बाल-बाल बची कलमनुरी मुख्याधिकारी की कुर्सी

डिजिटल डेस्क, हिंगोली । जिले की कलमनूरी शहर की नगरपालिका हर थोड़े दिन में चर्चा में आ जाती है। कलमनूरी-नांदेड़ राज्य महामार्ग की सड़क पर साल 2012-13 में मुस्लिम कब्रिस्तान की दीवार बनाने को अनुमति दी गई थी, जो निर्माण कार्य करने के आदेश नपा प्रशासन ने ठेकेदार को दिए थे। ठेकेदार ने अपने काम पूरा किया, लेकिन 10 साल बीतने के बाद भी ठेकेदार को बिल आजतक नहीं मिला, जिसके बाद ठेकेदार ने न्यायालय में पंहुचकर नपा के खिलाफ आवाज उठाई। 4 फरवरी को न्यायालय ने नपा प्रशासन के खिलाफ नोटिस जारी कर 6 लाख, 67 हजार, 758 रु जमा करने का आदेश दिया, लेकिन नपा प्रशासन ने न्यायालय के आदेश की ओर अनदेखी की। जिसके बाद गुरुवार दोपहर न्यायालय के बेलीप एसएम जोशी और ठेकेदार वाहन लेकर नपा कार्यालय पहुंचे। जिसके बाद मुख्याधिकारी चिंचलकर की कुर्सी के साथ कंप्यूटर, लैपटॉप, टेबल, सोफा जमा करने के हलचल तेजी की, लेकिन दूर-दूर तक नए मुख्याधिकारी नहीं दिखाई दिए। अधिकारी-कर्मचारियों ने न्यायालय मुख्य बेलीप से बातचीत की और पैसे जमा करने को लेकर समय मांगा जिसके बाद मुख्याधिकारी की कुर्सी बाल-बाल बच गई।
नए मुख्याधिकारी को हुए आए चार दिन
नए मुख्याधिकारी आशुतोष चिंचलकर को आए चार दिन हुए और कुर्सी परेशानी में आ गई। ठेकेदार को लेकर न्यायालय के आदेश पर पालन कर ठेकेदार को बिल देने के बाद शहर बहुत सी समस्याएं शहर में है। जिसमें सबसे पहले स्वच्छ भारत अभियान के नाम पर उड़ाई जा रही धज्जियां, यानी जगह-जगह शहर में फैली गंदगी को हल करने में कामयाब होंगे होंगे? पिछले 5 साल में जो ठेकेदार से लेकर अधिकारी पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप पर कार्रवाई कर पाएंगे या पहले जैसी परंपरा बरकरार रहेगी। ऐसी शहर में जमकर नए मुख्याधिकारी को लेकर चर्चा हो रही है।
आज न्यायालय में जमा करना होगा पैसे
गुरुवार को न्यायालय की टीम नगरपालिका कार्यालय पंहुचने के बाद अधिकारी ने समय मांगा था, जिसमें 17 फरवरी को सुबह 11 बजे तक नपा प्रशासन ठेकेदार के पैसे जमा करवाए नहीं, तो फिर एक बार मुख्याधिकारी की कुर्सी समेत अन्य वस्तु पर न्यायालय कब्ज कर देगा ऐसी चेतावनी दी गई है। देखना है कि मुख्याधिकारी चिंचलकर इस मामले को कैसे रफा-दफा करते हैं। इस पर शहरवासियों की नजर टीकी हुई है।
हिंगोली 101
Created On :   16 Feb 2023 8:07 PM IST