मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प का स्वर्ण जयंती महोत्सव स्थगित

डिजिटल डेस्क, अमरावती। अमरावती में मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प की स्थापना 22 फरवरी 1974 को हुई थी और 22 फरवरी 2023 को 50 वर्ष पूरे हो गए हैं। इस उपलक्ष्य में मेलघाट में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना तय हुआ था। लेकिन मेलघाट के विधायक राजकुमार पटेल की धमकी के बाद मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प के स्वर्ण जयंती महोत्सव को स्थगित कर दिया गया। बताया जा रहा है कि यह महोत्सव मार्च में मनाया जाएगा। हालांकि मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प के अधिकारियों ने कार्यक्रम को लेकर कोई पुष्टि नहीं की।
कार्यक्रम स्थल के सामने दूंगा धरना : पटेल
जानकारी के अनुसार 22 फरवरी को मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प के स्वर्ण जयंती महोत्सव में बतौर अतिथि स्थानीय विधायक राजकुमार पटेल को निमंत्रित करने हेतु स्वीकृति मांगी थी। इस पर विधायक पटेल ने पत्र लिखकर कहा था कि मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प का महोत्सव जहां भी मनाया जाएगा मैं वहां आकर धरना दूंगा। यह खुली धमकी विधायक ने पत्र परिषद लेकर भी दी थी। उन्होंने कहा कि व्याघ्र प्रकल्प के अधिकारी जानवरों के बारे में सोचते हैं लेकिन इंसानों के बारे में कोई सोचने को तैयार नहीं है।
गांव में आए दिन बाघ और तेंदुआ हमला कर रहे हैं। बाघ गांव में घुसने की शिकायत करने पर अधिकारी कहते हैं कि बाघ बूढ़ा है इसलिए वह भागते हुए जानवरों का शिकार नहीं कर सकता है। जिससे गांव में आ जाता है। यदि कोई बाघ शिकार नहीं कर पाता है तो क्या उसके लिए हमें निवाला बना दोगे? मुझे जानकारी मिली है कि महोत्सव को स्थगित कर दिया गया है और नहीं किया तो मैं जहां भी कार्यक्रम होगा वहां जाकर विरोध करूंगा। वहीं, दूसरी ओर कर्मचारी दबी जुबान में कह रहे हैं कि प्रमुख मुख्य वन सरंक्षक (पीसीसीएफ) का समय नहीं मिलने की वजह से मार्च में कार्यक्रम होगा।
मेलघाट का नंदनवन : मेलघाट को विदर्भ का नंदनवन कहा जाता है। यहां बाघ के साथ ही तेंदुआ, भालू, हिरण, सांभर, नीलगाय, सियार सहित बड़ी संख्या में जानवर और पक्षी हैं। जानवरों की अटखेलियों को देखने के लिए बड़ी संख्या में यहां पर्यटक पहुंचते हैं। 2021 के सर्वे के अनुसार 47 से अधिक बाघ होने की जानकारी वन विभाग ने दी थी।
बोलने से बचते रहते अधिकारी : मामले की जानकारी के लिए मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प की मुख्य वन सरंक्षक (सीसीएफ) जयोती बनर्जी से संपर्क किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। विभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) मनोजकुमार खैरनार बीमारी के चलते अवकाश पर थे। इससे उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। वहीं, रेंज वन अधिकारी (आरएफओ) योगेश तापस ने कहा कि डीएफओ साहब अवकाश पर हैं, मुझे कारण नहीं पता है।
Created On :   23 Feb 2023 3:18 PM IST












