दवा विक्रेता के घर घुसे नाकाबपोशों से भिड़े घायल पिता-पुत्र, भागे आरोपी

Injured father-son clash with drugstores entering the house of drug dealer, accused accused
  दवा विक्रेता के घर घुसे नाकाबपोशों से भिड़े घायल पिता-पुत्र, भागे आरोपी
  दवा विक्रेता के घर घुसे नाकाबपोशों से भिड़े घायल पिता-पुत्र, भागे आरोपी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। साकेत नगर में दवा विक्रेता के घर में तीन से चार नकाबपोश ने धावा बोल दिया। जख्मी हालत में भी पिता-पुत्र आरोपियों से भिड़ गए। जिससे आरोपी उल्टे पैर भागने पर मजबूर हो गए। घटित प्रकरण से हड़कंप मचा रहा। घटना का पता चलते ही बेलतरोड़ी थाने की पुलिस आला अधिकारियों के साथ सह दल-बल मौके पर पहुंची। प्रकरण दर्ज कर किया गया है, लेकिन अभी तक आरोपियों का कोई सुराग नहीं मिला है।

दरवाजा बंद करना भूल गए
साकेत नगर स्थित प्रिया को-ऑपरेटिव सोसायटी निवासी रमन गिरडकर (60) सरकारी विभाग से बतौर अभियंता सेवानिवृत्त हुए हैं। घर में जिम भी है। दो प्रशिक्षकों की मदद से रमन और उसकी पत्नी जिम चलाते हैं, जबकि पुत्र विपुल की मानेवाड़ा में दवा की दुकान है। गुरुवार और शुक्रवार की रात में गिरडकर परिवार ऊपरी माले का दरवाजा बंद करना भूल गए थे। जिससे शुक्रवार के तड़के करीब 3 से 3:15 बजे के दरमियान चाकू से लैस होकर 20 से 25 वर्षीय आयु के तीन से चार नकाबपोश आरोपी उनके घर में घुस आए। आते ही उन्होंने रमन और उसकी पत्नी को दबोच लिया। छीना झपटी और शोर-शराबा होने से दूसरे कमरे में सो रहे विपुल और उसकी पत्नी भी जाग गए। वह भी रमन के कमरे में आ गए। इससे आरोपियों ने भागने का प्रयास किया, लेकिन रमन और विपुल ने उन्हें दबोचने की कोशिश की। चाकू छीनने का प्रयास किया। इस छीना झपटी में रमन के हाथ में चाकू लग गया, जबकि विपुल के सीने और कमर के पास चोट लगी। घायल होने पर भी उन्होंने आरोपियों का पीछा कर उन्हें पकड़ने की कोशिश की। इस बीच पकड़े जाने के डर से आरोपी उलटे पैर भाग गए।

बंद थे सीसीटीवी कैमरे
घटना का पता चलते ही बेलतरोड़ी थाने की पुलिस आला अधिकारियों के साथ सह दल-बल मौके पर पहुंची थी। सुरक्षा के लिहाज से रमन के घर में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं, लेकिन घटना के वक्त वह बंद थे। जिससे आरोपियों का सुराग नहीं मिला पाया है। आरोपियों की तलाश में परिसर में लगे अन्य सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाला जा रहा है। 

हंगामा होने पर आरोपी भाग खड़े हुए 
घटना के दौरान आरोपियों के हाथ में नकदी या कोई कीमती सामान नहीं लगा है। संभवत: हंगामा होने से आरोपी भागने पर मजबूर हो गए। इससे पुलिस का यह मानना है कि अगर आरोपी लूटपाट के इरादे से आए थे तो गहरी नींद में सो रहे रमन और उसकी पत्नी को नहीं दबोचते। चुपचाप वारदात को अंजाम देकर भाग सकते थे। इससे यह भी माना जा रहा है कि संभवत: िकसी रंजिश के चलते आरोपी िकसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के इरादे से आए थे, लेकिन हंगामे के कारण पकड़े जाने के डर से वह भाग गए। इस दिशा में भी मामले की जांच पड़ताल जारी है। 

Created On :   21 Nov 2020 9:49 AM GMT

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