पिंजरे में कैद बाघिन की ‘टीटीसी’ में रवानगी

gadchirili Caged tigress sent to TTC
पिंजरे में कैद बाघिन की ‘टीटीसी’ में रवानगी
गड़चिरोली पिंजरे में कैद बाघिन की ‘टीटीसी’ में रवानगी

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। शहर के चंद्रपुर मार्ग पर कॉम्प्लेक्स परिसर में स्थित कृषि विज्ञान केंद्र सोनापुर रोपवाटिका से  पिंजरे में कैद की गई बाघिन को चंद्रपुर टीटीसी (ट्रांजीट ट्रीटमेंट सेंटर)में रवाना किया गया है।  यह बाघित गड़चिरोली जिले के जंगल में विचरण करने वाली बाघिन में से नहीं होने से अब तक बाघिन का नाम अस्पष्ट होने की जानकारी वनविभाग ने दी है। 
गड़चिरोली शहर की सेमाना देवस्थान व जिला अस्पताल के पीछे झुड़पी जंगल में जंगली सुअर का शिकार करने उसका पीछा करते हुए बाघिन कृषि विज्ञान महाविद्यालय के रोपवाटिका में प्रवेश करते मजदूरों को दिखाई दी। रोपवाटिका में बाघिन प्रवेश करने की जानकारी मजदूरों ने वनविभाग को दी। जानकारी मिलते ही गड़चिरोली वनवृत्त के वनसंरक्षक किशोर मानकर के मार्गदर्शन में गड़चिरोली वनविभाग के उपवनसंरक्षक मिलिश दत्त शर्मा, सहायक वनसंरक्षक सोनल भडके व गड़चिरोली वनपरिक्षेत्र के प्रभारी अधिकारी धीरज ढेंबरे ने घटनास्थल पर पहुंचकर बाघिन को पिंजरे में कैद करने का प्रयास किया। वहीं ताड़ोबा के जलद कृति दल के पशुवैद्यकीय अधिकारी डा. रविकांत खोब्रागडे, शुटर अजय मराठे, अमोल कोरपे, वाहन चालक अक्षय दांडेकर के टीम ने करीब 6 घंटे प्रयास कर 4.55 को पिंजरे में कैद किया। पशुवैद्यकीय अधिकारी डा. रविकांत खोब्रागडे ने बाघिन पर उपचार करने के बाद चंद्रपुर टीटीसी में रवाना किया गया। ऐसी जानकारी वनविभाग ने दी। 
 

Created On :   22 March 2023 3:30 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story