नक्सलग्रस्त भापड़ा को मिली शराब से मुक्ति
डिजिटल डेस्क, एटापल्ली (गड़चिरोली)। आदिवासी समाज के धार्मिक कार्यों में शराब का अनन्य साधारण महत्व है। लेेकिन शराब के सेवन से वर्तमान पीढ़ी नशेड़ी होते देख ग्रामीणों ने अपनी पारंपरिक पद्धति को दरकिनार कर गांव में पूरी तरह शराब बंदी करने का निर्णय लिया। तहसील के नक्सल प्रभावित भापड़ा गांव के नागरिकों द्वारा की गयी इस पहल के कारण पिछले 2 वर्ष से गांव के किसी भी घर में शराब की एक बूंद तक तैयार नहीं की गयी। इतना ही नहीं धार्मिक अथवा सामजिक और अन्य किसी कार्यक्रमों में भी यहां शराब का उपयोग नहीं किया जाता। मुक्तिपथ अभियान द्वारा गांव में किए गए जनजागरण के बाद आज भापड़ा गांव शराबमुक्त बन पाया है। तहसील मुख्यालय से 66 किमी की दूरी पर बसा भापड़ा गांव सोहगांव ग्रापं के तहत समाविष्ट है। 2 वर्ष पूर्व गांव में धड़ल्ले से शराब तैयार की जाती थी। आदिवासियों के वैवाहिक कार्यक्रमों के साथ धार्मिक, सामाजिक और पंडूम जैसे कार्यक्रमों में शराब पी जाती थी। अन्य गांवों के शराबी भी आए दिन भापड़ा पहुंचकर शराब का सेवन करते थे। शराब की बिक्री बढ़ जाने के कारण गांव के युवा भी नशे के आदी होने लगा था। इसी स्थिति को सुधारने के लिए मुक्तिपथ अभियान के कार्यकर्ताओं ने गांव में जनजागरण कार्यक्रमों का आयोजन शुरू किया। घर में यदि शराब तैयार की गयी और उसकी बिक्री करते पाए गए तो 10 हजार रुपए का जुर्माना वसूलने का निर्णय गांव समिति ने पारित किया।
वर्ष 2021 में गांव समिति ने गांव के सभी नागरिकों की उपस्थिति में गांव में शराब बंदी का निर्णय लिया। शुरुआती दौर में गांव समिति के पदाधिकारियों को इस कार्य में काफी बाधाओं का सामना भी करना पड़ा। लेेकिन मुक्तिपथ अभियान के निरंतर प्रयासों के बाद गांव में पूरी तरह शराब बंदी गयी। अाज 2 वर्षों से गांव में शराब बंदी का पालन प्रभावी रूप से किया जा रहा है। गांव समिति और ग्राम पंचायत द्वारा किए गए प्रयासों के कारण गांव में अब कोई शराब की बिक्री नहीं करता। मंगलवार, 28 मार्च को ग्रामीणों ने गांव के मुख्य प्रवेश द्वार पर विजयस्तंभ लगाकर अन्य गांवों के लिए भी एक आदर्श स्थापित किया है। इस समय भापड़ा ग्रापं समिति अध्यक्ष सरपंच जगुजी देहारी, उपसरपंच राधिका पवार, मुक्तिपथ गांव संगठन सदस्य विकास सुरजबन्सी, अगेश देहारी, अक्षय देहारी, शिक्षक जगमत देहारी, विजय पवार, मुक्तिपथ तहसील संगठक किशोर मलेवार समेत नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
Created On :   29 March 2023 2:23 PM IST