मवेशी तस्करी के संदेह में रोकी गई मालगाड़ी  

Goods train stopped on suspicion of cattle smuggling
मवेशी तस्करी के संदेह में रोकी गई मालगाड़ी  
मवेशी तस्करी के संदेह में रोकी गई मालगाड़ी  

डिजिटल डेस्क, नागपुर। रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को मवेशियों को बूचड़खाना ले जाने के संदेह में एक मालगाड़ी को आरपीएफ ने करीब ढाई घंटे तक रोके रखा। हालांकि, दस्तावेजों की जांच-पड़ताल में मवेशी डेयरी के लिए ले जाने की बात सामने आई। पशुप्रेमियों ने मवेशियों को मालगाड़ी में ले जाने पर नाराजगी जताई है। साथ ही इसके खिलाफ शिकायत करने की बात कही है। बता दें कि, मालगाड़ी में भरे मवेशियों में एक गर्भवती मवेशी की मौत हो गई थी। मुंबई लाइन पर मालगाड़ी रोकने के कारण प्लेटफार्म-3 पर आने वाली दो गाड़ियों को एक नंबर से चलाया गया। 

दूसरे प्लेटफार्म से चलीं यात्री गाड़ियां, एक मवेशी की मौत
एक डिब्बे में 116 मवेशी :  जानकारी के अनुसार सीमेंट ढुलाई करने वाली मालगाड़ी के 6 डिब्बों में से एक डिब्बे में डेयरी मालिक द्वारा 116 मवेशी हरियाणा के कुरुक्षेत्र से कर्नाटक के बंगारपेठ भेजा जा रहा था। मालगाड़ी में डेयरी मालिक व उसके साथी भी मौजूद थे। गाड़ी रविवार की शाम को कुरुक्षेत्र से निकली थी।  सफर के दौरान एक गर्भवती गाय की मौत होने से गाड़ी नागपुर स्टेशन पर रुकने के बाद मृत गाय एनएमसी को सौंपने की प्रक्रिया चल रही थी। इसी बीच इसकी भनक पशुप्रेमियों को लग गई और बात मेनका गांधी तक पहुंच गई। जिसके बाद पशुप्रेमी व पीपल्स फॉर एनिमल की सचिव करिश्मा गलानी ने आरपीएफ के साथ मिलकर जांच-पड़ताल शुरू की। 

यात्रियों को करना पड़ा परेशानी का सामना : मालगाड़ी दोपहर 2 बजे से ढाई घंटे तक स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक गुड्स लाइन पर खड़ी रही। जिससे 2 या 3 नंबर पर यात्री गाड़ी नहीं आ पा रही थी। ऐसे में गाड़ियों के समय पर प्लेटफार्म बदले गए। बंगलुरु-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस व हैदराबाद-नई दिल्ली तेलंगाना एक्सप्रेस को ऐन वक्त पर 3 नंबर से एक नंबर पर शिफ्ट किया गया। जिससे यात्रियों को काफी परेशानी हुई।

मालगाड़ी को एक घंटे तक  गोधनी में भी रोका:  सूत्रों के अनुसार मालगाड़ी को दोपहर 12.30 बजे एक घंटे तक गोधनी रेलवे स्टेशन के पास भी रोका गया था। जिससे बोगी ज्यादा गर्म होने से मवेशियों को सांस लेने में  दिक्कत हो रही थी। दूसरी तरफ बोगी में रखा पानी भी खत्म होने से मवेशियों को पीने के लिए भी पानी उपलब्ध नहीं था। नागपुर स्टेशन पर आने के बाद मवेशियों के लिए पानी की मांग भी की गई थी। 

दस्तावेज थे
मवेशियों को डेयरी परपज से ले जाया जा रहा था। इससे संबंधित दस्तावेज भी थे, इसलिए उन्हें जाने दिया गया।  
-आशुतोष पांडे, डीएससी,  आरपीएफ

10 से ज्यादा मवेशी नहीं ले जा सकते
नियमों के बाहर म‌वेशियों को ले जाया जा रहा था। एक बोगी में 10 से ज्यादा मवेशी नहीं ले जा सकते हैं। इसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराएंगे। -करिश्मा गलानी, सचिव, पीपल्स फॉर एनिमल
 

Created On :   9 Sep 2020 10:46 AM GMT

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