बीमा कंपनी ने ठुकराए 3478 किसानों के मुआवजे के प्रस्ताव
डिजिटल डेस्क, अमरावती। इस वर्ष मानसून की शुरुआत से ही किसानों पर आसमानी संकट कायम है। खरीफ की फसल अतिवृष्टि और मूसलाधार बारिश से तबाह होने से किसानों की दारोमदार रबी की फसल पर थी। किंतु 15 मार्च से लगातार चार दिन जिले में वििभन्न जगह पर बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि हुई। जिससे चने और गेहू की साढ़े तीन हजार हेक्टेयर पर फसलों का भारी नुकसान हुआ। इसमे जिले के 3 हजार 478 किसानों ने भारतीय बीमा कंपनी के पास फसल के हुए नुकसान के मुआवजे के लिए अर्जी की। किंतु बीमा कंपनी ने जिले के केवल 631 किसानों के प्रस्ताव बीमे के लिए पात्र कर 2 हजार 847 किसानों के प्रस्ताव विभिन्न कारणों के चलते खारिज कर दिए। जिससे अब यह बात स्पष्ट होती है। 2 हजार 847 किसानों को रबी की फसल के नुकसान की अग्रिम राशि नहीं मिलेगी। विशेष कर जिले के वरुड तहसील में 32 किसानों ने बीमा कंपनी को बेमौसम बारिश से हुए नुकसान की जानकारी दी थी। किंतु यहां के सभी 32 किसानों के प्रस्ताव बीमा कंपनी ने खारिज कर दिए।
इन कारणों से खारिज किए गए प्रस्ताव
भारतीय बीमा कंपनी ने जिले के 3 हजार 478 किसानों के प्रस्ताव खारिज करते समय यह कारण बताया कि जिले की 14 तहसील में से 753 जगह पर बारिश ही नहीं हुई। वहीं 11 लोगों ने नियम के अनुसार 70 घंटे के भितर बीमा कंपनी को जानकारी नहीं दी तथा 49 जगह पर जब बारिश हुई तब किसानों की फसल पहले ही काटी जा चुकी थी। इस तरह के विविध कारण बताकर किसानों के बीमे के मदद के लिए किए गए प्रस्ताव बीमा कंपनी ने अपात्र ठहराए।
Created On :   25 March 2023 4:22 PM IST