"सदन में कामकाज नहीं करना है तो आठ दिनों की छुट्टी दे दो'

If you dont want to work in the House, give eight days leave
"सदन में कामकाज नहीं करना है तो आठ दिनों की छुट्टी दे दो'
विधान परिषद में लगातार हंगामे से नाराज हुए खडसे "सदन में कामकाज नहीं करना है तो आठ दिनों की छुट्टी दे दो'

डिजिटल डेस्क , मुंबई। विधान परिषद में लगातार तीसरे दिन जारी हंगामे से राकांपा के सदस्य एकनाथ खडसे नाराज हो गए। बुधवार को सदन में सत्ताधारी दल भाजपा के सदस्य शिवसेना (उद्धव गुट) के सांसद संजय राऊत के बयान पर हंगामा करने लगे। इस पर नाराज खडसे ने कहा कि यदि सदन में कामकाज नहीं करना है तो कम से कम आठ दिन की छुट्टी दे दीजिए। उन्होंने कहा कि उपसभापति नीलम गोर्हे को बताना चाहिए कि सदन का कामकाज केवल आज के दिन बंद रहेगाया फिर 8 दिन के अथवा 15 दिनों के लिए बंद करना है। क्योंकि सदन में हर दिन हंगामा हो रहा है। मंगलवार को सदन का पूरा दिन बर्बाद चला गया।खडसे ने कहा कि राऊत इस सदन के सदस्य नहीं हैं। लेकिन राऊत के बयान का समर्थन नहीं किया जा सकता है। पर उनके बयान की पहले जांच होनी चाहिए।

राऊत के खिलाफ विशेषाधिकार हनन के प्रस्ताव पर कोई एकतरफा फैसला नहीं होना चाहिए। इस दौरान भाजपा के सदस्य हंगामा करने लगे। जिस पर खडसे ने कहा कि विपक्ष सदन में बहुमत के आधार पर राऊत के खिलाफ विशेषाधिकार हनन को खारिज कर सकता है। इसके बाद उपसभापति ने कहा कि मैंने अभी तक सदन बंद करने के बारे में कोई फैसला नहीं लिया है। मैं जब सदन की साधारण सदस्य थी, तब भी मेरी कभी यह भूमिका नहीं रही है कि मैं सदन चलने ही नहीं दूंगी।उपसभापति ने कहा कि सदन में 15 से 20 सदस्य एक साथ हंगामा करने लगते हैं तब मुझे सदन की कार्यवाही स्थगित करने का दुखदः फैसला करना पड़ता है। हालांकि बाद में भाजपा के सदस्यों के हंगामे के कारण उपसभापति ने सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी। उल्लेखनीय है कि विधान परिषद में सोमवार को विपक्ष ने मुख्यमंत्री के देशद्रोही वाले बयान और मंगलवार को प्याज की गिरती कीमती को लेकर हंगामा किया था। तीसरे दिन बुधवार को राऊत के बयानको लेकर सत्तापक्ष ने सदस्यों ने हंगामा किया। 

Created On :   1 March 2023 7:11 PM IST

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