हनी ट्रैप : मजबूरी बताई, फ्लैट पर लेकर गई और फिर धमकी देकर ऐंठने लगी रकम

Honey Trap: Stimulated, took it to the flat and then threatened to squirm
हनी ट्रैप : मजबूरी बताई, फ्लैट पर लेकर गई और फिर धमकी देकर ऐंठने लगी रकम
हनी ट्रैप : मजबूरी बताई, फ्लैट पर लेकर गई और फिर धमकी देकर ऐंठने लगी रकम

डिजिटल डेस्क, नागपुर। एमआईडीसी क्षेत्र की एक दवा कंपनी के बिक्री प्रमुख दीपक कुमार (45) को "हनी ट्रैप" करने का मामला सामने आया है। एक युवती ने अपनी मजबूरी गिनाई और माता-पिता से मिलाने के बहाने फ्लैट पर बुलाया। वहां पहुंचने पर वहां दूसरी युवती आई। उसके बाद धीरे-धीरे बिक्री प्रमुख को जाल में फंसाया गया और झूठी शिकायत की धमकी देकर लूटना शुरू कर दिया गया।

 पुलिस का दावा है कि घटना के 24 घंटे के अंदर आरोपी सुमित ऊर्फ व्यंकटराव परिहार (21), गुन्नू बाटेश्वर मंडल (22) वैशाली नगर, एमआईडीसी व तुषार ऊर्फ मोनू अशोक जगताप (19) अमरनगर, एमआईडीसी निवासी को गिरफ्तार किया गया है। मंगलवार को तीनों को कोर्ट में पेश किया जाएगा। गैंग के सरगना  वैशालीनगर निवासी अज्जू भाई उर्फ रजत ठाकुर,  रिया उर्फ पल्लवी उर्फ प्रिया उर्फ श्वेता रहांगडाले व पूजा नामक युवती अब भी फरार हैं। खास बात यह है कि सुमित रायसोनी अभियांत्रिकी महाविद्यालय में तृतीय वर्ष का छात्र है। 22 अगस्त को दीपक ने एमआईडीसी थाने में शिकायत दर्ज कराई थी।

मेरी बहन के साथ छेड़खानी करते हो
पुलिस के अनुसार, फ्लैट में रजत ठाकुर ने दीपक पर आरोप लगाते हुए कहा- मेरी बहन के साथ छेड़खानी करते हो। इसकी शिकायत थाने में करेंगे। धमकी देते हुए रजत ठाकुर, अज्जू, सुमित, गुन्नू मंडल और तुषार ने 4 घंटे तक दीपक को बंधक बनाए रखा। उसे पिस्टल और  चाकू दिखाकर 8 लाख रुपए मांगे। इनकार करने पर उसकी जेब से 3 हजार रुपए नकदी व एटीएम कार्ड ले लिए। एटीएम कार्ड से एक-एक कर 9 बार में 90 हजार रुपए निकाले गए। 

खरबी के सैलून में  हुई थी मुलाकात  
कोराड़ी रोड निवासी दीपक कुमार (45) ने पुलिस को बताया कि करीब 6 माह पहले उनकी खरबी के एक सैलून में रिया से मुलाकात हुई थी। रिया ने घर की स्थिति ठीक नहीं होने का हवाला देते हुए किसी अस्पताल में नौकरी दिलाने की गुजारिश की थी। इसके बाद वह लगातार दीपक के संपर्क में रही। 19 अगस्त को रिया ने दीपक को फोन कर अपने माता पिता से मिलाने के बहाने  एमआईडीसी क्षेत्र के राजनगर स्थित फ्लैट में बुलाया। दरअसल, यह फ्लैट सुमित का है। 21 अगस्त को दीपक कुमार को लता मंगेशकर अस्पताल में काम था। इसलिए रिया से मिलने फ्लैट पहुंच गए। उस समय रिया अकेली थी। कुछ देर बातचीत हुई, इसके बाद वहां पूजा पहुंच गई। इतने में  मौका पाकर रिया वहां से चली गई। उसके जाते ही फ्लैट में अज्जू भाई उर्फ रजत ठाकुर, सुमित उर्फ दद्दू परिहार, गुन्नू मंडल और तुषार उर्फ सोनू उर्फ तोतल्या  जगताप दाखिल हुए।

दोस्त को भी नहीं छोड़ा
दीपक के दोस्त कौशिक तक को नहीं छोड़ा गया। दीपक को बंधक बनाने के दौरान रिया ने श्वेता बनकर दीपक के फोन से कौशिक को कॉल किया। रिया ने दीपक के एक्सीडेंट की झूठी सूचना देकर 50 हजार रुपए लेकर मंगलमूर्ति चौक पर बुलाया। रिया ही श्वेता बनकर 50 हजार रुपए ले लिए। इसके बाद दीपक को छोड़ दिया। 

पहले पुलिस ने बताई थी दूसरी कहानी 
पहले पुलिस ने दीपक की किसी कारण से अपहरण की कहानी बताई थी। बाद में पुलिस उपायुक्त विवेक मसाड के मार्गदर्शन में वरिष्ठ थानेदार  हेमंत कुमार खराबे, सहायक निरीक्षक रमेश हत्तीगोटे, सहायक उपनिरीक्षक विजय नेमाडे, अरविंद मोहोड, विनयक मुंडे, आशीष व प्रिया हिरवानी ने गिरोह के 3 सदस्यों को गिरफ्तार किया तो हकीकत सामने आई। 

पांच मिनट का 8 हजार मिलेगा
रजत ठाकुर ने सुमित को इस खेल में लालच देकर शामिल किया। रजत ने दीपक कुमार का हनी ट्रैप करने के लिए सुमित के फ्लैट का उपयोग किया। इसके लिए रजत ने सुमित को राजी कर लिया था। उसने 5 मिनट के लिए फ्लैट का 8 हजार रुपए देने का वादा किया था। सूत्रों के अनुसार, रजत ठाकुर व रिया ने दो महीने पहले भी इसी तरह एक व्यक्ति को लूटा था। यह घटना सोनेगांव क्षेत्र में हुई थी। पीड़ित बदनामी के डर से थाने नहीं आया था। 

Created On :   25 Aug 2020 7:24 AM GMT

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