हाईकोर्ट ने महाराष्ट्र बास्केट बाल एसोसिएशन को लगाई फटकार

High court reprimanded Maharashtra Basketball Association
हाईकोर्ट ने महाराष्ट्र बास्केट बाल एसोसिएशन को लगाई फटकार
मिनी ओलंपिक खेल में खिलाडियों के शामिल होने पर रोक लगाने की मामला हाईकोर्ट ने महाराष्ट्र बास्केट बाल एसोसिएशन को लगाई फटकार

डिजिटल डेस्क, मुंबई। बांबे हाईकोर्ट ने मिनी ओलंपिक खेलों में बास्केट बाल खिलाडियों के हिस्सा लेने पर रोक लगाने के लिए महाराष्ट्र बास्केट बाल एसोसिएसन को कड़ी फटकार लगाई है। हाईकोर्ट ने कहा कि आप (एसोसिएशन) इस तरह फतवा नहीं जारी कर सकते है। मामले में हाईकोर्ट के कड़े रुख को देखते हुए एसोसिएशन ने 192 खिलाडियों के मिनी ओलंपिक खेल में रोक लगाने को लेकर जारी अपने परिपत्र को वापस ले लिया। परिपत्र के खिलाफ हाईकोर्ट में पांच खिलाडियों ने याचिका दायर की थी।  न्यायमूर्ति गौतम पटेल व न्यायमूर्ति एसजी दिगे की खंडपीठ के सामने याचिका पर सुनवाई हुई। याचिका पर गौर करने के बाद खंडपीठ ने कहा कि एसोसिएशन इस तरह का फतवा नहीं जारी कर सकता है। इस तरह से आप(एसोसिएशन) एक खिलाड़ी के कैरियर का अंत कर रहे है। ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे एसोसिएशन खिलाडियों के जुनून से अनजान है और उन परिस्थितियों से भी अनभिंग है जिससे लड़कर खिलाड़ी खेलने के लिए आगे आते है। दो जनवरी से 12 जनवरी 2023 के बीच मिनी ओलंपिक खेल हो रहा है। 
एसोसिएशन ने अपने परिपपत्र में कहा था कि यदि एसोसिएशन से जुड़ा कोई खिलाड़ी,कोच व मैनेजर मिनि ओलंपिक खेल में शामिल होगा तो वह भविष्य में एसोसिएशन व बास्केट बाल फेडरेशनऑफ इंडिया  की ओर से आयोजित की जानेवाली किसी प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं ले पाएगा।  सुनवाई के दौरान एसोसिएशन की ओर से पैरवी कर रहे वकील ने कहा कि महाराष्ट्र ओलंपिक एसोसिएशन ने महाराष्ट्र बास्केट बाल एसोसिएशन को आधिकारिक मान्यता नहीं दी है। इसलिए परिपत्र जारी किया गया है। इससे असंतुष्ट खंडपीठ ने कहा कि एसोसिएशन इस मामले को संलग्नता की राजनीति से जुड़ा मुद्दा न बनाए। वह खिलाड़ियों को बास्केट बाल खेलने दे। एसोसिएशन ने जिस तरह से परिपत्र जारी किया है। वह खेल की हत्या कर देगा। क्या एसोसिएशन जानता है कि राज्य में बासकेट बाल खेल की क्या स्थिति है। बास्केट बाल खेलनेवाले खिलाड़ी ड्राइवर व बस कंडक्टर है। जो रात के समय खेलते है। क्योंकि तभी बास्केट बाल का कोर्ट रिक्त रहता है। यह खिलाडियों में खेल को लेकर उत्साह है और आप(एसोसिएशन) उसकी हत्या करना चाहते हो। कोर्ट के इस मामले कड़े रुख के बाद एसोसिएशन ने अपना परिपत्र वापस ले लिया। 
 

Created On :   4 Jan 2023 7:31 PM IST

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