संतरानगरी में गूंजते रहे गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी के जयकारे

ganpati bappa festival celebration in nagpur district and maharashtra
संतरानगरी में गूंजते रहे गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी के जयकारे
संतरानगरी में गूंजते रहे गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी के जयकारे

डिजिटल डेस्क, नागपुर। गणपति बप्पा मोरया,  अगले बरस तू जल्दी  के जयघोष के साथ श्रद्धालुओं में बप्पा को विदाई दी। गणेश चतुर्थी से शुरू हुआ गणेशोत्सव अनंत चतुर्दशी के दिन बप्पा की विदाई के साथ समाप्त हुआ। इस बार तालाबों में सीधे विसर्जन की बजाए जगह-जगह टैंक बनाकर गणेश विसर्जन की व्यवस्था की गई। ढोल-ताशे, बाजे-गाजे के साथ गुलाल उड़ाते नाचते गाते युवा, बच्चे, बुजुर्ग समूह के साथ गणेश विसर्जन के लिए शोभायात्राओं में उमड़ पड़े।  प्रथम पूजक गणपति गणनायक की विदाई में लोग परिवार के साथ शामिल होते दिखाई दिए। इस बीच गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी , मंगलमूर्ति मोरया के जयकारे से परिसर गूंज उठा।

देर रात तक चला विसर्जन का सिलसिला
अनंत चतुर्दशी के दिन सुबह से ही बप्पा की विदाई का सिलसिला शुरू हुआ जो देर रात तक जारी रहा। कुछ बड़ी गणेश मूर्तियों का विसर्जन दूसरे सोमवार और मंगलवार को भी किया जाएगा। बप्पा की विदाई के दौरान शहर के तालाबों पर विसर्जन के लिए पर्याप्त सुविधाओं के साथ तगड़ा पुलिस बंदोबस्त तैनात किया गया। जल प्रदूषण टालने के लिए नागपुर महानगरपालिका द्वारा जगह-जगह कृत्रिम तालाब लगाए गए। अब तक इन तालाबों में डेढ़ दिन, तीन दिन, पांच दिन, सात दिन व अनंत चतुर्दशी के दिन बड़ी संख्या में गणेश मूर्तियों  का विसर्जन किया गया है। नागपुर महानगरपालिका की ओर से 10 जोन में लगभग 247 कृत्रिम रबर टैंक तैयार किए गए।

लगाए गए 247 कृत्रिम टैंक
उल्लेखनीय है कि गांधीसागर तालाब, सक्करदरा तालाब और सोनेगांव तालाब में गणपति विसर्जन पर पूरी तरह बैन लगा है। इन स्थानों पर भी बड़े कृत्रिम तालाब और रबर टैंक तैयार किए गए। इन तालाबों में अब तक बड़े पैमाने पर घरेलू गणेश मूर्ति का विसर्जन किया गया। इसके अलावा तालाब परिसर में जगह-जगह निर्माल्य कलश का भी प्रबंध किया गया। गौरतलब है कि गणेश विसर्जन के लिए पिछले साल शहर में 234 कृत्रिम टैंक लगाए गए थे। इस साल 247 कृत्रिम टैंक की व्यवस्था की गई। फिलहाल मनपा के पास 50 पुराने और 115 नए कृत्रिम टैंक उपलब्ध हैं। इसके अलावा सभी तालाबों में सीमेंट के कृत्रिम तालाब तैयार किए गए। इसी तरह अनेक जगहों पर गड्ढे खुदाई कर कृत्रिम तालाब की व्यवस्था की गई।

1153 गणेश मंडलों ने ली अनुमति
वैसे शहर में गणेश स्थापना का आंकड़ा काफी बड़ा है। लेकिन आधिकारिक रूप से शहर में 1153 सार्वजनिक गणेश मंडलों ने मनपा व पुलिस से अनुमति ली है। इसके अलावा गल्ली और बस्तियों में बैठने वाले गणपति बैठाने वाले गणेश मंडलों की संख्या बड़े पैमाने पर है।

कई जगह फूटे कृत्रिम टैक
गणेश विसर्जन के लिए बनाए गए कृत्रिम टैंक गई जगह फूट गए जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। टैंक फूट जाने से जहां पूरा परिसर जलमग्न हो गया वहीं उसकी मिट्‌टी और निर्माल्य सड़क पर पसर गए। लोग इसे बप्पा की अवमानना मानते हुए प्रशासन को कोस रहे थे।

Created On :   24 Sep 2018 7:59 AM GMT

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