संतरानगरी में तेजी से बढ़ रहे फ्राड के मामले, वाट्सअप आगे

Fraud cases increasing rapidly in Santranagri, Whatsapp ahead
संतरानगरी में तेजी से बढ़ रहे फ्राड के मामले, वाट्सअप आगे
संतरानगरी में तेजी से बढ़ रहे फ्राड के मामले, वाट्सअप आगे

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  संतरानगरी में साइबर क्राइम तेजी से बढ़ रहा है। इस कड़ी में अब वाट्सएप फ्राड के मामले भी सामने आने लगे हैं। वाट्सएप पर लिंक भेजी जाती है, लिंक क्लिक करते ही खाते से पैसे निकाल लिए जाते हैं। सूत्रों के अनुसार पिछले दो माह में नागपुर साइबर पुलिस के पास वाट्सएप हैक किए जाने के तकरीबन 20 मामलों की शिकायत की गई है। साइबर पुलिस ऐसे मामले की बेहद गंभीरता से छानबीन करती है। साइबर अपराधियों की धरपकड़ भी पुलिस कर रही है। शहर साइबर पुलिस की मानें तो ट्विटर और वाट्सएप फ्राड के मामले में जब भी वह कोई मेल भेजते हैं, तो उन्हें इन दोनों एप से कोई सपोर्ट नहीं मिल पाता है। फेसबुक, मैसेंजर सहित अन्य एप से जितना सहयोग मिलता है, उतना सहयोग ट्विटर और वाट्सएप हैक के मामले में नहीं मिल पाता है। 

नागपुर साइबर पुलिस की तरह राज्य में दूसरी जगहों पर साइबर पुलिस के पास वाट्सएप फ्राड से जुड़े मामलों की शिकायतें पहुंच रही हैं। ये हैकिंग किसने और कहां से बैठकर की, इसका पता साइबर पुलिस कई बार नहीं लगा पाती है। वजह यह होती है कि वाट्सएप पुलिस को जालसाज के आईपी लॉग्स की जानकारी शेयर नहीं करती है। जानकारों का मानना है कि वाट्सएप का कार्यालय भारत में नहीं है। इसलिए वह लॉ इन्फोर्समेंट एजेंसी को पूरी तरह से सपोर्ट नहीं करता है। अगर देश में डाटा संरक्षण कानून लागू हो जाता है तो ऐसी परेशानी नहीं होगी। मौजूदा समय में डाटा संरक्षण कानून लागू होने में देरी हो रही है। भारतीयों का डाटा लेने के लिए भारत को विदेशी कंपनियों पर निर्भर होना पडता है।

कई ईमेल भेजे, लेकिन एक का भी जवाब नहीं अाया
नागपुर साइबर सेल पुलिस विभाग में कार्यरत एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यह सही है कि नागपुर में वाट्सएप साइबर अपराध के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। नागपुर शहर में इसके शिकार युवा वर्ग ज्यादा हो रहे हैं। उनके पास कुछ युवतियों और युवकों की शिकायतें आई हैं। उन्होंने वाट्सएप फ्राड के इस मामले का ईमेल भेजकर वाट्सएप से जवाब मांगा, लेकिन वाट्सएप का एक भी जबाब नहीं आया। सूत्रों के अनुसार वाट्सएप हैकर लॉग इन करने से पहले वाट्सएप की ओर से इंटरनेट यूजर नंबर पर भेजे गए ओटीपी को अपना बताकर धोखाधड़ी करते हैं। यह गड़बड़ी वाट्सएप से जुडे दोस्तों के साथ होती है। अगर आपने किसी को कुछ भी वाट्सएप नहीं किया फिर भी किसी दोस्त को आपके नाम से वाट्सएप किया जा रहा है तो समझ लेना चाहिए कि वाट्सएप हैकर ने आपका वाट्सएप हैक कर लिया है। वाट्सएप हैकर देश-विदेश में आपके वाट्सएप से जुड़े दोस्तों के वाट्सएप को हैक कर सकते हैं। जालसाज इतनी शातिर हैकर होते हैं कि वह किसी भी ग्रुप एडमिन का नाम हटाकर खुद एडमिन बन जाते हैं। 

शिकायत मिलने पर साइबर पुलिस करती है कार्रवाई
साइबर अपराध या वाट्सएप फ्राड से जुड़ी जो भी शिकायतें साइबर पुलिस के पास आती हैं, तो नोडल ऑफिसर को मेल कर दिया जाता है। उसके बाद आईटी के अंतर्गत जो भी नियम हैं, उसके अनुसार कार्रवाई की जाती है। ऐसे मामले में साइबर पुलिस कई बार कार्रवाई कर चुकी है। अपराधियों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है। यह कार्य साइबर पुलिस करते रहती है। कुछ समय पूर्व ही साइबर पुलिस ने नाइजीरियन गिरोह का पर्दाफाश किया था। शहर में चाइल्ड पोर्न  के 25 मामले सामने आने पर उन मामलों में साइबर पुलिस ने कार्रवाई की है। 
-अशोक बागुल, वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक, साइबर पुलिस सेल थाना, नागपुर

ऐसे बचें...पुलिस की एडवाइजरी
ओटीपी को किसी से शेयर न करें। अज्ञात वाट्सएप ग्रुप से फौरन बाहर हो जाएं, टू स्टेप वेरिफिकेशन को अनेबल कर दें। वाट्सएप हैक होने पर ईमेल अाईडी support@support.whatsapp.com पर आपके डिवाइस में रजिस्टर्ड ईमेल आईडी से हैक की सूचना दे सकते हैं। इसके बाद वाट्सएप को रिइंस्टॉल करें और ओटीपी जनरेट कर वाट्सएप अकाउंट में लॉग इन कर सकते हैं। साइबर क्राइम होेने पर नागपुर साइबर पुलिस से 0712-2566766 पर संपर्क किया जा सकता है। नागपुर में वाट्सएप का उपयोग करने वालों की संख्या लाखों में है, वाट्सएप  हैक होने पर युवा वर्ग अपना वाट्सएप दोबारा स्टाल कर लेता है, लेकिन वरिष्ठ नागरिक तो मोबाइल नंबर ही बदल लेते हैं, क्योंकि वह उन गतिविधियों को पूरा करने के बजाय मोबाइल नंबर ही बदलकर सारी मुसीबतों से पीछा छुड़ा लेते हैं। 

Created On :   7 Jan 2021 10:46 AM GMT

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