुलिस ने दोनों पक्षों को कोर्ट में मामला सुलझाने की बात कही थी। कोर्ट के आदेश पर आखिर वाड़ी पुलिस ने उक्त आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।    

Created On :   11 April 2023 1:06 PM IST

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