एक खसरे में दर्ज सैकड़ों नाम, डायवर्सन में परेशानी

Hundreds of names recorded in one measles, trouble in diversion
एक खसरे में दर्ज सैकड़ों नाम, डायवर्सन में परेशानी
एक खसरे में दर्ज सैकड़ों नाम, डायवर्सन में परेशानी

पटवारियों की लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे लोग, अफसरों ने कहा - जमीन का बटांकन करो
डिजिटल डेस्क  जबलपुर
। जमीन खरीदने के बाद लोगों को इतनी परेशानी होती है कि अधिकारियों के चक्कर काटने पड़ते हैं। इस समय डायवर्सन न होने से लोग परेशान हैं। कई लोगों ने प्लॉट व जमीन तो ले ली लेकिन उस जमीन का पटवारियों द्वारा नक्शा नहीं काटा गया और एक ही खसरे में सैकड़ों नाम रिकॉर्ड में चढ़ते रहते हैं, बाद में जब लोगों को जरूरत पड़ती है तो पता चलता है कि उनके प्लॉट का डायवर्सन नहीं हो सकता। पटवारियों की जरा सी लापरवाही का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ता है। ऐसे ही कई मामलों को लेकर जब शिकायतें बढ़ीं तो अधिकारियों ने पटवारियों को बुलाकर समझाइश दी और कहा कि नामांतरण के साथ जमीन का नक्शा काटा जाए ताकि लोगों को परेशान न होना पड़े। 
सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी बताकर लौटा रहे थे - डायवर्सन और जमीनों के बटांक न होने के सबसे ज्यादा मामले शहर के तहसील कार्यालयों में है। जिसमें सबसे ज्यादा प्रकरण अधारताल तहसील में हैं। यहाँ डेढ़ हजार से ज्यादा प्रकरण ऐसे होंगे जहाँ लोग परेशान हैं। इसी तरह रांझी और गोरखपुर तहसील में भी 1 हजार से ज्यादा प्रकरण हैं। जब लोग ऑफिस पहुँचते तो उन्हें सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी होने की बात कह दी जाती। अधीक्षक भू-अभिलेख ललित ग्वालवंशी के पास िशकायत पहुँची तो उन्होंने पटवारियों को समझाया कि जो भी प्रकरण हैं उनका निराकरण करें। 
इनका कहना है
एक ही खसरे में कई नाम होने और भूमि का बटांकन न होने से परेशानी आ रही थी। पटवारियों को अब नामांतरण के साथ ही नक्शा काटने और बटांकन की प्रक्रिया के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही पुराने खसरों में भी सुधार करने की बात कही गई है ताकि लोगों को परेशानी न हो। 
-ललित ग्वालवंशी, एसएलआर

Created On :   23 July 2021 11:28 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story