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गोरेवाड़ा जू में वन्यजीवों को खल रही है पानी की कमी
डिजिटल डेस्क, नागपुर । भीषण गर्मी का असर प्राकृतिक जंगलों के साथ अब कृत्रिम जंगलों पर भी देखने मिल रहा है। हम बात कर रहे हैं गोरेवाड़ा जू की। यहां वन्यजीवों के लिए बनाए गए कृत्रिम जलस्रोतों में पानी की कमी बनी हुई है। तेज धूप से दिन भर में पानी नाममात्र ही रह जा रहा है, जिससे वन्यजीवों को पानी में खेलना-कूदना भी संभव नहीं हो रहा है। इस संदर्भ में जू व्यवस्थापक को वन्यजीव मित्रों की ओर से बार-बार शिकायत भी की गई है, लेकिन उनका साफ कहना है कि हम पानी की किल्लत दूर नहीं कर पा रहे हैं।
फिलहाल ऐसी स्थिति
गोरेवाड़ा जू में कुल चार सफारी हैं, जिसमें बाघ, भालू, तेंदुआ व शाकाहारी वन्यजीव रहते हैं। इन्हें जंगल की तरह ही माहौल मिलने के लिए खुली जगह में रखा गया है। बसों के माध्यम से पर्यटकों को इन्हें देखने का मौका दिया जाता है। ठंड व बारिश में तो वन्यजीवों को जंगल का माहौल यहां मिल जाता है, लेकिन इन दिनों भीषण गर्मी के कारण उन्हें वैसा माहौल नहीं मिल रहा है। कृत्रिम जलस्रोत में पानी की कमी हो रही है। पानी का स्तर इतना कम रहता है कि बाघों के तो केवल पंजे ही इसमें डूब पाते हैं। बैठने के बाद उनका शरीर पानी के बाहर ही रह जाता है, जिससे उन्हें धूप लगती है। वन्यजीव प्रेमियों ने व्यवस्थापक को वन्यजीवों को होने वाली कमी को दूर करने की भी मांग की है।
Created On :   2 May 2022 7:51 AM GMT