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नागपुर यूनिवर्सिटी ने कहा- तुरंत हॉस्टल छोड़ो, स्टूडेंट्स धरने पर बैठे
डिजिटल डेस्क, नागपुर। यूनिवर्सिटी का लोअर हॉस्टल छोड़ने का फरमान यूनिवर्सिटी प्रशासन ने जारी किया है। एग्जाम सामने है। पढ़ाई कैसे करें, इस चिंता में डूबे स्टूडेंट्स ने भी विश्वविद्यालय प्रशासन के विरोध में ताल ठोंक दी है। सोमवार को उन्हें जबर्दस्ती बाहर करने की भनक लगते ही वे ही हॉस्टल के गेट के सामने अनशन पर बैठ गए।
300 स्टूडेंट्स रहते हैं यहां
लॉ कॉलेज चौक में रातुम नागपुर यूनिवर्सिटी का लोअर हॉस्टल है। स्नातकोत्तर के लगभग 300 स्टूडेंट्स हॉस्टल में रह रहे हैं। एग्जाम समाप्त हो गई, परंतु नेट, रेलवे, न्यायालय, नागरी आपूर्ति विभाग की एग्जाम सामने हैं। एग्जाम की तैयारी करने स्टूडेंट्स हॉस्टल में ठहरे हुए हैं। अवकाशकाल में हॉस्टल में रहने के लिए उन्होंने बकायदा यूनिवर्सिटी में फीस भी भरी है। अब अचानक हॉस्टल छोड़ने का फरमान जारी किया गया। यूनिवर्सिटी के फरमान से स्टूडेंट्स चिंता में पड़ गए। गरीबी के चलते शहर में किराए का कमरा लेकर रहना उनके बस के बाहर है। हॉस्टल से निकाल दिए जाने पर एग्जाम की तैयारी कैसे करें, यह समस्या उनके सामने खड़ी है।
अधिकांश स्टूडेंट्स पीएचडी के
हॉस्टल में ठहरे अधिकांश स्टूडेंट्स पीएच.डी. कर रहे हैं। इसके साथ नेट, रेलवे, न्यायालय, नागरी आपूर्ति विभाग की एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं। पीएचडी के स्टूडेंट्स को समय-समय पर गाइड के मार्गदर्शन की आवश्यकता पड़ती है। गांव से बार-बार आना-जाना जेब पर भारी पड़ता है। गांव में स्पर्धा परीक्षा से संबंधित मार्गदर्शन भी नहीं मिलता। घर में पढ़ाई के लिए पोषक वातावरण नहीं है। इन समस्याओं के चलते स्टूडेंट्स हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करना चाहते हैं। वहीं यूनिवर्सिटी प्रशासन ने सत्र समाप्ति का हवाला देकर उन्हें हॉस्टल छोड़ने का फरमान जारी किया है।
यह है मांगें
- प्रथम वर्ष में प्रवेशित तथा पीएचडी के स्टूडेंट्स को हॉस्टल में रहने की अनुमति।
- द्वितीय वर्ष में प्रवेशित स्टूडेंट्स को नया सत्र शुरू होने तक फीस लेकर रहने दें।
- पूर्व स्टूडेंट्स और परीक्षा के लिए आने वाले गेस्ट को रखने की अनुमति दी जाए।
- विवि प्रशासन व वार्डन द्वारा हॉस्टल छोड़ने बार-बार बनाया जा रहा दबाव रोकें।
Created On :   4 Jun 2018 8:03 AM GMT